भारत का 15-वर्षीय रक्षा रोडमैप: हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्टील्थ ड्रोन और AI से लैस ‘मेड इन इंडिया’ शस्त्रागार
India_15_Year_Defence_Roadmap | भारत ने 2025-2040 के लिए एक व्यापक रक्षा रोडमैप की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों को भविष्य के युद्धों के लिए तैयार करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को अभेद्य बनाना है। यह योजना, जिसे रक्षा मंत्रालय ने ‘टेक्नोलॉजी विजन एंड कैपेबिलिटी रोडमैप’ नाम दिया है, परमाणु-संचालित युद्धपोतों, हाइपरसोनिक मिसाइलों, स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित हथियारों और अंतरिक्ष-आधारित युद्ध प्रणालियों पर केंद्रित है। यह रोडमैप अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले और इसके जवाब में किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सामने आया है, जिसने भारत की रणनीतिक ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को प्रदर्शित किया। India_15_Year_Defence_Roadmap
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रक्षा योजना की मुख्य विशेषताएँ
यह 15-वर्षीय रोडमैप भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और उपकरणों के अधिग्रहण पर केंद्रित है। इस योजना में शामिल प्रमुख बिंदु निम्नलिखित हैं:
1. भारतीय थल सेना: भविष्य के युद्ध के लिए तैयार
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अगली पीढ़ी के टैंक: भारतीय सेना 1,800 भविष्यवादी मुख्य युद्धक टैंकों को शामिल करेगी, जो पुराने T-72 टैंकों की जगह लेंगे। इसके अतिरिक्त, पहाड़ी क्षेत्रों में युद्ध के लिए 400 हल्के टैंक अधिग्रहण किए जाएंगे।
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रोबोटिक और स्वचालित प्रणालियाँ: 700 से अधिक रोबोटिक काउंटर-IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) सिस्टम और 50,000 टैंक-रोधी मिसाइलें सेना की सटीकता और गतिशीलता को बढ़ाएंगी।
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हाइपरसोनिक मिसाइलें: 500 से अधिक हाइपरसोनिक मिसाइलें, जो मैक 5 से अधिक गति से लक्ष्य को भेद सकती हैं, सेना की मारक क्षमता को कई गुना बढ़ाएंगी।
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अनमैन्ड सिस्टम: 150 स्टील्थ अनमैन्ड कॉम्बैट एरियल व्हीकल्स (UCAVs) और विभिन्न अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स (UAS) सेना को निगरानी और सटीक हमलों में सक्षम बनाएंगे।
2. भारतीय नौसेना: समुद्री शक्ति का विस्तार
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परमाणु-संचालित युद्धपोत: नौसेना को परमाणु प्रणोदन प्रणाली से लैस युद्धपोत मिलेंगे, जो लंबी दूरी और निरंतर संचालन क्षमता प्रदान करेंगे।
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नया एयरक्राफ्ट कैरियर: एक नया एयरक्राफ्ट कैरियर, 10 अगली पीढ़ी के डिस्ट्रॉयर, 7 उन्नत कोरवेट और 4 लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक शामिल किए जाएंगे।
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इलेक्ट्रोमैग्नेटिक लॉन्च सिस्टम: नौसेना के नए एयरक्राफ्ट कैरियर में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एयरक्राफ्ट लॉन्च सिस्टम (EMALS) होगा, जो उन्नत तकनीक का प्रतीक है।
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उन्नत हेलीकॉप्टर: नौसेना को उन्नत हेलीकॉप्टरों का बेड़ा मिलेगा, जो समुद्री निगरानी और हमले की क्षमता को बढ़ाएगा। India_15_Year_Defence_Roadmap
3. भारतीय वायु सेना: आकाश में नई ऊँचाइयाँ
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स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन: 150 स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन और 100 से अधिक रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट वायुसेना की निगरानी और हमले की क्षमता को बढ़ाएंगे।
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हाई-एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट्स: 75 हाई-एल्टीट्यूड स्यूडो सैटेलाइट्स लंबी अवधि की निगरानी और संचार में सहायता करेंगे।
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लेजर और डायरेक्टेड एनर्जी हथियार: हाई-पावर लेजर सिस्टम और डायरेक्टेड एनर्जी हथियार वायुसेना को भविष्य के युद्धों के लिए तैयार करेंगे।
