धनतेरस-दिवाली से पहले चांदी की कीमतों पर संकट! 45 साल का रिकॉर्ड टूटा, 7 लाख प्रति किलो के पार जा सकती है चांदी, भारत की डिमांड से ब्रिटेन में हलचल
Today Gold Silver Price | गोल्ड-सिल्वर प्राइस अपडेट (14 अक्टूबर 2025): आमतौर पर लोग चांदी को सोने से कम महत्व देते हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों में चांदी ने जो रफ्तार पकड़ी है, उसने इसे सोने के बराबर खड़ा कर दिया है। धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों से पहले चांदी की कीमतों में उछाल चिंता बढ़ा रहा है। लंदन मार्केट में सप्लाई की कमी और भारत की बढ़ती डिमांड के कारण चांदी के दाम आसमान छू रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से कि क्या हो रहा है और आगे क्या संभावना है।
चांदी की कीमतों में रिकॉर्डतोड़ उछाल: 45 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
- आज की कीमत: भारत में रिटेल मार्केट में 14 अक्टूबर 2025 को 1 किलो चांदी की कीमत ₹1,85,100 तक पहुंच गई है, जो 1 ग्राम के हिसाब से ₹185.10 है। यह आंकड़ा जनवरी 2025 के ₹79,380 प्रति किलो से 133% अधिक है।
- ग्लोबल स्तर पर: लंदन बुलियन मार्केट में चांदी $52.5868 प्रति औंस (लगभग ₹4,400 प्रति औंस) पर ट्रेड कर रही है, जो 1980 के हंट ब्रदर्स के सिल्वर स्क्वीज के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। 1980 में कीमत $50 प्रति औंस के पार गई थी, लेकिन तब मार्केट मैनिपुलेशन के कारण क्रैश हो गया था। आज की तेजी भारत की फेस्टिव डिमांड, इंडस्ट्रियल यूज (जैसे सोलर पैनल) और ग्लोबल लिक्विडिटी प्रेशर से है।
- भारत का प्रभाव: भारत दुनिया का सबसे बड़ा चांदी आयातक है। त्योहारों की खरीदारी से डिमांड बढ़ी है, जिससे लंदन में शॉर्ट स्क्वीज हो रहा है। ट्रेडर्स यहां तक सिल्वर बार्स को प्लेन से न्यूयॉर्क भेज रहे हैं ताकि प्रॉफिट कमाया जा सके।
विशेषज्ञों की चेतावनी: और तेजी की उम्मीद, लेकिन सावधानी बरतें
- गुडरिटर्न्स का अनुमान: चांदी की कीमतें अभी 18% और बढ़ सकती हैं। 2025 के अंत तक यह ₹2.18 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती है। त्योहारों से पहले यह ₹2 लाख के पार जाने की पूरी संभावना है।
- रॉबर्ट कियोसाकी की भविष्यवाणी: ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक और मशहूर निवेशक रॉबर्ट कियोसाकी ने चेतावनी दी है कि चांदी में ‘विस्फोट’ होने वाला है। उनका फोकस अब गोल्ड और बिटकॉइन से हटकर चांदी पर है। वे कहते हैं कि कीमतें 400% तक उछल सकती हैं, और प्रति औंस $500 (लगभग ₹42,000) के पार जा सकती हैं। अगर यह सही हुआ, तो भारत में 1 किलो चांदी ₹7,00,400 के पार पहुंच जाएगी। कियोसाकी का मानना है कि बड़े निवेशक वर्षों से चांदी के दाम दबा रहे हैं (सप्रेशन), लेकिन अब बाजार में मैनिपुलेशन टूटने वाला है। उन्होंने सलाह दी है कि छोटे निवेशक भी सिल्वर कॉइन्स से शुरुआत करें—$100 का निवेश एक साल में $500 हो सकता है।
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें? प्रमुख कारण
- सप्लाई की कमी: लंदन मार्केट में स्टॉक कम हो गया है, ज्यादातर ईटीएफ के बैकिंग में लॉक है।
- डिमांड में उछाल: भारत और चीन की फेस्टिव/इंडस्ट्रियल डिमांड, साथ ही ग्लोबल अनिश्चितता (इन्फ्लेशन, जियो-पॉलिटिकल टेंशन) से सेफ-हेवन खरीदारी।
- सोने से बेहतर प्रदर्शन: 2025 में चांदी ने सोने को पछाड़ दिया है—70% से ज्यादा ग्रोथ।
निवेशकों के लिए सलाह
धनतेरस-दिवाली से पहले खरीदारी करने वालों को सतर्क रहना चाहिए। विशेषज्ञ कहते हैं कि शॉर्ट-टर्म में वोलेटिलिटी हो सकती है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में चांदी प्रॉफिटेबल है। ईटीएफ, कॉइन्स या बार्स में निवेश पर विचार करें, लेकिन मार्केट ट्रेंड फॉलो करें। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक बुलियन रेट्स चेक करें।
मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।