रुपया मजबूत, सेंसेक्स 76,000 और निफ्टी 23,000 अंक से नीचे
Share Market Alert | बुधवार, 12 फरवरी 2025 को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 76,000 अंक और निफ्टी 23,000 अंक के महत्वपूर्ण स्तरों से नीचे आ गया, यह गिरावट विदेशी पूंजी की लगातार निकासी और वैश्विक बाजारों में व्यापार युद्ध की आशंकाओं के कारण हुई। हालांकि, इस बीच रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ और 26 पैसे की बढ़त के साथ 86.53 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
बाजार की चाल
- सेंसेक्स: बीएसई सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 274.56 अंक की गिरावट के साथ 76,019.04 अंक पर शुरुआत की। इसके बाद इसमें और गिरावट आई और यह 645.04 अंकों की गिरावट के साथ 75,668.97 अंक पर आ गया।
- निफ्टी: एनएसई निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में 78.45 अंक की गिरावट के साथ 22,993.35 अंक पर शुरुआत की। बाद में यह 156.40 अंकों की गिरावट के साथ 22,915.40 अंक पर पहुंच गया।
गिरावट के मुख्य कारण
- विदेशी पूंजी की निकासी:
विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) लगातार भारतीय बाजारों से पूंजी निकाल रहे हैं, मंगलवार को FII ने शुद्ध रूप से 4,486.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, यह निकासी वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीतियों के प्रति अनिश्चितता के कारण हुई। - व्यापार युद्ध की आशंकाएं:
वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध की आशंकाओं ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है, चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक बाजारों को प्रभावित किया है, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा। - तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव:
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने भी बाजारों को अस्थिर बनाए रखा भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए यह चिंता का विषय है। - घरेलू आर्थिक संकेतक:
हाल ही में जारी किए गए घरेलू आर्थिक आंकड़ो, जैसे सीपीआई (मुद्रास्फीति) और आईआईपी (औद्योगिक उत्पादन), ने भी निवेशकों के मन में अनिश्चितता पैदा की है। Share Market Alert
रुपये की मजबूती
शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ। शुरुआती कारोबार में रुपया 26 पैसे की बढ़त के साथ 86.53 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। रुपये की मजबूती के पीछे मुख्य कारण हैं:
- विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि।
- तेल की कीमतों में स्थिरता।
- आरबीआई की मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप की रणनीति।
विश्लेषकों की राय
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक और घरेलू कारकों के कारण शेयर बाजारो में अस्थिरता जारी रह सकती है। हालांकि, दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह गिरावट एक अच्छा मौका हो सकता है, क्योंकि कई गुणवत्तापूर्ण शेयरों की कीमते कम हो गई हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
- दीर्घकालिक नजरिया रखें: अस्थिर बाजार में भावनात्मक निर्णय लेने से बचें और दीर्घकालिक निवेश पर ध्यान केंद्रित करें।
- विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाएं और अलग-अलग सेक्टरों में निवेश करें।
- स्टॉप-लॉस का उपयोग करें: नुकसान को सीमित करने के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करें।
- विशेषज्ञों की सलाह लें: बाजार की स्थिति को समझने के लिए वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करें। Share Market Alert
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।