नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर किस भगवान की मूर्ति रखें? वास्तु शास्त्र के अनुसार जानें शुभ फल और नियम
Vastu Tips For New Car | आज के आधुनिक युग में, एक नई गाड़ी खरीदना मात्र एक आवश्यकता नहीं रह गई है, बल्कि यह हमारे जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि, हमारी कड़ी मेहनत का फल और हमारी भावनाओं से जुड़ा एक अटूट बंधन भी बन गई है। जब भी कोई व्यक्ति एक नई गाड़ी अपने घर लाता है, तो उसकी यह प्रबल इच्छा होती है कि उसका हर सफर सुरक्षित, मंगलमय और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण हो। इसी भावना के साथ, बहुत से लोग अपनी नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर या अन्य उपयुक्त स्थान पर भगवान की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करते हैं। यह परंपरा न केवल हमारी गहरी धार्मिक आस्था को दर्शाती है, बल्कि इसके मूल में वास्तु शास्त्र के कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांत और हमारी मानसिक शांति की कामना भी निहित है। Vastu Tips For New Car
नई गाड़ी: मेहनत और सफलता का प्रतीक: आज के समय में नई गाड़ी केवल एक वाहन नहीं, बल्कि यह हमारी भावनाओं, कड़ी मेहनत और जीवन में मिली सफलता का भी प्रतीक है।
सुरक्षा और सकारात्मकता के लिए भगवान की मूर्ति: नई गाड़ी खरीदते समय बहुत से लोग अपनी यात्रा को सुरक्षित और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाने के लिए उसमें भगवान की मूर्ति या तस्वीर लगाते हैं।
वास्तु के अनुसार मूर्ति का महत्व और नियम: वास्तु शास्त्र के अनुसार वाहन में भगवान की मूर्ति स्थापित करने से पहले कुछ विशेष नियमों और सुझावों का पालन करना आवश्यक है।
डैशबोर्ड के लिए विशेष भगवान: वास्तु शास्त्र नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर कुछ विशेष भगवानों की मूर्ति रखने की सलाह देता है, जिससे वाहन की सुरक्षा और यात्रा में आने वाली बाधाओं से बचाव होता है।
गणेश, हनुमान, आदियोगी शिव और दुर्गा: शुभ प्रतीक: भगवान गणेश विघ्नहर्ता के रूप में, हनुमान जी सुरक्षा और बल के प्रतीक के रूप में, आदियोगी शिव शांति और स्थिरता के प्रतीक के रूप में, और माता दुर्गा शक्ति और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में डैशबोर्ड पर स्थापित करने के लिए शुभ माने जाते हैं।
मूर्ति रखने की सही दिशा और तरीका: मूर्ति का मुख वाहन की दिशा में होना चाहिए और वह साफ-सुथरी होनी चाहिए।
वास्तु शास्त्र, जो कि भारतीय वास्तुकला का प्राचीन विज्ञान है, हमारे आसपास की ऊर्जा को संतुलित करने और सकारात्मकता को आकर्षित करने के सिद्धांतों पर आधारित है। जिस प्रकार हम अपने घरों और कार्यस्थलों में वास्तु के नियमों का पालन करते हैं, उसी प्रकार हमारे वाहन में भी वास्तु के कुछ नियमों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण माना जाता है। खासकर जब बात आती है नई गाड़ी में भगवान की मूर्ति स्थापित करने की, तो वास्तु शास्त्र हमें सही मार्गदर्शन प्रदान करता है कि किस देवता की मूर्ति रखनी चाहिए, उसे किस दिशा में रखना चाहिए और किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी इस विषय पर विस्तार से बताते हैं कि नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर किस भगवान की मूर्ति स्थापित करना वास्तु के अनुसार शुभ होता है, इसे रखने का सही तरीका क्या है और किन महत्वपूर्ण बातों का हमें ध्यान रखना चाहिए ताकि हमारी यात्राएं सुरक्षित और सुखद हों।
नई गाड़ी में भगवान की मूर्ति रखने की परंपरा का महत्व:
नई गाड़ी में भगवान की मूर्ति रखने की प्रथा सदियों से चली आ रही है और इसके पीछे केवल धार्मिक कारण ही नहीं, बल्कि गहरे वास्तु शास्त्रीय और मनोवैज्ञानिक कारण भी छिपे हैं। हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि किसी भी नए और महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद के साथ करनी चाहिए। एक नई गाड़ी खरीदना निश्चित रूप से एक बड़ा और शुभ अवसर होता है, जिसे लोग अपनी मेहनत, सफलता और आने वाली समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखते हैं।
जब हम अपने वाहन में भगवान की मूर्ति या तस्वीर रखते हैं, तो यह हमें मानसिक रूप से एक शक्तिशाली सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ता है। यह न केवल हमें आत्मविश्वास प्रदान करता है, बल्कि यह दृढ़ विश्वास भी दिलाता है कि हमारी हर यात्रा ईश्वर की कृपा और सुरक्षा में संपन्न होगी। यह एक प्रकार का आध्यात्मिक सुरक्षा कवच है, जो हमें सड़क पर संभावित खतरों और नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाता है।
कार के डैशबोर्ड के लिए शुभ देव मूर्तियां (Vaastu- अनुकूल भगवान):
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर कुछ विशेष भगवानों की मूर्ति स्थापित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। ये मूर्तियां न केवल हमारे वाहन की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं, बल्कि हमारी यात्राओं को भी सकारात्मक और बाधा रहित बनाती हैं। यहां कुछ प्रमुख देवताओं का उल्लेख किया गया है जिनकी मूर्तियां कार के डैशबोर्ड पर रखने की सलाह दी जाती है:
