हेपेटाइटिस के लक्षण: शुरुआती संकेत जो जानना जरूरी है
हेपेटाइटिस क्या है?
Hepatitis Symptoms | हेपेटाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर में सूजन हो जाती है। यह संक्रमण, विषाक्त पदार्थों, शराब, या ऑटोइम्यून बीमारियों के कारण हो सकता है। हेपेटाइटिस वायरस (A, B, C, D और E) सबसे आम कारण है। इनमें से हेपेटाइटिस B और C सबसे गंभीर और घातक माने जाते हैं क्योंकि ये लीवर कैंसर और सिरोसिस का कारण बन सकते हैं।
हेपेटाइटिस कितना घातक हो सकता है?
हेपेटाइटिस का प्रभाव इसके प्रकार, समय पर पहचान, और उपचार पर निर्भर करता है। यदि इसका समय रहते निदान और उपचार न किया जाए तो यह गंभीर लीवर क्षति, सिरोसिस, और लीवर कैंसर का कारण बन सकता है।
हेपेटाइटिस के लक्षण
हेपेटाइटिस के लक्षण आमतौर पर शुरुआती चरण में हल्के होते हैं और इन्हें नजरअंदाज किया जा सकता है। लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, लक्षण स्पष्ट होने लगते हैं।
- थकावट: लगातार कमजोरी और थकान महसूस होना।
- भूख न लगना: खाने की इच्छा कम हो जाना।
- 3. पीलिया: आंखों और त्वचा का पीला होना।
- पेट में दर्द: खासकर दाईं ओर।
- पेशाब का गहरा रंग: हल्के पीले रंग की जगह गहरे भूरे रंग की पेशाब।
- मल का रंग हल्का होना: सामान्य की तुलना में बहुत हल्का रंग।
- त्वचा पर खुजली: यह शरीर में विषैले पदार्थों के जमने के कारण हो सकता है।
- बुखार और ठंड लगना: हल्का या तेज बुखार।
- उल्टी और मतली: पेट में असहजता और बार-बार उल्टी आना।
हेपेटाइटिस क्यों होता है?
- वायरल संक्रमण: हेपेटाइटिस A, B, C, D, और E वायरस।
- शराब का सेवन: अत्यधिक शराब पीने से लीवर क्षति हो सकती है।
- विषैले पदार्थ: दवाओं या रसायनों के कारण।
- ऑटोइम्यून बीमारियां: जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही लीवर पर हमला करती है।
- संक्रमित सुई का उपयोग: खासतौर पर ड्रग्स का सेवन करने वाले।
- सुरक्षित यौन संबंध न रखना: हेपेटाइटिस B और C वायरस फैलने का यह बड़ा कारण है।
हेपेटाइटिस से बचाव कैसे करें?
- टीकाकरण: हेपेटाइटिस A और B के लिए टीके उपलब्ध हैं।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: हाथ धोना, साफ पानी पीना और खाना खाने से पहले साफ-सफाई।
- संक्रमित सुई का उपयोग न करें।
- सुरक्षित यौन संबंध रखें।
- शराब का सेवन सीमित करें।
- संक्रमित रक्त और अंग दान से बचें।
- स्वस्थ आहार और व्यायाम: लीवर को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
हेपेटाइटिस के लक्षण को शुरुआती चरण में पहचानना बहुत जरूरी है। यदि इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। समय पर इलाज और सही जीवनशैली अपनाकर इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। नोट: हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता फैलाना जरूरी है, ताकि लोग समय पर इसका उपचार करवा सकें और गंभीर परिणामों से बच सकें।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।