राहुल गांधी ने IIT मद्रास में छात्रों के साथ संवाद: कांग्रेस और BJP के दृष्टिकोण का अंतर समझाया

राहुल गांधी ने IIT मद्रास में छात्रों के साथ संवाद: कांग्रेस और BJP के दृष्टिकोण का अंतर समझाया

Rahul Gandhi and IIT Madras Students | नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में IIT मद्रास के छात्रों के साथ संवाद किया। इस चर्चा में उन्होंने कांग्रेस और भाजपा की नीतियों और उनके दृष्टिकोण के बीच के अंतर पर प्रकाश डाला। बातचीत में उन्होंने संसाधनों के वितरण, समावेशी विकास और शिक्षा व्यवस्था में सुधार जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित किया। राहुल गांधी ने अपने विचार रखते हुए कांग्रेस के दृष्टिकोण को “समावेशी और निष्पक्ष विकास” कहा, जबकि भाजपा की नीतियों को “आक्रामक और ट्रिकल-डाउन दृष्टिकोण” पर आधारित बताया।

कांग्रेस और BJP के दृष्टिकोण में अंतर

राहुल गांधी से छात्रों ने सवाल किया कि कांग्रेस और भाजपा के काम करने के तरीके में मुख्य अंतर क्या है। राहुल ने समझाया कि कांग्रेस का ध्यान संसाधनों के उचित और निष्पक्ष वितरण पर केंद्रित है। उनकी पार्टी समावेशी विकास को प्राथमिकता देती है, जहां समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीतियां समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को ऊपर उठाने पर आधारित हैं। इसके विपरीत, राहुल गांधी ने भाजपा की नीतियों को “आक्रामक विकास” का नाम दिया। उन्होंने बताया कि भाजपा ट्रिकल-डाउन अर्थव्यवस्था में विश्वास करती है। इसका मतलब यह है कि अगर अमीर वर्ग को लाभ पहुंचाया जाएगा, तो वह लाभ धीरे-धीरे समाज के निचले तबकों तक पहुंचेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि इस दृष्टिकोण को लेकर आलोचनाएं होती रही हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रिकल-डाउन मॉडल अमीर और गरीब के बीच की खाई को और बढ़ा सकता है। राहुल ने इस दौरान सामाजिक सौहार्द्र और शांति की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि जितना सौहार्द्रपूर्ण समाज होगा, उतना ही देश के विकास के लिए अच्छा होगा। “हमारा उद्देश्य समाज में संघर्ष कम करना और एकता को बढ़ावा देना है।”

शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता

इस संवाद में शिक्षा व्यवस्था पर भी गहन चर्चा हुई। राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार की जरूरत है। उन्होंने बताया कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं होना चाहिए, बल्कि यह समाज को प्रगतिशील और सशक्त बनाने का माध्यम होना चाहिए। उन्होंने छात्रों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में कई खामियां हैं। “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि शिक्षा हर वर्ग तक पहुंचे और यह गुणवत्तापूर्ण हो।” राहुल ने कहा कि सरकार को शिक्षा पर अधिक निवेश करना चाहिए, ताकि देश के युवा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम हो सकें।

समावेशी विकास बनाम आक्रामक विकास

राहुल गांधी ने कांग्रेस की समावेशी विकास की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि यह न केवल गरीबों और वंचित वर्गों को सशक्त बनाती हैं, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देती हैं। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विकास का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे।” उन्होंने भाजपा की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी पार्टी की नीतियां तेज विकास पर केंद्रित हैं, जो अमीर वर्ग को लाभ पहुंचाने में मदद करती हैं। “ट्रिकल-डाउन मॉडल का दावा है कि यह विकास के लाभ को निचले स्तर तक पहुंचाएगा, लेकिन वास्तविकता में यह अक्सर अमीर और गरीब के बीच खाई को और गहरा करता है।”

आर्थिक नीतियों पर चर्चा

इस दौरान देश की आर्थिक नीतियों पर भी चर्चा हुई। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का ध्यान आर्थिक संसाधनों के उचित बंटवारे पर होता है। उनका मानना है कि अगर देश के सभी वर्गों को समान रूप से सशक्त किया जाए, तो यह राष्ट्र के लिए अधिक फायदेमंद होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब समाज के वंचित और कमजोर वर्ग मजबूत होंगे, तो देश की अर्थव्यवस्था भी स्थिर और प्रगतिशील बनेगी। इसके विपरीत, भाजपा की नीतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह मॉडल अमीरों के पक्ष में काम करता है। “यह दावा किया जाता है कि अमीरों को लाभ देने से उनका निवेश बढ़ेगा और अंततः इसका फायदा गरीबों को मिलेगा, लेकिन यह मॉडल गरीबों के लिए उतना प्रभावी नहीं साबित हुआ है।”

समाज में एकता और भाईचारे की आवश्यकता

राहुल गांधी ने समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “हमारा समाज जितना सौहार्द्रपूर्ण होगा, देश उतना ही तेज गति से प्रगति करेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की नीतियां सामाजिक समरसता और समानता पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों और विचारधारा में समाज को विभाजित करने का खतरा है। “जब समाज में टकराव और संघर्ष बढ़ते हैं, तो इसका सीधा असर देश के विकास पर पड़ता है।”

छात्रों के साथ संवाद का उद्देश्य

यह चर्चा छात्रों के सवालों के उत्तर देने और उन्हें देश की राजनीति, अर्थव्यवस्था और शिक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से की गई थी। राहुल गांधी ने कहा कि वह देश के युवाओं के विचारों और समस्याओं को समझना चाहते हैं। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे भी राजनीति और समाज सेवा में सक्रिय भूमिका निभाएं। IIT मद्रास के छात्रों के साथ यह संवाद कांग्रेस के दृष्टिकोण और भाजपा की नीतियों के बीच अंतर को समझाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था। राहुल गांधी ने समावेशी विकास, शिक्षा में सुधार और समाज में एकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस का लक्ष्य संसाधनों के उचित बंटवारे और सामाजिक समरसता को प्राथमिकता देना है। वहीं, भाजपा की नीतियों को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फोकस तेज विकास और अमीर वर्ग को लाभ पहुंचाने पर अधिक है। यह संवाद देश की राजनीति और नीतियों को समझने के लिए युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव था।

आर्थिक नीतियों पर चर्चा


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