पितृपक्ष में करें ये 5 प्रभावी उपाय, पितृदोष से मुक्ति के साथ मिलेगी समृद्धि और तरक्की
Pitru Paksha 2025 Upay | पितृपक्ष का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। यह वह समय है जब हम अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण करते हैं। मान्यता है कि इस दौरान किए गए कार्यों से न केवल पितृदोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है, जो जीवन में सुख, समृद्धि और तरक्की लाता है। पितृपक्ष में कुछ विशेष उपाय करने से न केवल पूर्वजों की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि जीवन की बाधाएं भी दूर होती हैं। आइए जानते हैं पांच ऐसे प्रभावी उपाय जो इस पितृपक्ष में आपके लिए लाभकारी हो सकते हैं। Pitru Paksha 2025 Upay
1. गाय को हरा चारा खिलाएं, मिलेगी देवी-देवताओं की कृपा
शास्त्रों में गाय को पवित्र और पूजनीय माना गया है। पितृपक्ष के दौरान प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से श्राद्धकर्म का पूर्ण फल प्राप्त होता है और पितरों के साथ-साथ देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त होती है। इस उपाय को नियमित रूप से करने से जीवन में आने वाली बाधाएं कम होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
कैसे करें?
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सुबह के समय गाय को ताजा हरा चारा खिलाएं।
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चारे में गुड़ या थोड़ा सा गेहूं का आटा मिलाकर देना और भी शुभ माना जाता है।
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गाय को प्रेम और श्रद्धा के साथ चारा खिलाएं और पितरों की शांति के लिए प्रार्थना करें।
2. घर की साफ-सफाई और गंगाजल का छिड़काव
पितृपक्ष के दौरान घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर में गंदगी या मुख्य द्वार पर कूड़ा-कचरा जमा होने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, जो पितृदोष को और गंभीर बना सकती है। इसलिए, इस दौरान घर को साफ रखें और रोजाना मुख्य द्वार पर गंगाजल का छिड़काव करें।
कैसे करें?
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घर के कोनों और मुख्य द्वार की नियमित सफाई करें।
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एक कटोरी में गंगाजल लें और उसका छिड़काव घर के प्रवेश द्वार और कोनों में करें।
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ऐसा करने से न केवल पितृदोष कम होता है, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है, जिससे परिवार में शांति बनी रहती है।
3. तर्पण करें, जीवन में आएगी सुख-शांति
पितृपक्ष में तर्पण का विशेष महत्व है। यह उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से प्रभावी है जिनके माता-पिता या पूर्वज इस दुनिया में नहीं हैं। तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति और तरक्की प्राप्त होती है।
कैसे करें?
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एक लोटा जल लें और उसमें थोड़ा दूध, काले तिल और जौ मिलाएं।
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दक्षिण दिशा की ओर मुख करके तर्पण करें।
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तर्पण करते समय अपने पितरों का नाम लें और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।
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अगर माता-पिता जीवित हैं, तो यह उपाय न करें, बल्कि उनकी सेवा और सम्मान करें।
4. शाम को दक्षिण दिशा में दीपक जलाएं
पितृपक्ष के दौरान पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हर शाम दक्षिण दिशा में एक दीपक जलाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है और इस दिशा में दीपक जलाने से पितर प्रसन्न होते हैं। यह उपाय आपके जीवन में रुके हुए कार्यों को पूरा करने और समस्याओं से मुक्ति दिलाने में मदद करता है।
कैसे करें?
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शाम के समय एक तिल के तेल का दीपक लें।
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दक्षिण दिशा में दीपक जलाएं और पितरों के नाम का स्मरण करें।
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दीपक जलाते समय यह प्रार्थना करें कि आपके पितर प्रसन्न रहें और आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त हो।
5. गरीबों और जरूरतमंदों को दान करें
पितृपक्ष में दान-पुण्य का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दौरान गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करने से पितरों को संतुष्टि मिलती है और उनकी कृपा प्राप्त होती है। यह उपाय न केवल पितृदोष को दूर करता है, बल्कि जीवन में अपार समृद्धि और सुख लाता है।
कैसे करें?
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पितृपक्ष के दौरान किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कराएं या भोजन सामग्री दान करें।
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काले तिल, जौ, चावल, काले वस्त्र या छाता दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
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दान करते समय पितरों के नाम का स्मरण करें और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।
पितृपक्ष में ये पांचउपाय न केवल पितृदोष से मुक्ति दिलाते हैं, बल्किआपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि भी लाते हैं। इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से पितरों का आशीर्वादप्राप्त होता है और जीवन की सभी बाधाएं धीरे-धीरे दूर हो जाती हैं। इस पितृपक्ष में इन उपायों को अपनाकर अपने पूर्वजों को सम्मान दें और उनकेआशीर्वाद से अपने जीवन को और बेहतर बनाएं। Pitru Paksha 2025 Upay
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।