बच्चों को सोना नहीं, चांदी की चेन पहनाएं: ज्योतिषीय और स्वास्थ्य लाभ जानकर रह जाएंगे हैरान
Silver Chain for Kids | आजकल सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिसके कारण माता-पिता अपने बच्चों के लिए सोने के गहने खरीदने से पहले कई बार सोचते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों के लिए सोने से कहीं बेहतर है चांदी की चेन? वैदिक ज्योतिष के अनुसार, चांदी का संबंध चंद्रमा से है, जो बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह न केवल किफायती है, बल्किइसके ज्योतिषीय और वैज्ञानिक लाभ इतने जबरदस्त हैं कि आप इन्हें जानकर दंग रह जाएंगे। आइए, विस्तार से जानते हैं कि बच्चों को चांदी की चेन पहनाने के क्या फायदे हैं और इसे पहनाने के सही तरीके क्या हैं। Silver Chain for Kids
वैदिक ज्योतिष और हिंदू संस्कृति में चांदी को पवित्र और शुभ धातु माना जाता है। इसका संबंध चंद्रमा ग्रह से है, जो मन, भावनाओं, शांति और सुंदरता का प्रतीक है। खासकर 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए चांदी की चेन पहनाना न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से लाभकारी है, बल्कि यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। सोने की तुलना में चांदी किफायती होने के साथ-साथ बच्चों की कुंडली में चंद्रमा के प्रभाव को मजबूत करती है। आइए जानते हैं इसके विशेष लाभ और इसे पहनाने के सही तरीके। Silver Chain for Kids
चांदी और चंद्रमा का ज्योतिषीय संबंध
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चंद्रमा का प्रभाव: वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को मन, भावनाओं, शीतलता और मानसिक शांति का कारक माना जाता है। चांदी इस ग्रह का प्रतिनिधित्व करती है और इसे पहनने से चंद्रमा की सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
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बच्चों पर प्रभाव: 14 वर्ष की उम्र तक बच्चों की कुंडली पर सभी ग्रहों में चंद्रमा का प्रभाव सबसे अधिक होता है। इस उम्र तक बच्चों की कुंडली को “अजन्मी” माना जाता है, क्योंकि उनका मानसिक और शारीरिक विकास मुख्य रूप से चंद्रमा के अधीन होता है।
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चांदी की शुभता: चांदी को हिंदू धर्म में पवित्र धातु माना जाता है। इसे पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और बच्चों के जीवन में सकारात्मकता आती है। Silver Chain for Kids
बच्चों को चांदी की चेन क्यों पहनानी चाहिए?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 14 वर्ष तक के बच्चों पर चंद्रमा का प्रभाव सर्वाधिक होता है। इस दौरान चांदी की चेन पहनाने से निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
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मानसिक शांति और एकाग्रता:
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चांदी मन को शांत रखती है और बच्चों में चंचलता, तनाव, या बेचैनी को कम करती है।
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यह पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने में मदद करती है, जिससे बच्चे बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
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शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार:
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चांदी की ठंडी तासीर शरीर को शीतलता प्रदान करती है, जिससे बच्चों में गर्मी से संबंधित समस्याएं जैसे चिड़चिड़ापन, त्वचा की समस्याएं, या पेट की गड़बड़ी कम होती हैं।
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यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक है।
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नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा:
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चांदी को नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाली धातु माना जाता है। बच्चों को नजर लगने या बुरी शक्तियों से बचाने में यह प्रभावी है।
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खासकर छोटे बच्चों को नजर दोष से बचाने के लिए चांदी की चेन पहनाई जाती है।
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ज्योतिषीय लाभ:
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चांदी पहनने से बच्चों की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है, जिससे उनका भाग्य प्रबल होता है।
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यह भावनात्मक स्थिरता और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
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आर्थिक और सांस्कृतिक लाभ:
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सोने की तुलना में चांदी किफायती है, जिससे माता-पिता बिना ज्यादा खर्च के बच्चों के लिए शुभ धातु का उपयोग कर सकते हैं।
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हिंदू संस्कृति में चांदी को पूजा और धार्मिक कार्यों में शुभ माना जाता है।
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चांदी की चेन पहनाने के वैज्ञानिक लाभ
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औषधीय गुण: चांदी में जीवाणुरोधी (antibacterial) गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह त्वचा की एलर्जी और इंफेक्शन को कम करता है।
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ताप नियंत्रण: चांदी की ठंडी प्रकृति शरीर के तापमान को नियंत्रित करती है, जो बच्चों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
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पर्यावरणीय सुरक्षा: चांदी पर्यावरण से आने वाली हानिकारक किरणों को अवशोषित करने में मदद करती है।
बच्चों को चांदी की चेन पहनाने का सही तरीका
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उम्र: 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए चांदी की चेन सबसे अधिक लाभकारी है।
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शुद्धता: हमेशा शुद्ध चांदी (925 या 999 स्टर्लिंग सिल्वर) की चेन चुनें। नकली या मिलावटी चांदी से बचें।
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डिज़ाइन: हल्की और साधारण चेन चुनें, जो बच्चों के लिए आरामदायक हो। भारी गहने बच्चों को असुविधा दे सकते हैं।
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शुभ मुहूर्त: चांदी की चेन पहनाने से पहले किसी शुभ मुहूर्त में पूजा करें। सोमवार, जो चंद्रमा का दिन है, इसके लिए सबसे उत्तम है।
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मंत्र जाप: चेन पहनाने से पहले “ॐ सोमाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें और चांदी को गंगाजल से शुद्ध करें।
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रखरखाव: चांदी की चेन को नियमित रूप से साफ करें ताकि उसकी चमक और शुभता बनी रहे।
बच्चों के लिए चांदी की चेन के प्रकार
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साधारण चेन: हल्की और पतली चेन, जो रोज़ाना पहनने के लिए उपयुक्त हो।
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लॉकेट के साथ चेन: चांदी की चेन में छोटा सा लॉकेट जैसे ॐ, स्वास्तिक, या भगवान का प्रतीक जोड़ा जा सकता है।
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काले मोतियों के साथ चेन: नजर दोष से बचाने के लिए काले मोतियों वाली चांदी की चेन लोकप्रिय है।
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पायल के साथ सेट: गले की चेन के साथ चांदी की पायल भी पहनाई जा सकती है।
सावधानियां
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एलर्जी की जांच: कुछ बच्चों को धातु से एलर्जी हो सकती है। चेन पहनाने से पहले त्वचा पर टेस्ट करें।
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सुरक्षा: सुनिश्चित करें कि चेन ज्यादा लंबी या भारी न हो, ताकि बच्चे को असुविधा न हो।
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ज्योतिषी सलाह: यदि बच्चे की कुंडली में चंद्रमा कमजोर है, तो ज्योतिषी से परामर्श कर चांदी की चेन पहनाने का निर्णय लें।
चांदी की चेनबच्चों के लिए न केवल एक किफायती और शुभ गहना है, बल्कि यह उनके मानसिक, शारीरिक और ज्योतिषीय विकास में भी महत्वपूर्णभूमिका निभाती है। चंद्रमा से जुड़ी इस धातु को पहनाने से बच्चों काभाग्य प्रबल होता है, नकारात्मकता दूर होती है, और स्वास्थ्य में सुधार होता है। यदि आप अपने बच्चे के लिए सही गहना चुनना चाहते हैं, तो चांदी की चेन एकबेहतरीन विकल्प है। Silver Chain for Kids
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।