अमेरिका से निर्वासित 12 भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी, दिल्ली में लैंड
12 Indians deported from US return home | रविवार शाम को, अमेरिका द्वारा पनामा से निर्वासित किए गए 12 भारतीय नागरिक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। यह भारतीय नागरिकों का पहला जत्था है जो पनामा से स्वदेश लौटे हैं। यह कदम अमेरिका के साथ पनामा और कोस्टा रिका के सहयोग का हिस्सा है, जो गैर-दस्तावेज प्रवासियों की स्वदेश वापसी की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
अमेरिका की कार्रवाई और भारतीय नागरिकों की स्थिति
हाल ही में, अमेरिका ने 299 अप्रवासियों को पनामा निर्वासित किया था, जिसमें भारतीय नागरिक भी शामिल थे। यह कार्रवाई अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले प्रवासियों के खिलाफ की गई थी, जो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार के दौरान अधिक सख्त हो गई थी। इससे पहले, फरवरी में तीन अलग-अलग जत्थों में लगभग 332 भारतीय नागरिकों को अमेरिका से वापस भेजा गया था।
स्वदेश लौटने वाले भारतीय नागरिकों की जानकारी
इन 12 भारतीय नागरिकों में से 4 पंजाब, 5 हरियाणा और 3 उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। तुर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट से इस्तांबुल होते हुए ये नागरिक दिल्ली पहुंचे। पंजाब के चारों नागरिकों को एक ही फ्लाइट से अमृतसर भेज दिया गया है। हालांकि, पनामा में मौजूद 299 निर्वासितों में से कितने भारतीय हैं, इसकी जानकारी अभी तक स्पष्ट नहीं है।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे पनामा में मौजूद निर्वासित लोगों की नागरिकता की जांच कर रहे हैं। MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि एक बार जब सत्यापन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तब इन भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम पूरी तरह से पुष्टि करने के बाद ही इन नागरिकों को वापस लाने का इंतजाम करेंगे।”
अंतरराष्ट्रीय सहयोग का महत्व
यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे विभिन्न देशों के बीच सहयोग और समन्वय से प्रवासियों की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। अमेरिका, पनामा और कोस्टा रिका के बीच यह सहयोग न केवल निर्वासित नागरिकों की स्वदेश वापसी में मदद कर रहा है, बल्कि यह उन देशों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करता है जो प्रवासी मुद्दों का सामना कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
इस प्रक्रिया के तहत, यह संभावना है कि और भी भारतीय नागरिकों को पनामा से स्वदेश लौटने का अवसर मिलेगा। भारतीय सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और प्रवासियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में इस तरह के और कितने जत्थे भारत लौटते हैं और सरकार किस प्रकार की सहायता प्रदान करती है। 12 Indians deported from US return home
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।