अपरा एकादशी पर इन चीजों से करें भगवान विष्णु का अभिषेक, मिलेगा सुख, समृद्धि का आशीर्वाद

अपरा एकादशी पर इन चीजों से करें भगवान विष्णु का अभिषेक, मिलेगा सुख, समृद्धि का आशीर्वाद

Apara Ekadashi 2025 | हिंदू धर्म में अपरा एकादशी का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा और व्रत से भक्तों को जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। यह पवित्र दिन ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन विधिवत पूजा-अर्चना और अभिषेक करने से न केवल सुख-समृद्धि प्राप्त होती है, बल्कि ग्रहदोष, आर्थिक तंगी और वैवाहिक जीवन की बाधाएं भी दूर होती हैं इस लेख में हम ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी के मार्गदर्शन में आपको बताएंगे कि अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु का अभिषेक किन 5 चीजों से करना चाहिए और इससे क्या लाभ मिलते हैं। साथ ही हम अभिषेक के दौरान जपने वाले मंत्रों और पूजा विधि को भी विस्तार से समझाएगे। Apara Ekadashi 2025

पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, अपरा एकादशी 2025 में 6 जून को मनाई जाएगी पूजा और अभिषेक के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजे से 8 बजे तक रहेगा। इस समय भगवान विष्णु की पूजा और अभिषेक करना विशेष फलदायी होगा।

अपरा एकादशी की कथा

मान्यता है कि अपरा एकादशी का व्रत करने से भक्तों को अपार धन-धान्य और सुख की प्राप्ति होती है एक प्राचीन कथा के अनुसार, एक राजा ने अपरा एकादशी का व्रत और भगवान विष्णु का अभिषेक किया, जिससे उसका राज्य समृद्ध हुआ और प्रजा सुखी रही। यह कथा भक्तों को इस व्रत के महत्व को समझाती है।

अपरा एकादशी के दिन इन उपायों को अपनाकर आप भी भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। अपनी प्रतिक्रिया और सवाल कमेंट बॉक्स में साझा करें, और इस जानकारी को अपने प्रियजनों के साथ शेयर करें। हर जिंदगी के साथ बने रहें ऐसी ही आध्यात्मिक जानकारी के लिए!

भगवान विष्णु का अभिषेक: क्यों और कैसे?

अभिषेक भगवान विष्णु की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें उनकी मूर्ति या शालिग्राम को पवित्र द्रव्यों से स्नान कराया जाता है। यह प्रक्रिया भक्तों के मन को शुद्ध करती है और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करती है। अपरा एकादशी के दिन अभिषेक करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कि किन 5 चीजों से अभिषेक करना चाहिए और उनके लाभ क्या हैं।

1. शहद से अभिषेक: सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में सौहार्द

  • लाभ: शहद को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। भगवान विष्णु का शहद से अभिषेक करने से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और जीवन में सुख शांति का वास होता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जिनके विवाह में देरी हो रही है या जीवनसाथी की तलाश पूरी नहीं हो रही।

  • मंत्र: अभिषेक के दौरान ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें।

  • विशेष टिप: शहद चढ़ाते समय भगवान से मनचाहे जीवनसाथी का आशीर्वाद मांगें।

2. दही से अभिषेक: मानसिक शांति और चंद्रमा की मजबूती

  • लाभ: दही से अभिषेक करने से मानसिक अशांति तनाव, और चिंता से मुक्ति मिलती है। यह कुंडली में चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करता है, जिससे भावनात्मक स्थिरता और मानसिक शांति प्राप्त होती है।

  • मंत्र: ॐ नमो नारायणाय मंत्र का जाप करें।

  • विशेष टिप: दही से अभिषेक करने के बाद भगवान को तुलसी पत्र अर्पित करें।

3. दूध से अभिषेक: रोगदोष और आर्थिक तंगी से मुक्ति

  • लाभ: दूध से अभिषेक करने से रोगों से छुटकारा मिलता है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं। यह माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद दिलाता है जिससे आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।

  • मंत्र:

    • ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।

    • शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं। विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाङ्गम्।

  • विशेष टिप: दूध से अभिषेक के बाद माता लक्ष्मी की भी पूजा करें और उन्हें कमल का फूल अर्पित करें।

4. गंगाजल से अभिषेक: पापों से मुक्ति और आत्मिक शुद्धि

  • लाभ: गंगाजल को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। इससे अभिषेक करने से पापों का नाश होता है, और आत्मा शुद्ध होती है। यह जीवन मेंसकारात्मकता और शांति लाता है।

  • मंत्र: ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।

  • विशेष टिप: गंगाजल से अभिषेक के बाद भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें।

5. पंचामृत से अभिषेक: सर्वांगीण समृद्धि और सौभाग्य

  • लाभ: पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण) से अभिषेक करने से सर्वांगीण समृद्धि, सौभाग्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। यह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों का आशीर्वाद दिलाता है।

  • मंत्र: ॐ नमो नारायणाय और लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् मंत्र का जाप करें।

  • विशेष टिप: पंचामृत अभिषेक के बाद भगवान को मिश्री का भोग लगाएं।

अभिषेक की विधि

  1. स्नान और शुद्धि: सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  2. पूजा स्थल की तैयारी: पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें और भगवान विष्णु की मूर्ति या शालिग्राम को स्थापित करें।

  3. अभिषेक की सामग्री: शहद, दही, दूध, गंगाजल और पंचामृत को अलग-अलग पात्रों में रखें।

  4. अभिषेक प्रक्रिया:

    • भगवान विष्णु को पहले गंगाजल से स्नान कराएं।

    • फिर क्रमशः दूध, दही, शहद और पंचामृत से अभिषेक करें।

    • प्रत्येक द्रव्य के साथ उपयुक्त मंत्र का जाप करें।

  5. पूजा और भोग: अभिषेक के बाद भगवान को तुलसी पत्र पीले फूल, और मिश्री का भोग लगाएं।

  6. आरती और प्रार्थना: विष्णु जी की आरती करें और अपनी मनोकामना व्यक्त करें।

अतिरिक्त टिप्स

  • अपरा एकादशी के दिन व्रत रखें और सात्विक भोजन करें।

  • भगवान विष्णु को तुलसी पत्र और पीले फूल अवश्य अर्पित करें।

  • पूजा के बाद गरीबों को दान करें विशेष रूप से दूध, दही, या अनाज का दान शुभ माना जाता है।

  • दिन भर ॐ नमो नारायणाय मंत्र का जाप करते रहें।

अपरा एकादशी का व्रत और भगवान विष्णु का अभिषेक भक्तों के लिए सुख, समृद्धि, और सौभाग्य का द्वार खोलता है। शहद, दही, दूध,गंगाजल, और पंचामृत से अभिषेक करने से न केवल भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है बल्कि आध्यात्मिक उन्नति भी होती है। इस अपरा एकादशी पर विधिवत पूजा और अभिषेक करके भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं। Apara Ekadashi 2025

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