बेहद दर्दनाक है कोविड 19 का नया वेरिएंट, जानें लक्षण और बचाव के उपाय

बेहद दर्दनाक है कोविड 19 का नया वेरिएंट, जानें लक्षण और बचाव के उपाय

New painful variant of Corona | कोरोना वायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। समय-समय पर यह वायरस अपना रूप बदलकर नई चुनौतियां पेश करता रहता है। हाल ही में अमेरिका और अन्य देशों में कोविड-19 का एक नया वेरिएंट, NB.1.8.1 या ‘निम्बस’, तेजी से फैल रहा है। इस वेरिएंट का सबसे खतरनाक और चर्चित लक्षण है गले में असहनीय दर्द, जिसे मरीज ‘रेजर ब्लेड थ्रोट’ के रूप में वर्णन कर रहे हैं। यह दर्द इतना तीव्र है कि ऐसा लगता है मानो गले में कांच के टुकड़े या रेजर ब्लेड फंस गए हों। यह नया वेरिएंट गले की कोशिकाओं पर सीधा हमला करता है, जिससे बोलना, खाना, और यहां तक कि पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। आइए, इस नए वेरिएंट, इसके लक्षणों, और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं, साथ ही स्किनकेयर टिप्स जो मानसून में आपकी त्वचा को इस वायरस के प्रभाव से बचाने में मदद करेंगे। New painful variant of Corona


निम्बस वेरिएंट क्या है?

‘निम्बस’ (NB.1.8.1) कोविड-19 का एक ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट है, जिसे पहली बार जनवरी 2025 में चीन में पहचाना गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ‘वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग’ के रूप में वर्गीकृत किया है। यह वेरिएंट अपनी उच्च संक्रामकता के लिए जाना जाता है, क्योंकि इसमें स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन हैं, जो इसे मानव कोशिकाओं से आसानी से जुड़ने में सक्षम बनाते हैं।

  • वैश्विक प्रसार: निम्बस वेरिएंट अमेरिका में 37% कोविड मामलों के लिए जिम्मेदार है (7 जून 2025 तक) और भारत, यूके, कनाडा, और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी तेजी से फैल रहा है।

  • भारत में स्थिति: भारत में निम्बस सहित अन्य ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट्स (LF.7, XFG, JN.1) के कारण कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। 20 जून 2025 तक भारत में 5,976 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं।

  • गंभीरता: WHO और विशेषज्ञों के अनुसार, निम्बस पिछले वेरिएंट्स की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता, लेकिन इसकी संक्रामकता अधिक है। मौजूदा टीके गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने से सुरक्षा प्रदान करते हैं। New painful variant of Corona


निम्बस वेरिएंट के लक्षण

निम्बस वेरिएंट के लक्षण अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट्स से मिलते-जुलते हैं, लेकिन इसका सबसे प्रमुख और दर्दनाक लक्षण है ‘रेजर ब्लेड थ्रोट’। यह लक्षण गले में इतना तीव्र दर्द पैदा करता है कि मरीजों को बोलने, खाने, या पानी पीने में भारी तकलीफ होती है। यहां निम्बस वेरिएंट के प्रमुख लक्षण दिए गए हैं:

  • रेजर ब्लेड थ्रोट: गले में असहनीय दर्द, जो ऐसा लगता है मानो कांच के टुकड़े या रेजर ब्लेड निगल लिए हों। यह दर्द गले की कोशिकाओं में वायरस के सीधे हमले और सूजन के कारण होता है।

  • बुखार और ठंड लगना: हल्का से मध्यम बुखार, जो कई दिनों तक रह सकता है।

  • खांसी: हल्की और लगातार खांसी, जो गले की जलन को और बढ़ा सकती है।

  • नाक बहना और जकड़न: एलर्जी जैसे लक्षण, जैसे नाक बहना या बंद नाक।

  • थकान: शरीर में भारीपन और लगातार थकान महसूस होना।

  • शरीर में दर्द: मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, खासकर जबड़े, ऊपरी पीठ, और कानों के पीछे।

