पिता ने बेची जमीन, बेटा बना करोड़पति: क्रिकेट की पिच पर वैभव सूर्यवंशी का इतिहास रचता सफर
vaibhav suryavanshi | बिहार के समस्तीपुर जिले से 15 किलोमीटर दूर मोतीपुर गांव के रहने वाले वैभव सूर्यवंशी ने अपनी मेहनत और लगन से एक ऐसी कहानी लिखी है, जो न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हर युवा के लिए एक मिसाल है। उनके पिता संजीव सूर्यवंशी ने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए अपनी खेती योग्य जमीन बेच दी। आज वही बेटा आईपीएल (IPL) के इतिहास में सबसे कम उम्र में 1.10 करोड़ रुपये की बोली पर बिकने वाला खिलाड़ी बन गया है।
13 वर्षीय vaibhav suryavanshi को राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने आईपीएल 2024 नीलामी (IPL 2024 Auction) में खरीदा, जिससे वह आईपीएल इतिहास में सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उनके बेस प्राइस 30 लाख रुपये पर शुरू हुई बोली दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच कांटे की टक्कर तक पहुंची, लेकिन अंततः राजस्थान ने बाजी मारी।
पिता का बलिदान, बेटे की उड़ान
संजीव बताते हैं कि उन्होंने vaibhav suryavanshi के सपने को साकार करने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी। “जब वह आठ साल का था, तभी मैंने तय कर लिया था कि उसे क्रिकेटर बनाना है।” संजीव ने अपने बेटे की कोचिंग के लिए उसे समस्तीपुर भेजा, लेकिन वित्तीय कारणों से यह संभव नहीं हो सका। ऐसे में उन्होंने घर की जमीन बेचकर बेटे को आगे बढ़ाया।
अब, जब vaibhav suryavanshi ने राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा बनकर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे बिहार का मान बढ़ाया है, तो संजीव कहते हैं, “वैभव अब मेरा बेटा नहीं, पूरे बिहार का बेटा है।”
उम्र विवाद पर संजीव का करारा जवाब
हालांकि, vaibhav suryavanshi की सफलता के साथ विवाद भी सामने आए। उनकी उम्र को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। आलोचकों का कहना है कि उनकी वास्तविक उम्र 13 नहीं है। इस पर संजीव ने कहा, “जब वैभव साढ़े आठ साल का था, तो बीसीसीआई (BCCI) ने उसकी हड्डियों का परीक्षण किया था। जो भी जानकारी दी गई है, वह सही है। अगर किसी को संदेह है, तो हम आगे भी किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हैं। हमें किसी से डर नहीं है।”
युवा क्रिकेटर की ऐतिहासिक उपलब्धियां
वैभव सूर्यवंशी ने बेहद कम उम्र में घरेलू क्रिकेट (Domestic Cricket) में शानदार प्रदर्शन किया है। जनवरी 2024 में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी (First-Class Cricket) में डेब्यू करने के बाद, उन्होंने सितंबर में भारत U19 और ऑस्ट्रेलिया U19 के बीच हुई यूथ टेस्ट सीरीज (Youth Test Series) में धमाकेदार प्रदर्शन किया। इस सीरीज में वैभव ने महज 58 गेंदों में शतक जड़कर सबका ध्यान आकर्षित किया। vaibhav suryavanshi
यह शतक अंडर-19 टेस्ट (Under-19 Test) में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड भी बन गया। उनकी पारी में 14 चौके और 4 छक्के शामिल थे।
आईपीएल का सबसे युवा सितारा
वैभव ने सिर्फ 13 साल और 242 दिनों की उम्र में आईपीएल नीलामी (IPL Auction) के लिए शॉर्टलिस्ट होकर इतिहास रच दिया। उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाज मोईन अली के रिकॉर्ड को चुनौती दी, जिन्होंने 2005 में अंडर-19 में 56 गेंदों में शतक लगाया था। इस युवा खिलाड़ी ने भारत को आगामी अंडर-19 एशिया कप (Under-19 Asia Cup) में प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार किया है। vaibhav suryavanshi
गांव से लेकर ग्लोबल मंच तक
वैभव का सफर गांव की पगडंडियों से शुरू होकर आज ग्लोबल मंच तक पहुंच चुका है। उनकी मेहनत और लगन ने साबित किया है कि सही दिशा और समर्पण के साथ कोई भी सपना सच हो सकता है। उनके पिता की कुर्बानी और उनकी मेहनत ने उन्हें आज करोड़पति बना दिया। vaibhav suryavanshi
भविष्य की उम्मीदें
राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने वैभव को ट्रायल के लिए नागपुर (Nagpur) बुलाया था। अब वह आगामी आईपीएल सीजन (IPL Season) में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि वैभव भारतीय क्रिकेट का भविष्य हो सकते हैं। vaibhav suryavanshi
संघर्ष और सफलता की प्रेरणादायक कहानी
वैभव की कहानी केवल क्रिकेट के क्षेत्र में सफलता की नहीं, बल्कि एक बेटे और पिता के बीच के अटूट विश्वास और संघर्ष की कहानी भी है। उन्होंने दिखाया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी सपना छोटा नहीं होता। vaibhav suryavanshi
vaibhav suryavanshi का सफर हर युवा के लिए प्रेरणा है। उन्होंने साबित कर दिया कि सही दिशा, समर्पण और कठिन परिश्रम से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। आईपीएल (IPL) के इस युवा सितारे से अब सिर्फ बिहार नहीं, बल्कि पूरा देश उम्मीदें लगाए बैठा है।
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