मौसम ने बदला रुख: मालवांचल में कोहरे और बादलों ने तापमान में 5 डिग्री की गिरावट, मावठे की संभावना

मौसम ने बदला रुख: मालवांचल में कोहरे और बादलों ने तापमान में 5 डिग्री की गिरावट, मावठे की संभावना

Malwanchal mausam samachar | मौसम ने फिर मालवांचल क्षेत्र में ही अपना मूड बदल दिया है। पश्चिमी विक्षोभ के अनुपातन हलचल चल गई है, जिसकी वजह से तापमान में गिरावट आ गई है। खासकर उज्जैन शहर सहित संपूर्ण मालवांचल में ठंड को बढ़ा रहे घने कोहरे और छाए बादलों की वजह से सर्दी कुछ अधिक रही है और इस तबदीली की वजह से सामान्य तापमान में 5 डिग्री की उतार-चढ़ाव हो गया है वहीं नमी की दर भी बढ़ गई है। इसी नमी से मावठे की भी संभावना बनी।

पश्चिमी विक्षोभ और सर्द हवाओं का प्रभाव

पश्चिमी विक्षोभ एक मौसम प्रणाली है जो मुख्यतः सर्दियों के समय में भारत के उत्तरी भागों को प्रभावित कर करती है। यह विक्षोभ सर्द हवाओं के साथ ही आता है और भी मौसम में बदलाव आणवंत। रविवार की सुबह से ही मालवांचल में मौसम का बदलाव देखने को तो मिला, जिस दौर्महल बदलाव की वजह सर्द हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ ने बादल और कोहरा छाया। यह तो नहीं केवल दृश्यता को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि तापमान में भी बड़ी गिरावट का कारण बन रहे हैं।

तापमान में गिरावट

इस मौसम परिवर्तन के कारण, मालवांचल में तापमान में भारी गिरावट हुई है। पिछले कुछ दिनों से मौसम में हल्की गर्मी महसूस हो रही थी, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से एक दिन पहले, 12 जनवरी को अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस से घटकर 22.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इस कारण से दिनभर ठंडी हवाओं का असर रहा और लोग सर्दी का सामना कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें....  उज्जैन में राहगीरी: संस्कृति, स्वास्थ्य और मनोरंजन का अनोखा संगम

आज, 13 जनवरी को सुबह का न्यूनतम तापमान भी 12.5 डिग्री से घटकर 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे सर्दी और बढ़ गई है। इस प्रकार, अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की गिरावट आई है। इस तापमान परिवर्तन के कारण ठंड का असर और अधिक महसूस हो रहा है, और यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रहने की संभावना है।

नमी और मावठे की संभावना

बादल और कोहरे के कारण, आज सुबह मौसम में नमी का स्तर 86 प्रतिशत तक पहुंच गया था। यह नमी का स्तर संकेत दे रहा है कि मावठा गिरने की संभावना बन गई है। मावठा, जो सर्दियों में अक्सर हल्की बारिश के रूप में आता है, इस समय की परिस्थितियों में हो सकता है। यह मौसम में नमी बढ़ाने के साथ-साथ ठंड को और तेज कर सकता है। मावठे का असर खेतों और कृषि पर भी पड़ सकता है, खासकर किसानों को अपनी फसल की देखभाल में सतर्क रहना होगा।

मावठा के कारण वातावरण में और अधिक नमी जमा हो सकती है, जिससे कोहरे का असर और गहरा हो सकता है। तापमान में भी गिरावट की संभावना होगी। इस किस्म का मौसम वहां पर केवल ठंड बढ़ाता है, लेकिन इससे वातावरण की सेहत को भी हानि पहुंचेगी।

बाजारों में सन्नाटा

मौसम में इस बदलाव का असर शहर की व्यावसायिक गतिविधियों पर भी पड़ा है। सर्दी के कारण, आज सुबह 10 बजे तक बाजारों में सामान्य दिनों की तुलना में काफी सन्नाटा था। लोग ठंड के चलते बाहर नहीं निकल पा रहे थे और अधिकतर लोग घरों में ही रहे। इसका असर दुकानदारों पर भी पड़ा, क्योंकि वे भी सुबह जल्दी दुकानें नहीं खोल पा रहे थे।

यह भी पढ़ें....  स्पीड ब्रेकर पर लौटी जिंदगी: महाराष्ट्र में 'मृत' बुजुर्ग ने एंबुलेंस में ली सांस, 15 दिन बाद घर लौटे"

इस तरह के मौसम में बाजारों में भीड़ कम हो जाती है और लोग सर्दी से बचने के लिए देर से बाहर निकलते हैं। यह स्थिति आज सुबह 10 बजे तक रही, जब बाजारों में हलचल कम थी। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, बाजारों में भी हलचल बढ़ी और लोग आवश्यक सामान की खरीदारी के लिए बाहर निकले।

भविष्यवाणी और सावधानियाँ

मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में इस प्रकार के मौसम का प्रभाव बना रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते और भी अधिक कोहरा और ठंड का असर देखा जा सकता है। इसके साथ ही, मावठे की संभावना भी बनी हुई है, जिससे किसानों को अपनी फसल की सुरक्षा के उपायों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी गई है। सर्दियों के इस मौसम में सेहत पर भी असर पड़ सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ठंड के कारण सर्दी-जुकाम फ्लू जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं, इसलिए गर्म कपड़े पहनना और बाहर जाते समय इससे बचने के लिए मुंह पर मास्क का उपयोग करना जरूरी होगा। इसके अतिरिक्त, कोहरे के कारण सड़क पर वाहन चलाते समय भी ज्यादा प्रयत्नशीलता के साथ रहेगा। दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है क्योंकि दृश्यता कम होगी, इसलिए वाहन चलाने वाले को निम्न दिशा में धीमी गति से और उचित संकेतक का इस्तेमाल करना सही होगा। Malwanchal mausam samachar


यह भी पढ़ें….

प्रयागराज महाकुंभ 2025: आस्था का संगम, हेलीकॉप्टर से दर्शन और गंगा मैया की आराधना का अनोखा अनुभव

Leave a Comment