धारावी पुनर्विकास पर राहुल गांधी का निशाना: ‘एक हैं तो सेफ हैं’ पर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल

धारावी पुनर्विकास पर राहुल गांधी का निशाना: ‘एक हैं तो सेफ हैं‘ पर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल

Dharavi Redevelopment Project | महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के प्रचार के अंतिम चरण में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री के हालिया नारे ‘एक हैं तो सेफ हैं‘ (Ek Hai Toh Safe Hai) को धारावी पुनर्विकास परियोजना के संदर्भ में कटघरे में खड़ा किया।

राहुल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक तिजोरी पेश की, जिस पर यह नारा लिखा हुआ था। उन्होंने इसके जरिए यह संदेश दिया कि “एक कौन है?” और “सेफ कौन है?” राहुल ने आरोप लगाया कि नारा धारावी (Dharavi) और मुंबई के छोटे उद्योगों की कीमत पर अदाणी जैसे अरबपतियों को फायदा पहुंचाने का प्रतीक है।

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धारावी परियोजना पर राहुल का हमला

राहुल गांधी ने कहा, “धारावी (Dharavi) भारत के छोटे और मध्यम उद्योगों का प्रतीक है। इसे एक व्यक्ति के लिए खत्म किया जा रहा है।” उन्होंने अदाणी समूह को लेकर सवाल उठाए और प्रधानमंत्री मोदी पर धारावी की जनता के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

धारावी पुनर्विकास परियोजना (Dharavi Redevelopment Project) का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि यह परियोजना सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है। उन्होंने दावा किया कि इस परियोजना से धारावी के लाखों निवासियों और यहां चलने वाले 13,000 से अधिक छोटे व्यवसायों को नुकसान होगा।


धारावी पुनर्विकास परियोजना: क्या है मामला?

धारावी पुनर्विकास परियोजना, जिसे भारत में किसी सरकारी एजेंसी द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी पुनर्विकास योजनाओं में से एक माना जा रहा है, नवंबर 2022 में अदाणी समूह को सौंपी गई थी। इस परियोजना का कुल बजट लगभग 20,000 करोड़ रुपये आंका गया है। धारावी, जो लगभग 240 हेक्टेयर (240 hectares) क्षेत्र में फैला हुआ है, में 8 से 10 लाख लोग रहते हैं।

हालांकि, यहां के निवासियों की नाराजगी (Discontent) परियोजना की प्रक्रिया को लेकर लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों का कहना है कि पुनर्विकास के नाम पर उन्हें अपने घर और रोजगार दोनों खोने का खतरा है।


‘धारावी’ के निवासियों की समस्या

धारावी के निवासियों का कहना है कि परियोजना में पुनर्वास की ठोस योजना का अभाव है। छोटे व्यवसाय करने वाले स्थानीय लोगों को डर है कि उनके कारोबार पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। धारावी में रीसाइकलिंग, चमड़े के उत्पाद, मिट्टी के बर्तन, और कपड़ा निर्माण जैसे कई छोटे उद्योग चलते हैं, जो लाखों परिवारों की आजीविका का आधार हैं।


महाराष्ट्र चुनाव में विचारधारा की लड़ाई: राहुल गांधी

महाराष्ट्र के चुनावी माहौल में राहुल गांधी ने इसे गरीब और अमीर के बीच की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा, “यह चुनाव विचारधाराओं (Ideologies) का है। यह एक तरफ कुछ अरबपतियों और दूसरी तरफ गरीबों, किसानों, और बेरोजगार युवाओं के भविष्य की लड़ाई है।” उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों का समर्थन कर रही है।

राहुल ने महाराष्ट्र की जनता के लिए कई वादे किए:

  • हर महिला के बैंक खाते में 3000 रुपये (INR 3000) जमा किए जाएंगे।
  • महिलाओं और किसानों के लिए फ्री बस यात्रा (Free Bus Travel) की सुविधा होगी।
  • किसानों के लिए तीन लाख रुपये तक के कर्ज माफ (Loan Waiver) किए जाएंगे।
  • सोयाबीन के लिए 7000 रुपये प्रति क्विंटल (INR 7000 per quintal) का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाएगा।
  • महाराष्ट्र में जाति जनगणना (Caste Census) करवाई जाएगी, जैसा कांग्रेस कर्नाटक और तेलंगाना में कर रही है।
  • आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा (Reservation Cap) हटाने का वादा भी किया।

‘एक हैं तो सेफ हैं’: राहुल का व्यंग्य

राहुल गांधी ने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे को जनता के सामने उदाहरण देकर समझाया। उन्होंने कहा कि इस नारे के ‘एक’ मोदी, अदाणी, और अमित शाह हैं। और ‘सेफ’ वही हैं। लेकिन कष्ट धारावी के लोगों को होगा, जिन्हें उनके घर और रोजगार से बेदखल किया जाएगा।

राहुल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने महाराष्ट्र की आर्थिक परियोजनाओं को गुजरात स्थानांतरित कर दिया। उन्होंने फॉक्सकॉन (Foxconn) और एयरबस (Airbus) जैसी सात लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि यह महाराष्ट्र के युवाओं के साथ धोखा है।


धारावी का इतिहास

धारावी कभी मछुआरों की बस्ती थी, जो समय के साथ एक घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्र में बदल गई। यहां हिंदू, मुस्लिम, और ईसाई समुदायों का संगम देखने को मिलता है। धारावी का रीसाइकलिंग उद्योग और छोटे व्यवसाय इसे खास बनाते हैं।

रियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना है कि धारावी का पुनर्विकास अपने आप में एक चुनौती है। इसमें जमीन का आवंटन और निवासियों के पुनर्वास जैसी समस्याएं शामिल हैं।

धारावी पुनर्विकास परियोजना और ‘एक हैं तो सेफ हैं’ के नारे पर राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवाल महाराष्ट्र चुनाव को नई दिशा दे रहे हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि धारावी के निवासियों की समस्याओं और राजनीतिक दलों के वादों का महाराष्ट्र की जनता पर क्या प्रभाव पड़ता है।

महाराष्ट्र चुनाव में धारावी का यह मुद्दा न सिर्फ मुंबई, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक विषय बन गया है।

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