  • सांस लेने में तकलीफ: गंभीर मामलों में सांस लेने में दिक्कत हो सकती है, खासकर बुजुर्गों या कमजोर इम्यून सिस्टम वालों में।

  • स्वाद और गंध की हानि: कुछ मामलों में स्वाद या गंध का कम होना।

  • पाचन संबंधी समस्याएं: मतली, दस्त, और भूख में कमी जैसे लक्षण भी देखे गए हैं।

कब लें डॉक्टर की सलाह?
यदि आपको निम्नलिखित लक्षण दिखें, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें:

  • गले का दर्द जो 3-4 दिनों में सुधार न करे।

  • 100°F (37.8°C) से अधिक बुखार जो कई दिनों तक बना रहे।

  • सांस लेने में तकलीफ या सीने में जकड़न।

  • निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन) के लक्षण, जैसे कम पेशाब, चक्कर आना, या कमजोरी।

  • बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, या कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग विशेष सावधानी बरतें।


रेजर ब्लेड थ्रोट क्या है?

‘रेजर ब्लेड थ्रोट’ एक बेहद दर्दनाक गले की स्थिति है, जो निम्बस वेरिएंट के कारण होती है। यह दर्द गले की कोशिकाओं में वायरस के संक्रमण और सूजन (फैरिनजाइटिस) के कारण होता है। मरीज इसे “कांच के टुकड़े निगलने” या “रेजर ब्लेड से कटने” जैसा अनुभव बताते हैं। यह दर्द इतना तीव्र हो सकता है कि:

  • बोलना या खाना मुश्किल हो जाता है।

  • पानी पीने में भी तकलीफ होती है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है।

  • कुछ मरीजों में गले में लालिमा और ग्रंथियों में सूजन भी देखी गई है।

ध्यान दें: गले में दर्द हमेशा कोविड का लक्षण नहीं होता। यह स्ट्रेप थ्रोट (बैक्टीरियल इन्फेक्शन), एलर्जी, या एसिड रिफ्लक्स के कारण भी हो सकता है। इसलिए सही निदान के लिए डॉक्टर से टेस्ट (जैसे स्ट्रेप टेस्ट या कोविड टेस्ट) करवाएं। New painful variant of Corona


रेजर ब्लेड थ्रोट से राहत के उपाय

निम्बस वेरिएंट के कारण होने वाले गले के दर्द को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

  1. नमक-पानी से गरारे:

    • 1 गिलास गुनगुने पानी में 1/2 चम्मच नमक मिलाएं।

    • दिन में 2-3 बार गरारे करें। यह गले की सूजन और वायरल लोड को कम करता है।

  2. पेनकिलर्स:

    • पेरासिटामोल (acetaminophen) या इबुप्रोफेन जैसी दवाएं दर्द और सूजन को कम करने में मदद करती हैं। डॉक्टर की सलाह के बिना अधिक मात्रा न लें।

  3. गर्म पेय पदार्थ:

    • हर्बल चाय (अदरक, तुलसी, या शहद के साथ), गर्म सूप, या नींबू पानी पिएं। ये गले को नमी देते हैं और दर्द को कम करते हैं।

  4. थ्रोट लोजेंजेस:

    • मेंथॉल या बेंजोकेन युक्त लोजेंजेस गले को सुन्न करके अस्थायी राहत देती हैं।

  5. ह्यूमिडिफायर:

    • कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें ताकि हवा में नमी बनी रहे और गला सूखने से बचे।

  6. हाइड्रेशन:

    • खूब पानी और गर्म तरल पदार्थ पिएं ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।

  7. आराम:

    • पर्याप्त नींद और आराम से शरीर की रिकवरी तेज होती है।

महत्वपूर्ण: यदि दर्द 3-4 दिनों से अधिक समय तक रहे या बिगड़ जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


निम्बस वेरिएंट से बचाव के उपाय

निम्बस वेरिएंट से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:

