माणिक्य, जिसे "रूबी स्टोन" भी कहते हैं, सूर्य ग्रह से जुड़ा एक प्रभावशाली रत्न है। इसे पहनने से आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि होती है।

माणिक्य रत्न: जानिए इसका महत्व

जिनकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर हो। सिंह राशि के जातकों के लिए यह लाभकारी है।  नेता, कलाकार, और सरकारी सेवकों के लिए इसे पहनना फायदेमंद माना जाता है।

माणिक्य रत्न कौन पहन सकता है?

माणिक्य को सोने या तांबे की अंगूठी में जड़वाएं।  रविवार के दिन सुबह सूर्य मंत्र ("ॐ सूर्याय नमः") का जाप करते हुए इसे अनामिका (रिंग फिंगर) में पहनें। पहनने से पहले इसे गंगाजल और दूध में शुद्ध करें।

कैसे करें माणिक्य धारण?

 वजन व्यक्ति के शरीर के वजन पर निर्भर करता है। जितना वजन उतना कैरेट। सामान्यतः 3 से 6 कैरेट का माणिक्य पहना जाता है। 

माणिक्य का वजन कितना होना चाहिए?

आत्मविश्वास में वृद्धि।  नेतृत्व क्षमता बढ़ती है। स्वास्थ्य संबंधी लाभ, विशेषकर हृदय और नेत्रों के लिए। मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि।

माणिक्य पहनने के मुख्य लाभ

फर्जी और सस्ते माणिक्य से बचें। इसे कुंडली के अनुसार ही धारण करें। शत्रु ग्रहों के रत्न (शनि, राहु, केतु) के  साथ न पहनें।

माणिक्य पहनते समय ध्यान रखें

माणिक्य सूर्य की ऊर्जा प्रदान करता है। अगर आपके जीवन में आत्मविश्वास की कमी है या आप अपने करियर में संघर्ष कर रहे हैं, तो माणिक्य धारण कर सकते हैं। लेकिन इसे पहनने से पहले कुंडली का विश्लेषण जरूर करवाएं।

क्या आपको माणिक्य पहनना चाहिए?

असली माणिक्य का रंग गहरा लाल होता है। इसमें हल्की चमक और पारदर्शिता होती है। किसी प्रमाणित रत्न विक्रेता से ही खरीदें।

असली माणिक्य कैसे पहचानें?