मध्यप्रदेश कृषि उद्योग समागम 2025: कृषि और उद्योग का संगम
madhya-pradesh-agriculture-industry-conference-2025 | मध्यप्रदेश, भारत का हृदय स्थल, अपनी कृषि और प्राकृतिक संसाधनों के लिए जाना जाता है। यहाँ की मिट्टी और मेहनती किसानों ने इसे देश का अन्न भंडार बनाया है। इसी दिशा में, मध्यप्रदेश सरकार द्वारा कृषि उद्योग समागम 2025 का आयोजन 26 से 28 मई 2025 तक नरसिंहपुर में किया जा रहा है। यह तीन दिवसीय आयोजन कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, खाद्य प्रसंस्करण में निवेश आकर्षित करने, और किसानों को बेहतर बाजार से जोड़ने का एक अनूठा मंच प्रदान करेगा। यह लेख इस समागम के उद्देश्यों, विशेषताओं, और मध्यप्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव को विस्तार से प्रस्तुत करता है। madhya-pradesh-agriculture-industry-conference-2025
समागम का परिचय और महत्व
मध्यप्रदेश कृषि उद्योग समागम 2025 का आयोजन नरसिंहपुर के कृषि उपज मंडी के पास किया जाएगा। इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, राज्यपाल मंगुभाई पटेल, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों, उद्योगपतियों, और किसानों की उपस्थिति होगी। यह आयोजन मध्यप्रदेश सरकार की इन्वेस्ट मध्यप्रदेश पहल और उद्योग एवं रोजगार वर्ष 2025 का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य कृषि और उद्योग के बीच तालमेल स्थापित करना है।
इस समागम का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि मध्यप्रदेश ने हाल के वर्षों में कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। सिंचाई क्षमता को 55 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 100 लाख हेक्टेयर करने का लक्ष्य, जैविक खेती को बढ़ावा, और खाद्य प्रसंस्करण में निवेश इसकी प्राथमिकताएँ हैं। यह समागम किसानों को नई तकनीकों से जोड़ने, रोजगार सृजन करने और निवेश को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
समागम की प्रमुख विशेषताएँ
कृषि उद्योग समागम 2025 में कई गतिविधियाँ और सत्र आयोजित होंगे जो कृषि और उद्योग के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे। यहाँ इसकी प्रमुख विशेषताएँ दी गई हैं:
- प्रदर्शनी: समागम में आधुनिक कृषि यंत्रों जैसे ट्रैक्टर, ड्रोन, हैप्पी सीडर और नैनो उर्वरक की प्रदर्शनी होगी। इसके अलावा, जैविक उर्वरक, बीज, और सौर ऊर्जा उपकरण भी प्रदर्शित किए जाएँगे। यह प्रदर्शनी किसानों को नवीन तकनीकों से परिचित कराएगी और उनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद करेगी।
- कृषि नवाचार सत्र: समागम में प्राकृतिक खेती, जैविक खेती, बागवानी, पशुपालन और मत्स्य पालन पर केंद्रित सत्र होंगे। विशेषज्ञ किसानों को इन क्षेत्रों में नवीनतम तकनीकों और प्रथाओं के बारे में प्रशिक्षित करेंगे।
- उद्योग और निवेश: इस आयोजन में उद्योग इकाइयों का शिलान्यास और लोकार्पण होगा। निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र और आशय पत्र वितरित किए जाएँगे। इससे खाद्य प्रसंस्करण और अन्य कृषि आधारित उद्योगों में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
- किसानों के लिए प्रशिक्षण: किसानों को आधुनिक खेती, कृषि यंत्रों, और कृषि आधारित उद्यमिता का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने में सहायक होगा।
- विभागों की भागीदारी: समागम में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन, कृषि अभियांत्रिकी और एमएसएमई जैसे विभाग शामिल होंगे। ये विभाग अपनी योजनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित करेंगे।
समागम के उद्देश्य
कृषि उद्योग समागम 2025 के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
- किसानों की आय बढ़ाना: कृषि को लाभकारी बनाने और किसानों को आत्मनिर्भर करने के लिए यह समागम एक महत्वपूर्ण कदम है। खाद्य प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन के माध्यम से किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा।
- नवाचार और तकनीक को बढ़ावा: आधुनिक कृषि यंत्र, ड्रोन, और सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना इस समागम का मुख्य लक्ष्य है। इससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी।
- रोजगार सृजन: कृषि आधारित उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। मंदसौर में 3 मई 2025 को आयोजित समान आयोजन में 3812 करोड़ रुपये के निवेश से 6850 रोजगार सृजित हुए, जो इस समागम की सफलता का उदाहरण है।
- सिंचाई विस्तार: मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य सिंचाई क्षमता को 100 लाख हेक्टेयर तक बढ़ाना है। यह समागम सिंचाई तकनीकों और योजनाओं को प्रदर्शित करेगा। madhya-pradesh-agriculture-industry-conference-2025
मध्यप्रदेश की कृषि और उद्योग में प्रगति
मध्यप्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। यहाँ के किसान गेहूँ, चावल, दालें, और तिलहन जैसे फसलों में अग्रणी हैं। जैविक खेती और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएँ शुरू की हैं। खाद्य प्रसंस्करण में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी बन रहा है और कृषि उद्योग समागम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। madhya-pradesh-agriculture-industry-conference-2025
समागम का प्रभाव
कृषि उद्योग समागम 2025 मध्यप्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा। यह किसानों, उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं के बीच एक सेतु का काम करेगा। निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास होगा। साथ ही आधुनिक तकनीकों के उपयोग से कृषि उत्पादकता में सुधार होगा।
मध्यप्रदेश कृषि उद्योग समागम 2025 कृषि और उद्योग के बीच सहयोग का एक अनूठा मंच है। यह आयोजन नरसिंहपुर में 26 से 28 मई 2025 तक न केवल किसानों को नई दिशा देगा, बल्कि उद्योगपतियों को भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिए प्रेरित करेगा। जैविक खेती, खाद्य प्रसंस्करण और आधुनिक कृषि यंत्रों के प्रदर्शन के साथ यह समागम मध्यप्रदेश को कृषि आधारित अर्थव्यवस्था में अग्रणी बनाएगा। यह आयोजन मध्यप्रदेश के किसानों और उद्योगों के लिए एक स्वर्णिम अवसर है, जो आर्थिक विकास और रोजगार सृजन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। madhya-pradesh-agriculture-industry-conference-2025
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।