ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम: टूटे दिल के चलते पुरुषों के मरने की होती है अधिक संभावना, स्ट्रेस बनता है घातक

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम: टूटे दिल के चलते पुरुषों के मरने की होती है अधिक संभावना, स्ट्रेस बनता है घातक

Broken heart syndrome mortality rate in men | ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, जिसे ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर स्थिति है जो आमतौर पर भावनात्मक या शारीरिक तनाव के कारण होती है। यह स्थिति मुख्य रूप से महिलाओं में देखी जाती है, लेकिन हालिया अध्ययनों से पता चला है कि पुरुषों में इस सिंड्रोम से मरने की संभावना अधिक होती है। इस लेख में, हम ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके लक्षण, कारण, और पुरुषों में इसके प्रभावों पर चर्चा करेंगे। Broken heart syndrome mortality rate in men

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या है?

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक अस्थायी हृदय स्थिति है, जिसमें हृदय की मांसपेशियां अचानक कमजोर हो जाती हैं। यह स्थिति आमतौर पर गंभीर भावनात्मक तनाव, जैसे कि किसी प्रियजन की मृत्यु, तलाक, या अन्य भावनात्मक आघात के कारण होती है। इसके अलावा, शारीरिक तनाव, जैसे कि गंभीर बीमारी या सर्जरी, भी इस सिंड्रोम का कारण बन सकते हैं।

लक्षण

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण आमतौर पर हार्ट अटैक के लक्षणों के समान होते हैं, जिसमें शामिल हैं:

  • सीने में दर्द
  • सांस लेने में कठिनाई
  • दिल की धड़कन का तेज होना
  • चक्कर आना या बेहोशी

इन लक्षणों के कारण व्यक्ति को तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह स्थिति गंभीर हो सकती है।

अस्थायी स्थिति

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम आमतौर पर अस्थायी होता है। अधिकांश लोग कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाते हैं, और दवा के माध्यम से उनकी स्थिति में सुधार होता है। हालांकि, कुछ लोगों को दिल के ठीक होने के बाद भी अस्वस्थता का अनुभव हो सकता है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से कौन अधिक प्रभावित होता है?

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का सबसे अधिक प्रभाव महिलाओं पर पड़ता है। हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, 90% से अधिक मामले 58 से 75 वर्ष की आयु की महिलाओं में देखे गए हैं। शोध से पता चलता है कि हार्ट अटैक के संभावित मामलों में से 5% महिलाओं में वास्तव में यह डिसऑर्डर होता है। हालांकि, पुरुषों में इस सिंड्रोम से मरने की संभावना महिलाओं की तुलना में अधिक होती है।

पुरुषों में मृत्यु की संभावना

हालिया अध्ययनों से पता चला है कि पुरुषों में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से मरने की संभावना महिलाओं की तुलना में दोगुनी से अधिक हो सकती है। जिन पुरुषों में यह स्थिति विकसित होती है, उनके परिणाम बदतर होते हैं। यह स्थिति पुरुषों के लिए अधिक घातक साबित हो सकती है, और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।

पुरुषों और महिलाओं के बीच मृत्यु दर में अंतर

शोधकर्ताओं ने यह भी देखा है कि ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से जुड़ी मृत्यु दर में सुधार नहीं हुआ है, भले ही चिकित्सा देखभाल में प्रगति हुई हो। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि पुरुषों और महिलाओं के बीच मृत्यु दर में अंतर के क्या कारण हैं। कुछ संभावित कारणों में शामिल हैं:

  1. हॉर्मोनल अंतर: महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की उपस्थिति होती है, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। पुरुषों में यह हार्मोन कम होता है, जिससे उनकी हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

  2. भावनात्मक प्रतिक्रिया: पुरुषों की भावनात्मक प्रतिक्रियाएं महिलाओं की तुलना में भिन्न हो सकती हैं। पुरुष अक्सर अपने भावनात्मक तनाव को छिपाने की कोशिश करते हैं, जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ सकती है।

  3. स्वास्थ्य देखभाल में भिन्नता: पुरुष और महिलाएं स्वास्थ्य देखभाल की सेवाओं का उपयोग करने में भिन्नता दिखा सकते हैं। पुरुष अक्सर चिकित्सा सहायता लेने में देर कर सकते हैं, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो सकती है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के प्रभाव

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का प्रभाव केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर नहीं होता, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकता है। इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

  1. अवसाद: ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति अवसाद का अनुभव कर सकता है। यह स्थिति व्यक्ति की मानसिक स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है।

  2. चिंता: व्यक्ति को भविष्य के बारे में चिंता हो सकती है, खासकर यदि उन्हें पहले से हृदय संबंधी समस्याएं हैं।

  3. सामाजिक अलगाव: इस स्थिति के कारण व्यक्ति सामाजिक गतिविधियों से दूर हो सकता है, जिससे अकेलापन और सामाजिक अलगाव बढ़ सकता है।

शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

  1. दिल की समस्याएं: ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति को भविष्य में दिल की अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

  2. ऊर्जा की कमी: व्यक्ति को थकान और ऊर्जा की कमी का अनुभव हो सकता है, जिससे उनकी दैनिक गतिविधियों पर असर पड़ सकता है।

  3. जीवन की गुणवत्ता में कमी: इस स्थिति के कारण व्यक्ति की जीवन की गुणवत्ता में कमी आ सकती है, जिससे वे अपने सामान्य जीवन में कठिनाई महसूस कर सकते हैं।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का उपचार

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का उपचार आमतौर पर दवा और जीवनशैली में बदलाव के माध्यम से किया जाता है। उपचार के कुछ सामान्य तरीके निम्नलिखित हैं:

  1. दवा: डॉक्टर आमतौर पर बीटा-ब्लॉकर्स, एंटी-डिप्रेसेंट्स, और अन्य दवाओं का उपयोग कर सकते हैं जो हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं।

  2. मानसिक स्वास्थ्य सहायता: मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से सहायता लेना महत्वपूर्ण हो सकता है, खासकर यदि व्यक्ति अवसाद या चिंता का अनुभव कर रहा है।

  3. जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और तनाव प्रबंधन तकनीकों को अपनाना भी महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान, और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीकें व्यक्ति की स्थिति में सुधार कर सकती हैं।

  4. समर्थन समूह: ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्तियों के लिए समर्थन समूहों में शामिल होना भी सहायक हो सकता है। इससे उन्हें अपने अनुभव साझा करने और दूसरों से समर्थन प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन पुरुषों में इससे मरने की संभावना अधिक होती है। यह स्थिति केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाल सकती है। इसलिए, यदि आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के भावनात्मक या शारीरिक तनाव का सामना कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।

इस स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सही समय पर उपचार प्राप्त करना ही इस समस्या से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है। हमेशा याद रखें कि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है, और इसे बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।


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