कानपुर में ट्रेन को उड़ाने की साजिश: सिलेंडर और बारूद के साथ संदिग्ध पकड़े गए

Kalindi Express Derailed Conspiracy | कानपुर में ट्रेन को उड़ाने की साजिश: सिलेंडर और बारूद के साथ संदिग्ध पकड़े गए

Kalindi Express Derailed Conspiracy | कानपुर (Kanpur) के अनवर-कासगंज रूट पर रविवार की देर शाम एक बार फिर एक बड़ी साजिश (Conspiracy) को अंजाम देने की कोशिश हुई। कालिंदी एक्सप्रेस (Kalindi Express) को डिरेल (Derailed) करने की साजिश की गई, लेकिन इस बार साजिश (Sabotage) सफल नहीं हो पाई। ट्रेन अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही थी कि अचानक उसके इंजन से एक गैस सिलेंडर टकरा गया। सिलेंडर (Cylinder) फटा नहीं, और ट्रेन से टकराकर रेलवे ट्रैक (Railway Track) के किनारे गिर गया। घटना के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों को सूचना दी गई और मौके पर जांच टीमों ने पहुंचकर साजिश के सबूत जुटाए।

कालिंदी एक्सप्रेस पर बड़ा खतरा टला

घटना के बाद कालिंदी एक्सप्रेस के लोको पायलट (Loco Pilot) ने तुरंत सीनियर अधिकारियों को सूचित किया। जैसे ही इस घटना की जानकारी RPF (Railway Protection Force), GRP (Government Railway Police), और रेलवे के अन्य सीनियर अधिकारियों को मिली, वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति की जांच शुरू की। इस घटना के बाद, जांच में मिले सबूतों ने जांच एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। अब इस मामले की जांच में IB (Intelligence Bureau), STF (Special Task Force), और ATS (Anti-Terrorist Squad) भी जुट गई हैं।

Kalindi Express Derailed Conspiracy
कानपुर में ट्रेन को उड़ाने की साजिश: सिलेंडर और बारूद के साथ संदिग्ध पकड़े गए

क्या मिला रेलवे ट्रैक पर?

जांच के दौरान, सिलेंडर के अलावा और भी कई संदिग्ध सामग्रियां मिलीं। रेलवे ट्रैक पर एक कांच की बोतल (Glass Bottle) मिली, जिसमें पेट्रोल (Petrol) भरा हुआ था और उसमें एक बाती लगी हुई थी, जो इसे आग लगाने के लिए तैयार दिखा रही थी। इसके अलावा, एक झोला (Bag) भी मिला, जिसमें बारूद जैसा पदार्थ था। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने कहा कि यह मामला आतंकी घटना (Terrorist Act) से जुड़ा हो सकता है और इससे इनकार नहीं किया जा सकता। इन सामग्रियों ने इस साजिश को और भी खतरनाक बना दिया है और जांच एजेंसियों को इस पर सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।

6 संदिग्ध हिरासत में

इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने 6 संदिग्धों (Suspects) को हिरासत में लिया है। इन संदिग्धों से पूछताछ (Interrogation) की जा रही है ताकि साजिश के पीछे के मुख्य आरोपी और उनकी मंशा का पता लगाया जा सके। पुलिस ने इस जांच के लिए 6 टीमों का गठन किया है, जो जमातियों (Jamaatis) की जांच भी कर रही हैं। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह के अनुसार, आस-पास के इलाकों से आने वाले जमातियों पर भी नजर रखी जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि वे कहां से आए हैं और कहां ठहरे हुए थे। इस घटना से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों में चिंता का माहौल है और उन्होंने इसे एक बड़ी आतंकी साजिश से जोड़ा है।

Kalindi Express Derailed Conspiracy
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FIR दर्ज, जांच जारी

रेलवे इंजीनियर रमेश चंद्र की शिकायत पर शिवराजपुर थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई है। एफआईआर के अनुसार, दिनांक 08/09/24 को रात 8:37 बजे कंट्रोल (Control) रूम को फोन आया। कालिंदी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने बताया कि BJR-UTP के बीच Km 37/08 पर इंजन से गैस सिलेंडर टकराया है। सूचना मिलते ही रेलवे इंजीनियर (Railway Engineer) मौके पर पहुंचे और ट्रैक की जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि रेलवे ट्रैक पर पेट्रोल से भरी बोतल, माचिस और सफेद रंग का एक बैग (Bag) रखा हुआ था, जिसमें विस्फोटक सामग्री (Explosives) होने की आशंका जताई जा रही है।

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यूपी में पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और भारत (India) के अन्य हिस्सों में भी पहले ट्रेन को डिरेल करने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 2022 में भी उत्तर प्रदेश के फतेहपुर (Fatehpur) में इसी तरह की साजिश की गई थी, जहां रेलवे ट्रैक पर बम रखा गया था। उस घटना में भी समय रहते सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की और एक बड़ा हादसा टाल दिया गया। इसी तरह, 2020 में बिहार (Bihar) में भी एक साजिश का खुलासा हुआ था, जहां पटना-हावड़ा रूट पर ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई गई थी। इन घटनाओं से यह साफ हो जाता है कि ट्रेनें आतंकी संगठनों (Terrorist Organizations) के निशाने पर रही हैं और यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती है।

साजिश के पीछे कौन?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस साजिश के पीछे कौन लोग (Conspirators) हैं? क्या यह किसी आतंकी संगठन (Terrorist Group) की सोची-समझी साजिश है, या फिर कोई और बड़ा षड्यंत्र (Conspiracy) रचा जा रहा है? क्या यह घटना अकेली है, या फिर इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क (Network) काम कर रहा है? इन सवालों के जवाब खोजने के लिए जांच एजेंसियां पूरी तरह से जुट गई हैं और जल्द ही इस साजिश का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।

ट्रेन यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल

इस तरह की घटनाएं ट्रेन यात्रियों (Train Passengers) की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। आए दिन होने वाली इन साजिशों से यह साफ हो जाता है कि रेलवे सुरक्षा (Railway Security) में कई खामियां हैं, जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी है। सरकार और रेलवे प्रशासन को अब इस दिशा में और कड़े कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और ऐसे हादसों से बचाव (Prevention) के उपाय करना बेहद जरूरी है।

कानपुर की इस घटना ने एक बार फिर से सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies) की नींद उड़ाई है और यह सवाल खड़ा किया है कि क्या हम सच में सुरक्षित हैं?

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