योगी को जान से मारने की धमकी देने वाला युवक गिरफ्तार
UP STF and cm yogi adityanath | मुरैना जिले में एक युवक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को फोन कॉल पर जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद यूपी एसटीएफ (UP STF) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।
कैसे हुआ खुलासा?
जानकारी के मुताबिक, महाराज सिंह पुरा (Maharaj Singh Pura) के रहने वाले सुनील गुर्जर (Sunil Gurjar), जो मात्र 20 साल का है, ने इंस्टाग्राम (Instagram) के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास (CM House) का नंबर निकाला और उस पर कॉल कर दिया। कॉल रिसीव करने वाले कर्मचारी ने जब युवक से बात करने का कारण पूछा तो उसने सीधे-सीधे कहा कि उसकी बात मुख्यमंत्री से कराई जाए। जब कर्मचारी ने यह जानना चाहा कि वह सीएम से क्यों बात करना चाहता है, तो उसने चौंकाने वाला जवाब दिया – “मैं योगी को मारना चाहता हूं।” (“I want to kill Yogi.”) इस जवाब के बाद कर्मचारी ने उससे ऐसा करने का कारण पूछा तो आरोपी ने कहा कि वह डॉन (Don) बनना चाहता है और इसके लिए उसे यह कदम उठाना जरूरी लगा।
इंटेलिजेंस और एसटीएफ की सक्रियता
जैसे ही यह धमकी भरा फोन कॉल आया, उत्तर प्रदेश इंटेलिजेंस विभाग (Intelligence Department) तुरंत हरकत में आ गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा एसटीएफ (Agra STF) को इसकी जांच सौंपी गई। पुलिस ने कॉल डिटेल्स (Call Details) की मदद से आरोपी का पता लगाया और 24 घंटे के अंदर उसे पकड़ लिया। मंगलवार को यूपी एसटीएफ की एक टीम सिविल लाइन थाना (Civil Line Police Station) पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से महाराज सिंह पुरा से आरोपी को हिरासत में लिया।
पूछताछ में क्या पता चला?
आरोपी से करीब 10 घंटे की पूछताछ (10 Hours Interrogation) के दौरान उसके संभावित कनेक्शनों की जांच की गई। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने यह कदम किसी उकसावे में उठाया या फिर उसके पीछे कोई बड़ी साजिश थी। टीआई सिविल लाइन (TI Civil Line) दर्शन शुक्ला (Darshan Shukla) ने बताया कि आरोपी को एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यह मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया (Social Media) पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कई लोग इस घटना को सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल का नतीजा मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे एक गंभीर मानसिक विकार का संकेत बता रहे हैं। अब एसटीएफ यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी ने यह कदम अपने स्तर पर उठाया या इसके पीछे कोई संगठित अपराधी गिरोह (Organized Crime Syndicate) या कोई अन्य तत्व शामिल है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह किसी सोशल मीडिया ट्रेंड का प्रभाव तो नहीं है। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सार्वजनिक हस्तियों की सुरक्षा से जुड़े नंबर और जानकारियां कितनी आसानी से उपलब्ध हो सकती हैं। पुलिस प्रशासन भी इस दिशा में आगे की सुरक्षा व्यवस्था पर विचार कर रही है।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।