क्या रूस से रिश्ते बिगाड़ने की कगार पर हैं पीएम मोदी? यूक्रेन दौरे से क्या हो सकते हैं नतीजे?

India-Russia and India-Ukraine Relations: क्या रूस से रिश्ते बिगाड़ने की कगार पर हैं पीएम मोदी? यूक्रेन दौरे से क्या हो सकते हैं नतीजे?

Ukraine

India-Russia and India-Ukraine Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपनी रूस (Russia) यात्रा के ठीक एक महीने बाद 22 अगस्त को यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव (Kyiv) पहुंचने वाले हैं। उनकी यह यात्रा उस समय हो रही है जब यूक्रेनी सेना (Ukrainian Army) रूसी जमीन (Russian Territory) के 100 किलोमीटर अंदर तक घुस चुकी है। इस स्थिति में, पीएम मोदी के सामने दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की चुनौती होगी।

पोलैंड से ट्रेन द्वारा कीव के लिए प्रस्थान

पीएम मोदी पोलैंड (Poland) से ट्रेन (Train) के जरिए 22 अगस्त को कीव पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelenskyy) द्वारा किया जाएगा। यह यात्रा यूक्रेन के स्वतंत्रता दिवस (Independence Day of Ukraine) की पूर्व संध्या पर हो रही है, जो कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पीएम मोदी की रूस यात्रा (Russia Visit) के दौरान, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने उन्हें गले लगाकर स्वागत किया था, जिसकी पश्चिमी मीडिया (Western Media) में काफी आलोचना (Criticism) हुई थी।

भारत की तटस्थ स्थिति और यूक्रेन का रुख**

फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण (Invasion) के बाद भी भारत (India) ने रूस के साथ अपने घनिष्ठ संबंध (Close Relations) बनाए रखे हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पहले पीएम मोदी और पुतिन की बैठक (Meeting) पर तीखी प्रतिक्रिया (Sharp Reaction) दी थी। हालांकि, अब वही जेलेंस्की पीएम मोदी के स्वागत (Welcome) की तैयारियों में जुटे हुए हैं। यह यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वे भारत जैसे बड़े देश के प्रधानमंत्री के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं।

पुतिन को पहले ही दे चुके हैं शांति संदेश

पीएम मोदी ने कई मौकों पर रूस और यूक्रेन के बीच शांति (Peace) स्थापित करने का आह्वान (Appeal) किया है, लेकिन उन्होंने युद्ध (War) के लिए सीधे तौर पर रूस को जिम्मेदार ठहराने से इनकार किया है। पिछले महीने मॉस्को (Moscow) यात्रा के दौरान, जब रूसी सेना ने यूक्रेन के एक बच्चों के अस्पताल (Children’s Hospital) पर घातक हमला (Deadly Attack) किया था, तो पीएम मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख (Sorrow) व्यक्त किया था। उन्होंने उस समय पुतिन के सामने ही कहा था, “जब मासूम बच्चों की हत्या (Killing of Innocent Children) की जाती है, तो दिल दुखता है और वह दर्द बहुत भयानक (Terrible) होता है।”

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क्या नाराज होगा रूस?

पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा पर रूस की प्रतिक्रिया (Reaction) पर भी नजरें होंगी। रूस के साथ भारत के घनिष्ठ संबंधों के बावजूद, यह यात्रा रूस के लिए एक कड़ा संदेश (Strong Message) हो सकती है। यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच पीएम मोदी की यह यात्रा रूस को यह सोचने पर मजबूर कर सकती है कि क्या भारत अब अपनी तटस्थ स्थिति (Neutral Position) से हट रहा है।

पीएम मोदी की यह यात्रा एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक पहल (Diplomatic Initiative) है, जहां उनके सामने दोनों देशों के साथ संतुलन बनाए रखने की चुनौती (Challenge) होगी। इस यात्रा से निकलने वाले परिणाम भारत-रूस और भारत-यूक्रेन संबंधों (India-Russia and India-Ukraine Relations) पर गहरा असर डाल सकते हैं।

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