UTI से सावधान: पेशाब में जलन और दर्द? एक्सपर्ट की 5 हाइजीन टिप्स से करें बचाव
UTI Prevention Tips | पेशाब करते समय जलन या दर्द की शिकायत अक्सर होती है? यह यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) का संकेत हो सकता है, जो महिलाओं में बेहद आम लेकिन गंभीर समस्या है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, सही हाइजीन आदतें 50% तक UTI को रोक सकती हैं। न्यूट्रिशन और विमेंस वेलनेस एक्सपर्ट कहते हैं “घर का टॉयलेट साफ दिखने से ज्यादा, इस्तेमाल के लिए सुरक्षित होना चाहिए।” कई बार बाहर के टॉयलेट्स को दोष देने की बजाय घर की हाइजीन पर ध्यान देना जरूरी है। आइए, जानते हैं UTI के कारण, नुकसान और 5 जरूरी हाइजीन टिप्स। UTI Prevention Tips
महिलाओं में UTI क्यों ज्यादा? प्रमुख कारण
महिलाओं में UTI का खतरा पुरुषों से ज्यादा होता है:
- शारीरिक बनावट: महिलाओं का यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) छोटा होता है, जिससे बैक्टीरिया (जैसे ई. कोलाई) आसानी से ब्लैडर तक पहुंच जाते हैं।
- हार्मोनल बदलाव: मासिक धर्म, प्रेग्नेंसी या मेनोपॉज में योनि का pH बैलेंस बिगड़ता है, जो इन्फेक्शन को बढ़ावा देता है।
- मेडिकल कंडीशंस: डायबिटीज, PCOS या कमजोर इम्यूनिटी से बार-बार UTI का रिस्क 30-40% बढ़ जाता है।
- हाइजीन की कमी: गलत टॉयलेट हैबिट्स, जैसे पीछे से आगे वाइप करना, बैक्टीरिया को यूरिनरी ट्रैक्ट तक ले जाता है।
लक्षण: पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द, या पेशाब में बदबू। अगर अनदेखा करें, तो किडनी इन्फेक्शन जैसी गंभीर समस्या हो सकती है।
UTI से बचाव के 5 जरूरी हाइजीन टिप्स
घर के टॉयलेट से शुरू करें सही हाइजीन:
- फ्रंट-टू-बैक वाइपिंग: हमेशा आगे से पीछे की ओर टॉयलेट पेपर से वाइप करें। पेपर को टॉयलेट सीट के पास न रखें, क्योंकि वहां बैक्टीरिया चिपक सकते हैं।
- सही क्लेंजिंग: योनि को साफ करने के लिए कठोर साबुन या डूशिंग अवॉइड करें। गुनगुना पानी या pH-बैलेंस्ड क्लेंजर (जैसे लैक्टिक एसिड बेस्ड) यूज करें।
- पीरियड हाइजीन: पैड, टैम्पॉन या मेंस्ट्रुअल कप हर 4-6 घंटे में बदलें। कपड़े के पैड्स से बचें और हर बार वजाइना को साफ करें।
- टॉयलेट सैनिटाइजेशन: टॉयलेट सीट और हैंडल को रोजाना साफ करें, हफ्ते में एक बार डिसइन्फेक्ट करें। सीट यूज करने से पहले फ्लश करें और टॉयलेट पेपर से सतह पोंछें।
- हाथ और अंडरगार्मेंट्स: टॉयलेट यूज से पहले और बाद में साबुन से हाथ धोएं। कॉटन के साफ, सूखे अंडरगार्मेंट्स पहनें और रोज बदलें।
अन्य जरूरी टिप्स
- हाइड्रेशन: दिनभर में 2-3 लीटर पानी पिएं, ताकि यूरिनरी ट्रैक्ट फ्लश हो।
- डाइट: क्रैनबेरी जूस या प्रोबायोटिक्स (दही) लें – ये UTI रोकने में 20-30% मदद करते हैं।
- टाइट कपड़े अवॉइड: ढीले, कॉटन कपड़े पहनें ताकि हवा पास हो।
- डॉक्टर की सलाह: अगर लक्षण 2-3 दिन से ज्यादा रहें, तो यूरिन टेस्ट और डॉक्टर से कंसल्ट करें।
एक्सपर्ट की सलाह
“UTI रोकना आसान है, बशर्ते आप छोटी-छोटी आदतें बदलें। रोजाना हाइजीन, सही डाइट और जागरूकता से 50% केस रोके जा सकते हैं।” UTI Prevention Tips
नोट: यह जानकारी सामान्य सलाह पर आधारित है। गंभीरलक्षणों के लिए तुरंतयूरॉलजिस्ट या गायनेकॉलजिस्ट से मिलें। अपनी सेहत को प्राथमिकता दें! UTI Prevention Tips
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।