महाकाल मंदिर की संरचना की जांच के लिए रुड़की की CBRI टीम सक्रिय, शिखर से नींव तक होगा गहन निरीक्षण
Mahakaleshwar Temple Ujjain News | उज्जैन, मध्य प्रदेश। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर की प्राचीन और नवनिर्मित संरचनाओं की मजबूती का आकलन करने के लिए केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI), रुड़की की विशेषज्ञ टीम एक बार फिर उज्जैन पहुंची है। यह टीम मंदिर के स्ट्रक्चर का गहन निरीक्षण करेगी और अपनी विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपेगी। Mahakaleshwar Temple Ujjain News
निरंतर जांच का हिस्सा
CBRI की यह टीम पिछले पांच वर्षों से हर साल महाकाल मंदिर की संरचनात्मक मजबूती की जांच कर रही है। इससे पहले 15 अक्टूबर 2024 को भी यह टीम मंदिर का दौरा कर चुकी है, जहां हाल के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को परखा गया था। प्रशासन ने CBRI को पत्र लिखकर इस बार फिर निरीक्षण का अनुरोध किया था। इसके जवाब में रुड़की की यह विशेषज्ञ टीम उज्जैन पहुंची और मंगलवार, 11 सितंबर 2025 को जांच शुरू की।
निरीक्षण का दायरा
टीम इस बार मंदिर की प्राचीन और नई दोनों संरचनाओं का सूक्ष्म अध्ययन कर रही है। निरीक्षण में निम्नलिखित पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:
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शिखर की स्थिति: मंदिर के शिखर पर लगे पत्थरों की मजबूती, उनका घनत्व, और मौसम के प्रभाव का आकलन।
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सामग्री की गुणवत्ता: प्राचीन और नए निर्माण में उपयोग की गई सामग्री की टिकाऊपन और स्थायित्व।
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नींव की जांच: मंदिर की नींव की गहराई और उसकी मजबूती, विशेष रूप से नए निर्माण के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए।
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नए निर्माण का प्रभाव: महाकाल कॉरिडोर जैसे हाल के निर्माण कार्यों का प्राचीन संरचना पर प्रभाव।
क्यों जरूरी है यह जांच?
महाकाल मंदिर न केवल धार्मिक, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। लाखों श्रद्धालु हर साल यहां दर्शन के लिए आते हैं, और मंदिर की संरचनात्मक मजबूती सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। CBRI की यह जांच यह सुनिश्चित करेगी कि मंदिर की प्राचीन संरचना सुरक्षित रहे और नए निर्माण कार्य इसके मूल ढांचे को नुकसान न पहुंचाएं।
प्रथम कौशिक ने कहा, “महाकाल मंदिर हमारी आस्था और विरासत का प्रतीक है। CBRI की विशेषज्ञ टीम की जांच से हमें यह विश्वास मिलता है कि मंदिर का ढांचा सुरक्षित और मजबूत है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर हम भविष्य में आवश्यक कदम उठाएंगे।”
CBRI की यह जांच मंदिर के दीर्घकालिक संरक्षण और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण है। टीम की रिपोर्ट में सुझाए गए उपायों को लागू कर मंदिर प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि मंदिर की संरचना आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रहे। इसके अलावा, महाकाल कॉरिडोर जैसे विकास कार्यों को और बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए भी इस जांच के परिणाम महत्वपूर्ण होंगे। Mahakaleshwar Temple Ujjain News
उज्जैन के इस पवित्र मंदिर की संरचना को संरक्षितकरने की यह पहल न केवलश्रद्धालुओं के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। CBRI की इस जांच से मंदिर की मजबूती और सुरक्षा को लेकर एक नया विश्वास जागेगा। Mahakaleshwar Temple Ujjain News
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।