भगवान गणेश: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है, जिसका अर्थ है सभी प्रकार की बाधाओं और संकटों को दूर करने वाले देवता। कार के डैशबोर्ड पर भगवान गणेश की एक छोटी और सौम्य मूर्ति रखना एक बहुत ही आम और शुभ परंपरा है। यह माना जाता है कि उनकी उपस्थिति मार्ग में आने वाली सभी प्रकार की रुकावटों को दूर करती है और नकारात्मक ऊर्जा को वाहन से दूर रखती है। मूर्ति का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भगवान गणेश का मुख सीधा और वाहन की आगे की दिशा की ओर हो, ताकि उनकी शुभ दृष्टि हमेशा मार्ग पर बनी रहे और यात्रा मंगलमय हो।
भगवान हनुमान: यदि आप अपनी गाड़ी को दुर्घटनाओं और अन्य प्रकार की अनहोनी से सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो भगवान हनुमान की एक छोटी सी मूर्ति या तस्वीर रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और विजय का प्रतीक माना जाता है। विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्राओं के लिए उनका स्मरण और उनकी उपस्थिति वाहन में सुरक्षा की भावना प्रदान करती है। यह मान्यता है कि कार के डैशबोर्ड पर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित होने से रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को पार करने में मदद मिलती है और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।
आदियोगी शिव: कार के डैशबोर्ड पर आदियोगी शिव की मूर्ति स्थापित करना एक गहरा आध्यात्मिक और मानसिक रूप से सकारात्मक अनुभव प्रदान करता है। आदियोगी शिव को योग के जनक और प्रथम गुरु माना जाता है। उनका ध्यानमग्न शांत स्वरूप व्यक्ति को स्थिरता, शांति और आत्मबल प्रदान करता है, जो ड्राइविंग के दौरान अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब वाहन में आदियोगी की मूर्ति रखी जाती है, तो यह पूरे वाहन को एक सकारात्मक ऊर्जा क्षेत्र में परिवर्तित कर देती है, जिससे क्रोध, बेचैनी और तनाव जैसी नकारात्मक भावनाएं कम होती हैं और चालक शांत मन से गाड़ी चला पाता है।
माता दुर्गा: कार के डैशबोर्ड पर माता दुर्गा की मूर्ति रखना शक्ति, साहस और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा को सभी प्रकार के संकटों का नाश करने वाली और अपने भक्तों की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। विशेष रूप से महिलाएं अपने वाहनों में मां दुर्गा की छोटी सी मूर्ति रखना बहुत शुभ मानती हैं, क्योंकि यह उन्हें आत्मबल और आत्मविश्वास प्रदान करती है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा की कृपा से वाहन चलाते समय किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा और दुर्घटनाओं से सुरक्षा मिलती है। डैशबोर्ड पर स्थापित मूर्ति छोटी, साफ-सुथरी और वाहन की दिशा की ओर होनी चाहिए, ताकि देवी की दिव्य दृष्टि हमेशा सामने रहे और मार्ग में आने वाले सभी विघ्नों का नाश हो सके।
नई गाड़ी में भगवान की मूर्ति स्थापित करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
यदि आप भी अपनी नई कार के डैशबोर्ड पर किसी भगवान की मूर्ति स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार यहां कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:
मूर्ति का आकार: मूर्ति हमेशा छोटी और सौम्य होनी चाहिए। बड़ी या उग्र रूप वाली मूर्तियां वाहन के डैशबोर्ड पर रखने से बचना चाहिए।
मूर्ति की दिशा: मूर्ति का मुख हमेशा वाहन की आगे की दिशा में होना चाहिए, ताकि भगवान की दृष्टि मार्ग पर बनी रहे।
साफ-सफाई: मूर्ति को नियमित रूप से साफ रखें। धूल-मिट्टी जमा होने से नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है।
स्थिरता: मूर्ति को डैशबोर्ड पर ठीक से स्थापित करें ताकि वह ड्राइविंग के दौरान गिरे नहीं। आप इसके लिए हल्के एडहेसिव का उपयोग कर सकते हैं।
अन्य धार्मिक वस्तुएं: आप मूर्ति के साथ कोई छोटा सा शुभ यंत्र या रुद्राक्ष भी रख सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि डैशबोर्ड अव्यवस्थित न दिखे।
अपनी आस्था: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप जिस भी भगवान में गहरी आस्था रखते हैं, उनकी मूर्ति आप रख सकते हैं। वास्तु केवल मार्गदर्शन करता है, आपकी श्रद्धा सर्वोपरि है।
नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर भगवान की मूर्ति स्थापित करना एक व्यक्तिगत और आस्था से जुड़ा विषय है, लेकिन वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करने से इसकी शुभता और सुरक्षात्मक प्रभाव बढ़ जाते हैं। भगवान गणेश, हनुमान, आदियोगी शिव और माता दुर्गा की मूर्तियां विशेष रूप से वाहन की सुरक्षा और सकारात्मक यात्रा के लिए शुभ मानी जाती हैं। सही दिशा, आकार और साफ-सफाई का ध्यान रखकर आप अपनी नई गाड़ी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं और अपनी हर यात्रा को मंगलमय बना सकते हैं।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।