गुड फ्राइडे क्या है और क्यों मनाया जाता है?

गुड फ्राइडे क्या है और क्यों मनाया जाता है?

Good Friday | गुड फ्राइडे (Good Friday) ईसाई धर्म का एक अत्यंत पवित्र और भावनात्मक पर्व है। यह दिन ईसा मसीह (Jesus Christ) के बलिदान की स्मृति में पूरी दुनिया में श्रद्धा और शांति के साथ मनाया जाता है। गुड फ्राइडे, ईस्टर संडे (Easter Sunday) से ठीक पहले शुक्रवार को आता है और इसे एक शोक दिवस के रूप में देखा जाता है। इस दिन ईसा मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया था और उन्होंने मानवता के कल्याण के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया।

गुड फ्राइडे का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

ईसा मसीह को यहूदियों के धार्मिक नेताओं द्वारा झूठा दोषी ठहराया गया और फिर उन्हें रोमन सरकार द्वारा सूली पर चढ़ाने (Crucifixion) की सजा दी गई। माना जाता है कि ईसा मसीह ने शुक्रवार के दिन सुबह 9 बजे क्रूस उठाया और दोपहर 3 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

गुड फ्राइडे, ईसाई धर्म के अनुसार, वह दिन है जब पापों के प्रायश्चित के लिए ईश्वर ने अपने पुत्र को बलिदान किया। यह एक ऐसा दिन है जो प्रेम, क्षमा, और बलिदान की पराकाष्ठा को दर्शाता है।

गुड फ्राइडे को “गुड” क्यों कहा जाता है?

सवाल उठता है कि जब यह एक शोकपूर्ण दिन है, तो इसे गुड फ्राइडे क्यों कहा जाता है? इसका उत्तर यह है कि ईसाई मान्यताओं के अनुसार, ईसा मसीह की मृत्यु ने मानव जाति को पापों से मुक्ति दिलाई और उन्हें ईश्वर के करीब ले जाने का मार्ग प्रशस्त किया। इसलिए यह बलिदान पवित्र (Holy) और कल्याणकारी (Good) माना गया, और इस दिन को गुड फ्राइडे कहा जाने लगा।

गुड फ्राइडे कैसे मनाया जाता है?

इस दिन ईसाई समुदाय निम्नलिखित परंपराएं निभाते हैं:

  • गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनाएं (Church Services) आयोजित होती हैं।
  • क्रॉस (Cross) की पूजा की जाती है और उसके आगे मोमबत्तियां जलाई जाती हैं।
  • लोग उपवास (Fasting) और पश्चाताप (Repentance) करते हैं।
  • कुछ स्थानों पर झाँकियाँ (Passion Plays) निकाली जाती हैं, जिनमें ईसा मसीह के जीवन और बलिदान को दर्शाया जाता है।
  • इस दिन कोई विवाह, उत्सव या समारोह नहीं किया जाता।

भारत में गुड फ्राइडे का महत्व

भारत एक धार्मिक विविधता से भरा देश है, और यहाँ ईसाई समुदाय गुड फ्राइडे को अत्यंत श्रद्धा और संकल्प के साथ मनाता है। केरल, गोवा, नॉर्थ ईस्ट, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे क्षेत्रों में गुड फ्राइडे पर सार्वजनिक अवकाश होता है और विशेष धार्मिक आयोजन किए जाते हैं।

गुड फ्राइडे से जुड़े धार्मिक संदेश

  • गुड फ्राइडे केवल एक धार्मिक दिन नहीं है, बल्कि यह हमें गहरे मानवीय मूल्य भी सिखाता है:
  • बलिदान की महत्ता – दूसरों की भलाई के लिए त्याग करना।
  • क्षमा की भावना – अपने शत्रुओं को भी क्षमा कर देना, जैसा ईसा मसीह ने किया।
  • आशा और पुनरुत्थान (Resurrection) – कठिनाइयों के बाद भी आशा को नहीं छोड़ना।

गुड फ्राइडे और ईस्टर का संबंध

गुड फ्राइडे के बाद तीसरे दिन ईस्टर संडे आता है, जिसे ईसा मसीह के पुनरुत्थान (Resurrection) के रूप में मनाया जाता है। यह ईसाई धर्म का सबसे बड़ा पर्व होता है। गुड फ्राइडे जहाँ बलिदान का प्रतीक है, वहीं ईस्टर आशा और पुनर्जन्म का प्रतीक है।

क्या गुड फ्राइडे केवल ईसाइयों के लिए है?

हालाँकि गुड फ्राइडे ईसाई धर्म का पर्व है, लेकिन इसके संदेश सार्वभौमिक हैं। प्रेम, त्याग, क्षमा और करुणा जैसे मूल्य किसी एक धर्म तक सीमित नहीं होते। इसलिए गुड फ्राइडे का महत्व सभी मनुष्यों के लिए प्रेरणादायक हो सकता है।

गुड फ्राइडे (Good Friday) केवल एक तिथि नहीं है, यह एक आध्यात्मिक अनुभव है, जो हमें सिखाता है कि प्रेम और बलिदान सबसे बड़ी शक्तियाँ हैं। यह दिन हमें अपने जीवन में धार्मिकता, मानवता और सेवा भाव को अपनाने की प्रेरणा देता है।

हम सभी को चाहिए कि हम इस दिन की गंभीरता और पवित्रता को समझें और इसे केवल एक अवकाश न मानें, बल्कि आत्ममंथन और आत्मशुद्धि का माध्यम बनाएं।


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