  1. मास्क का उपयोग:

    • भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे बाजार, सार्वजनिक परिवहन, या बंद कमरों में मास्क पहनें। N95 या KN95 मास्क अधिक प्रभावी हैं।

  2. हाथों की स्वच्छता:

    • कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से हाथ धोएं। सैनिटाइजर का उपयोग करें।

  3. सामाजिक दूरी:

    • बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें और भीड़ से बचें।

  4. वेंटिलेशन:

    • घर और ऑफिस में खिड़कियां खोलकर हवा का प्रवाह बनाए रखें।

  5. वैक्सीनेशन:

    • कोविड-19 वैक्सीन की नवीनतम डोज लें। WHO के अनुसार, मौजूदा टीके निम्बस वेरिएंट से गंभीर बीमारी को रोकने में प्रभावी हैं।

  6. टेस्टिंग:

    • लक्षण दिखने पर तुरंत कोविड टेस्ट (रैपिड एंटीजन या RT-PCR) करवाएं।

  7. आइसोलेशन:

    • अगर आप कोविड पॉजिटिव हैं, तो कम से कम 5-7 दिन घर पर रहें और दूसरों से संपर्क टालें।


मानसून में त्वचा की देखभाल और कोविड से बचाव

मानसून का मौसम नमी और प्रदूषण के कारण त्वचा और स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कोविड-19 के इस नए वेरिएंट के दौरान त्वचा की देखभाल और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ये टिप्स अपनाएं:

  1. सनस्क्रीन का उपयोग:

    • मानसून में भी UVA किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। SPF 30+ ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं, खासकर बाहर निकलने से 15 मिनट पहले।

    • ऑयली स्किन के लिए जेल-बेस्ड और ड्राई स्किन के लिए मॉइश्चराइजिंग सनस्क्रीन चुनें।

  2. क्लींजिंग:

    • दिन में दो बार माइल्ड क्लींजर से चेहरा साफ करें ताकि नमी और प्रदूषण से गंदगी हटे।

  3. मॉइश्चराइजिंग:

    • नॉन-कॉमेडोजेनिक मॉइश्चराइजर का उपयोग करें ताकि त्वचा हाइड्रेटेड रहे।

  4. हाइड्रेशन:

    • खूब पानी पिएं और हर्बल चाय या नींबू पानी का सेवन करें। यह त्वचा और गले दोनों को राहत देता है।

  5. मास्क और स्कार्फ:

    • बारिश और धूल से बचने के लिए मास्क और स्कार्फ का उपयोग करें। यहत्वचा को प्रदूषण और वायरस दोनों से बचाता है।


नोट

  • निम्बस वेरिएंट भले ही गंभीर बीमारी का कारण न बन रहा हो, लेकिनबुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग विशेष सावधानी बरतें।

  • गले का दर्द हमेशा कोविड का लक्षण नहीं होता। सही निदान के लिए टेस्ट करवाएं।

  • किसी भी नए लक्षण या स्वास्थ्य समस्या के लिए तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

अगर आपके पास कोविड-19, निम्बस वेरिएंट, या स्वास्थ्य से जुड़े अन्य सवाल हैं, तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम विशेषज्ञ सलाह के साथ आपकी मदद करने की कोशिश करेंगे। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि वे भी इस नएवेरिएंट से सतर्क रहें। New painful variant of Corona


यह भी पढ़ें….
मानसून में सनस्क्रीन लगाना जरूरी है या नहीं? जानें स्किन एक्सपर्ट से 

Leave a Comment

बाइक और स्कूटर चलाने वालों के लिए बड़ी खबर! Anti-Lock Braking System लो हो गया पंचायत सीजन 4 रिलीज, यहां देखें एमपी टूरिज्म का नया रिकॉर्ड, रिकॉर्ड 13 करोड़ पर्यटक पहुंचे Astronauts को सैलरी कितनी मिलती है MP CM Holi | होली के रंग में रंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव pm modi in marisas : प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस दौरे पर