CARA के नए निर्देश, हर चरण में काउंसलिंग को दें बढ़ावा, जानें गोद लेने की पूरी प्रक्रिया
Child Adoption Process | केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA) ने बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, भावनात्मक रूप से सहायक और दीर्घकालिक रूप से प्रभावी बनाने के लिए सभी राज्यों को महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। CARA ने विशेष रूप से भावी दत्तक माता-पिता, गोद लिए जाने वाले बच्चों और जैविक माता-पिता के लिए मनोसामाजिक समर्थन (psychosocial support) को मजबूत करने पर जोर दिया है। इसका उद्देश्य गोद लेने की प्रक्रिया के हर चरण में भावनात्मक तैयारी और दीर्घकालिक समायोजन सुनिश्चित करना है। 7 जुलाई 2025 को जारी एक कार्यालय ज्ञापन में CARA ने राज्य दत्तक ग्रहण संसाधन एजेंसियों (SARA), विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसियों (SAA), और जिला बाल संरक्षण इकाइयों (DCPU) को गोद लेने से पहले, दौरान और बाद में पेशेवर काउंसलिंग सेवाएं अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए हैं। आइए जानते हैं इन निर्देशों, गोद लेने की प्रक्रिया के चरणों, और काउंसलिंग के महत्व के बारे में विस्तार से। Child Adoption Process
CARA के नए निर्देश: काउंसलिंग का महत्व
CARA ने अपने हालिया कार्यालय ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि गोद लेने की प्रक्रिया में काउंसलिंग एक अनिवार्य हिस्सा है। यह न केवल भावी माता-पिता को गोद लेने की जिम्मेदारियों के लिए तैयार करता है, बल्कि बच्चों और उनके जैविक माता-पिता को भी भावनात्मक और कानूनी सहायता प्रदान करता है। ये निर्देश दत्तक ग्रहण विनियम, 2022 के तहत जारी किए गए हैं, जो गोद लेने की प्रक्रिया को और अधिक व्यवस्थित और मानवीय बनाने का प्रयास करते हैं।
काउंसलिंग के उद्देश्य
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भावनात्मक तैयारी: भावी माता-पिता को गोद लेने की प्रक्रिया, इसके भावनात्मक और सामाजिक पहलुओं के लिए तैयार करना।
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बच्चों का समायोजन: गोद लिए जाने वाले बच्चों, विशेष रूप से बड़े बच्चों, को नए परिवार के साथ समायोजन के लिए सहायता प्रदान करना।
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जैविक माता-पिता की सहायता: जैविक माता-पिता को उनके निर्णय के कानूनी और भावनात्मक परिणामों के बारे में जागरूक करना।
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दीर्घकालिक समर्थन: गोद लेने के बाद उत्पन्न होने वाली समस्याओं, जैसे समायोजन की कठिनाइयों या मूल खोज (root search) के लिए परामर्श।
बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया: चरण-दर-चरण
CARA के तहत बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए कई चरण निर्धारित किए गए हैं। प्रत्येक चरण में काउंसलिंग का महत्वपूर्ण योगदान है। नीचे प्रक्रिया के सभी चरणों का विस्तृत विवरण दिया गया है:
1. पंजीकरण (Registration)
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प्रक्रिया: भावी दत्तक माता-पिता (PAPs) को CARA के ऑनलाइन पोर्टल Child Adoption Resource Information and Guidance System (CARINGS) पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए Schedule VI के अनुसार ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं।
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काउंसलिंग: पंजीकरण के समय PAPs को प्री-एडॉप्शन काउंसलिंग दी जाती है, जिसमें गोद लेने की प्रक्रिया, जिम्मेदारियां, और भावनात्मक तैयारी के बारे में बताया जाता है। काउंसलर उनकी मानसिक और भावनात्मक तैयारियों का आकलन करते हैं।
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निर्देश: PAPs को दो राज्यों या राज्यों के समूह का चयन करने की अनुमति है। पंजीकरण के बाद उन्हें एक पंजीकरण संख्या मिलती है, जिससे वे अपनी प्रगति ट्रैक कर सकते हैं।
2. गृह अध्ययन रिपोर्ट (Home Study Report – HSR)
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प्रक्रिया: विशेष दत्तक ग्रहण एजेंसी (SAA) या जिला बाल संरक्षण इकाई (DCPU) के सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा PAPs के घर का दौरा किया जाता है। यह रिपोर्ट 60 दिनों के भीतर Schedule VII के प्रारूप में तैयार की जाती है और CARINGS पर अपलोड की जाती है। HSR तीन साल तक वैध रहता है।
