मध्यप्रदेश: 2024 बना समग्र विकास और जनकल्याण का ऐतिहासिक वर्ष
Madhya Pradesh Vikas Yojnaayein | भोपाल, 30 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्ष 2024 को मध्यप्रदेश के समग्र विकास और जनकल्याण के लिए समर्पित वर्ष बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों और नीतियों ने प्रदेश की जनता के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय नदी लिंक परियोजनाओं केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल को दी गई मंजूरी ने राज्य के विकास को नई दिशा दी। मुख्यमंत्री ने इन परियोजनाओं को प्रदेश की समृद्धि का आधार बताया।
साइबर तहसील: एक क्रांतिकारी कदम
मध्यप्रदेश ने देश में पहली बार साइबर तहसील परियोजना लागू की। 55 जिलों में शुरू इस परियोजना के तहत नामांतरण, बंटवारा जैसे राजस्व प्रकरण अब ऑनलाइन निराकरण के लिए उपलब्ध होंगे। साइबर तहसील 2.0 की शुरुआत से प्रक्रिया को और तेज किया गया, जिससे 25 दिनों के भीतर नामांतरण पूरा किया जा सके। नागरिक अब दावा-आपत्ति, आदेश प्रति, खसरा और नक्शों की प्रतियां डिजिटल माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
पर्यावरण और यातायात सुधार
प्रदेश सरकार ने ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए अनियंत्रित ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर प्रतिबंध लगाया। वहीं, भोपाल में बीआरटीएस कॉरिडोर हटाकर यातायात सुगमता को प्राथमिकता दी। इंदौर में एक दिन में 12 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया। साथ ही, जल स्रोतों के संरक्षण के लिए “जल-गंगा संवर्धन अभियान” चलाया गया, जिसमें जनभागीदारी से जलाशयों की सफाई और पौधारोपण किया गया।
महत्वपूर्ण आधारभूत संरचनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24,500 करोड़ रुपये की अधोसंरचना परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 33 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास और 133 रेल ओवर ब्रिज और अंडरपास का निर्माण शामिल है। ग्वालियर में देश का सबसे बड़ा राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट बनकर तैयार हुआ। रीवा को प्रदेश का छठा एयरपोर्ट मिलने के साथ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूती मिली।
कृषि और ग्रामीण विकास
शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को फसल ऋण उपलब्ध कराने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने की योजनाएं जारी रहीं। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 81 लाख किसानों को अब तक 15,800 करोड़ रुपये का सीधा लाभ पहुंचाया गया। फसल बीमा योजना में 25 लाख किसानों को 750 करोड़ रुपये की राशि वितरित की गई। तेंदूपत्ता संग्राहकों का संग्रहण पारिश्रमिक बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रति बोरा किया गया। साथ ही, 30 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों को 115 करोड़ रुपये का बोनस दिया गया। Madhya Pradesh Vikas Yojnaayein
महिला सशक्तिकरण में अग्रणी कदम
महिलाओं को 35% आरक्षण देने और 1 करोड़ 29 लाख बहनों के खातों में “लाड़ली बहना योजना” की राशि निरंतर ट्रांसफर करने के अलावा उज्ज्वला योजना के तहत 450 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए गए। जेंडर बजट में 19,021 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि की गई। Madhya Pradesh Vikas Yojnaayein
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बना। 369 सीएम राइज विद्यालयों का संचालन शुरू हुआ और 11,000 शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी की गई। 12 अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ समझौते कर शिक्षा का अंतरराष्ट्रीयकरण किया गया। स्वास्थ्य क्षेत्र में, प्रदेश में 17 सरकारी मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं और नए सत्र से श्योपुर और सिंगरौली में कॉलेज शुरू होंगे। आयुष्मान भारत योजना के तहत 38 लाख से अधिक मरीजों को निःशुल्क उपचार मिला।
उद्योग और ऊर्जा में आत्मनिर्भरता
प्रदेश ने ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पावर प्रोजेक्ट की शुरुआत की, जिससे 278 मेगावॉट बिजली का उत्पादन शुरू हुआ। उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए नई योजनाएं लागू की गईं। प्रदेश में सभी गैर-कृषि उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि उपभोक्ताओं को औसतन 10 घंटे बिजली उपलब्ध कराई गई।
महत्वपूर्ण सामाजिक पहल
सामाजिक कल्याण के तहत, पीएम स्वामित्व योजना के माध्यम से 24 लाख लोगों को स्वामित्व अधिकार पत्र वितरित किए गए। विशेष पिछड़ी जनजातियों के युवाओं को सेना, पुलिस, और होमगार्ड में भर्ती के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वर्ष 2024 में उठाए गए कदम न केवल प्रदेश के विकास को गति देंगे, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल कायम करेंगे। राज्य सरकार का उद्देश्य मध्यप्रदेश को समृद्ध, सशक्त, और आत्मनिर्भर बनाना है। Madhya Pradesh Vikas Yojnaayein
नया वर्ष और शराब पार्टी: अच्छी या बुरी? क्या सही है
मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।