नेपाल में गोरखपुर बस दुर्घटना: “Nepal Bus Accident” में 14 की मौत, 40 से अधिक यात्रियों की सवारी; विस्तृत जानकारी
Nepal Bus Accident : नेपाल में शुक्रवार (23 अगस्त) को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की एक बस की दुर्भाग्यपूर्ण “Nepal bus accident” ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया। इस हादसे में 14 यात्रियों की जान चली गई है, जबकि 31 लोग घायल हो गए हैं। कुल मिलाकर 40 से अधिक लोग इस बस में सवार थे, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। यह घटना तब हुई जब बस नेपाल के पोखरा से काठमांडू जा रही थी और तनहुन जिले के आइना पहाड़ा में सुबह 11:30 बजे हाईवे से लगभग 500 फुट नीचे मार्स्यांग्डी नदी में गिर गई।
यह “Nepal bus accident” अत्यंत दुःखद है क्योंकि इसमें सवार अधिकांश यात्री महाराष्ट्र के थे, जो पर्यटन के लिए नेपाल आए थे। बस केसरवानी टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी की थी, जिसका नंबर UP-53 FT 7623 था। यह बस सौरभ केसरवानी की पत्नी शालिनी के नाम पर रजिस्टर्ड थी। बस के उच्च गति पर चलने के दौरान अचानक सड़क पर फिसलन या कोई अन्य कारण बशर्ते दुर्घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप बस नदी में गिर गई।
इस “Nepal bus accident” में सवार अधिकांश यात्रियों का महाराष्ट्र से आना था, जो नेपाल पर्यटन पर गए थे। 14 की मौत हो गई है, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। 31 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। इस घटना ने कई परिवारों को गहरे दुख में डुबो दिया है।
घटना के तुरंत बाद, नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस बल (APF), और नेपाल सेना ने संयुक्त सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। सशस्त्र पुलिस बल की 45 जवानों की एक टीम घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गई। इसके अलावा, नेपाल सेना ने एक MI-17 हेलीकॉप्टर को मेडिकल टीम के साथ काठमांडू से तनहुन के लिए भेजा। बचाव कार्य के दौरान कठिन मौसम और जटिल भूभाग ने काम को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया, लेकिन टीमों ने पूरे समर्पण के साथ कार्य जारी रखा।
इस “Nepal bus accident” से पहले भी केसरवानी ट्रेवल्स की 3 बसों की नेपाल यात्रा के लिए बुकिंग की गई थी, जो लगभग 4 महीने पहले हुई थी। तीनों बसें 20 अगस्त को नेपाल पहुंचीं थीं, और उनकी वापसी 29 अगस्त को होनी थी। हालांकि, वापसी की बसों में से एक पहले ही नदी में गिर चुकी है। इससे पहले भी एक ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें एक बस नदी में गिर गई थी और उसके ड्राइवर तथा कंडक्टर की मौत हो गई थी। वर्तमान दुर्घटना में भी ड्राइवर और कंडक्टर मारे गए हैं। दूसरी बस में सवार लोग नेपाल के मुगलिंग में रुके हुए हैं, उनसे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस “Nepal bus accident” का संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई का निर्देश दिया है। रिलीफ कमिश्नर जी. एस. नवीन ने नेपाल सरकार के अधिकारियों से संपर्क किया और भारतीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया। उन्होंने बताया कि यह एक ट्रैवलर बस थी, इसलिए इसमें उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लोग भी सवार हो सकते हैं। नेपाल के अधिकारियों से संपर्क करके यात्रियों की जानकारी जुटाई जा रही है। महराजगंज के एसडीएम और एडीएम को नेपाल भेजा गया है ताकि स्थिति का जायजा लिया जा सके और प्रभावित यात्रियों की पहचान हो सके।
इस “Nepal bus accident” ने कई परिवारों को गहरे दुःख में डाल दिया है। सरकार ने प्रभावित यात्रियों के परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। नेपाल में तैनात भारतीय पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है, ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। ट्रैवलर्स को सलाह दी जा रही है कि वे यात्रा करते समय वाहन की स्थिति और चालक की योग्यता की अच्छी तरह से जांच कर लें।
इस “Nepal bus accident” ने सड़क सुरक्षा, वाहन निरीक्षण, और चालक की क्षमता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को फिर से उजागर किया है। सरकार को चाहिए कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। वाहन के नियमित निरीक्षण, चालक की प्रशिक्षण, और सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं।
यह “Nepal bus accident” एक दुखद घटना है जिसने कई लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। सड़क सुरक्षा, वाहन निरीक्षण, और चालक की योग्यता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को फिर से सामने लाया है। सरकार को चाहिए कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इस घटना में मरने वाले यात्रियों के परिवारों को सरकार की ओर से सहानुभूति और सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही, घायल यात्रियों के लिए उचित चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जा रही है।
इस दुर्घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। “Nepal bus accident” जैसे घटनाक्रम से न केवल प्रभावित यात्रियों को बल्कि पूरी यात्रियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है। उम्मीद है कि जल्द ही हादसे के सभी कारणों का पता चल सकेगा और भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सकेगा।
यह भी पढ़ें़ें