गुजरात के पोरबंदर में कोस्ट गार्ड हेलिकॉप्टर क्रैश: 3 की मौत, हादसे के कारणों की जांच जारी
Porbandar Helicopter Crash | गुजरात के पोरबंदर में रविवार दोपहर कोस्ट गार्ड का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा कोस्ट गार्ड एयर एन्क्लेव, यानी एयरपोर्ट पर हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना दोपहर करीब 12 बजे की है। हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हेलिकॉप्टर नियमित उड़ान पर था। घटना के तुरंत बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। स्थानीय प्रशासन और कोस्ट गार्ड की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया। हादसे के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
यह पहली बार नहीं है जब पोरबंदर में कोस्ट गार्ड का हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ है। चार महीने पहले, 2 सितंबर 2024 को भी इंडियन कोस्ट गार्ड (ICG) का एक एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ध्रुव) पोरबंदर तट के पास अरब सागर में क्रैश हो गया था। उस घटना में हेलिकॉप्टर में सवार चार क्रू मेंबर्स में से केवल एक को बचाया जा सका था, जबकि तीन लापता हो गए थे। इन घटनाओं ने सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की दुर्घटनाएं तकनीकी खामियों, खराब रखरखाव, या मौसम संबंधी कारणों की वजह से हो सकती हैं। पिछले कुछ वर्षों में एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) ध्रुव की सुरक्षा को लेकर कई चिंताएं सामने आई हैं। इस हेलिकॉप्टर का उपयोग भारतीय सशस्त्र बलों और कोस्ट गार्ड द्वारा बड़े पैमाने पर किया जाता है।
कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने बयान जारी कर कहा है कि घटना की पूरी जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों को संवेदना प्रकट करते हुए आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की गई है।
पोरबंदर में हुआ यह हादसा न केवल कोस्ट गार्ड के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक चिंताजनक घटना है। यह जरूरी है कि सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जाए और हेलिकॉप्टर संचालन में उच्च मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
इस तरह की घटनाएं यह याद दिलाती हैं कि सुरक्षा और सतर्कता में जरा सी भी चूक बड़े नुकसान का कारण बन सकती है। देश की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में कोस्ट गार्ड की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, इन घटनाओं से सबक लेना और सुधारात्मक कदम उठाना अत्यावश्यक है। Porbandar Helicopter Crash
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।