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सुदर्शन चक्र मिशन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित ‘सुदर्शन चक्र’ मिशन के तहत 2035 तक स्वदेशी हवाई रक्षा प्रणाली विकसित की जाएगी। India_15_Year_Defence_Roadmap
4. उन्नत तकनीकों का एकीकरण
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कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI): AI-आधारित फायरिंग सिस्टम और स्वचालित युद्ध प्रणालियाँ सेना को सटीक और तेज़ निर्णय लेने में सक्षम बनाएंगी।
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साइबर और अंतरिक्ष युद्ध: साइबर रक्षा, सैटेलाइट-आधारित संचार, इलेक्ट्रॉनिक डिनायल जोन और एंटी-स्वार्म ड्रोन क्षमताएँ इस योजना का हिस्सा हैं।
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हाइपरसोनिक तकनीक: भारत ने 2024-2025 में हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसे DRDO के हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल (HSTDV) ने सिद्ध किया है। यह भारत को अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों की श्रेणी में लाता है। India_15_Year_Defence_Roadmap
‘मेक इन इंडिया’ पर जोर
इस रक्षा रोडमैप में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को प्राथमिकता दी गई है। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय कंपनियों को सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के साथ मिलकर स्वदेशी रक्षा उपकरणों और तकनीकों के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया है। इसका लक्ष्य न केवल रक्षा आयात पर निर्भरता को कम करना है, बल्कि भारत को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करना भी है। इस योजना के तहत स्वदेशी हथियारों और प्रौद्योगिकियों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे रक्षा उद्योग में रोजगार और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। India_15_Year_Defence_Roadmap
ऑपरेशन सिंदूर और क्षेत्रीय सुरक्षा
यह रक्षा योजना अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले और इसके जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और रॉकेट हमलों का प्रयास किया। हालांकि, भारत की मजबूत हवाई रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को विफल कर दिया, और इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर युद्धविराम के लिए मजबूर किया।
यह रक्षा रोडमैप पाकिस्तान और अन्य क्षेत्रीय खतरों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि भारत किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। यह योजना आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत करती है। India_15_Year_Defence_Roadmap
रणनीतिक और आर्थिक प्रभाव
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रणनीतिक ताकत: यह रोडमैप भारत को क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर एक मजबूत रक्षा शक्ति के रूप में स्थापित करेगा। हाइपरसोनिक मिसाइलें और स्टील्थ ड्रोन जैसे हथियार भारत को असममित युद्धों में बढ़त देंगे।
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आर्थिक विकास: स्वदेशी रक्षा उत्पादन से न केवल आयात पर निर्भरता कम होगी, बल्कि रोजगार सृजन और तकनीकी नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा।
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क्षेत्रीय स्थिरता: परमाणु-संचालित युद्धपोत और उन्नत नौसैनिक क्षमताएँ हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करेंगी, जो वैश्विक व्यापार और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। India_15_Year_Defence_Roadmap
भारत का 15-वर्षीय रक्षा रोडमैप न केवल सशस्त्रबलों को भविष्य के लिए तैयार करता है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ के माध्यम से स्वदेशी नवाचार को बढ़ावा देता है। हाइपरसोनिक मिसाइलें, स्टील्थ बॉम्बर ड्रोन, AI-आधारित हथियार और परमाणु-संचालित युद्धपोत भारत को वैश्विक रक्षापरिदृश्य में एक अग्रणी शक्ति बनाएंगे। ऑपरेशनसिंदूर जैसे हाल के अभियानों ने भारत की सैन्य ताकत और दृढ़ संकल्प को दर्शाया है। यह योजना भारत को आतंकवाद, क्षेत्रीय खतरों और भविष्य के युद्धों के लिए पूरी तरह तैयार करती है, साथ ही स्वदेशी रक्षा उद्योग को वैश्विकमंच पर स्थापित करती है। India_15_Year_Defence_Roadmap
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।