उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा उज्जैन में 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ किया गया। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कालिदास अकादमी द्वारा प्रकाशित 10 ग्रंथों का लोकार्पण भी किया गया। डॉ. गोविन्द इन ग्रंथों के प्रधान संपादक हैं।
समारोह में उप राष्ट्रपति द्वारा कालिदास अलंकरण सम्मान शास्त्रीय गायन के लिये पं. उदय भावलकर पुणे (2022), पं. अरविंद पारेख मुंबई (2023), शास्त्रीय नृत्य के लिये डॉ. संध्या पुरेचा मुंबई (2022), गुरु कलावती देवी मणिपुर (2023), कला और शिल्प के लिये श्री पी.आर. दारोच दिल्ली- कला और शिल्प (2022), श्री रघुपति भट्ट मैसूर (2023), नाट्य के लिये सुश्री भानु भारती राजस्थान (2022) और श्री रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता कोलकाता (2023) को दिया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत जन गण मन के साथ हुई, जिसके बाद अतिथियों का स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में उपराष्ट्रपति जयदीप धनकड़ में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि यह बाबा महाकाल का आशीर्वाद ही है कि आज मैं अब आप सभी के सामने इस कार्यक्रम में मौजूद हूं। उज्जैन को मेरा कोटि-कोटि वंदन। उन्होंने कहा कि धार्मिक नगरी के इस ऐतिहासिक क्षण को मैं हर पल याद रखूंगा।