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काउंसलिंग: इस चरण में PAPs को गोद लेने की प्रक्रिया, परिवार निर्माण के वैकल्पिक तरीकों, और बच्चे के साथ समायोजन के बारे में गहन काउंसलिंग दी जाती है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि वे गोद लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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निर्देश: CARA ने SARA को निर्देश दिया है कि HSR तैयार करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता को बाल मनोविज्ञान, सामाजिक कार्य, या मानसिक स्वास्थ्य में प्रशिक्षित होना चाहिए।
3. बच्चे का रेफरल (Referral of the Child)
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प्रक्रिया: PAPs की वरिष्ठता और उनकी प्राथमिकताओं (उम्र, लिंग, विशेष जरूरतों वाले बच्चे) के आधार पर CARINGS के माध्यम से बच्चे का रेफरल भेजा जाता है। सामान्य बच्चे (2 वर्ष से कम) के लिए प्रतीक्षा समय 3-4 वर्ष हो सकता है। PAPs को रेफरल प्राप्त होने के 48 घंटों के भीतर बच्चे को रिजर्व करना होता है।
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काउंसलिंग: रेफरल के दौरान PAPs को बच्चे के चिकित्सा इतिहास और पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी जाती है। बड़े बच्चों को गोद लेने के मामले में, बच्चों को भी काउंसलिंग दी जाती है ताकि वे नए परिवार के लिए तैयार हो सकें।
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निर्देश: यदि PAPs लगातार तीन रेफरल स्वीकार नहीं करते, तो उनकी वरिष्ठता सूची में नीचे कर दी जाती है। सही प्राथमिकताएं चुनने के लिए काउंसलिंग महत्वपूर्ण है।
4. बच्चे का स्वीकार (Acceptance of the Child)
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प्रक्रिया: PAPs बच्चे से मिलने के लिए SAA का दौरा करते हैं और यदि सहज महसूस करते हैं, तो स्वीकार दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करते हैं।
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काउंसलिंग: इस चरण में PAPs और बच्चे दोनों को काउंसलिंग दी जाती है ताकि समायोजन प्रक्रिया आसान हो। बड़े बच्चों को नए माता-पिता के साथ बंधन बनाने में सहायता दी जाती है।
5. याचिका दायर करना (Filing of Petition)
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प्रक्रिया: सभी आवश्यक दस्तावेज एक वकील को सौंपे जाते हैं, जो अदालत में याचिका तैयार करता है। PAPs को अदालत में याचिका पर हस्ताक्षर करने और दाखिल करने के लिए जाना होता है।
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काउंसलिंग: इस चरण में PAPs को कानूनी प्रक्रिया और गोद लेने के बाद की जिम्मेदारियों के बारे में परामर्श दिया जाता है।
6. गोद लेने के बाद अनुवर्तन (Post-Adoption Follow-Up)
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प्रक्रिया: गोद लेने के बाद SAA और DCPU द्वारा नियमित अनुवर्तन किया जाता है। यदि बच्चे और परिवार के बीच समायोजन में समस्या होती है, तो 7 दिनों के भीतर काउंसलिंग की व्यवस्था की जाती है।
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काउंसलिंग: यदि बच्चा अपने मूल की खोज (root search) करना चाहता है, तो SAA या DCPU द्वारा परामर्श प्रदान किया जाता है। गैर-अनुपालन के मामले में, DCPU सामाजिक जांच रिपोर्ट तैयार करता है और बाल कल्याण समिति (CWC) को सूचित करता है।
7. जैविक माता-पिता की काउंसलिंग
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प्रक्रिया: जैविक माता-पिता को बच्चे को सौंपने से पहले और बाद में काउंसलिंग दी जाती है। उन्हें 60 दिनों की पुनर्विचार अवधि के बारे में सूचित किया जाता है, जिसमें वे बच्चे को वापस ले सकते हैं। साथ ही, भविष्य में बच्चे द्वारा मूल खोज की संभावना के बारे में भी बताया जाता है।
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निर्देश: जैविक माता-पिता को बिना किसी दबाव या मौद्रिक प्रलोभन के सहमति देनी होती है। उनकी गोपनीयता, विशेष रूप से अविवाहित माताओं की, बनाए रखी जाती है।
CARA के निर्देश: काउंसलिंग को बढ़ावा
CARA ने अपने ज्ञापन में निम्नलिखित निर्देश जारी किए हैं:
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प्रशिक्षित काउंसलर: SARA को जिला और राज्य स्तर पर बाल मनोविज्ञान, सामाजिक कार्य, या मानसिक स्वास्थ्य में प्रशिक्षित पेशेवर काउंसलर नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है।
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अनिवार्य काउंसलिंग: प्री-एडॉप्शन, दौरान, और पोस्ट-एडॉप्शन काउंसलिंग अनिवार्य है। यह विशेष रूप से बड़े बच्चों और समायोजन में कठिनाई वाले मामलों में महत्वपूर्ण है।
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दस्तावेजीकरण: सभी काउंसलिंग सत्रों का रिकॉर्ड SAA और DCPU द्वारा रखा जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि प्रक्रिया पारदर्शी और जवाबदेह हो।
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जैविक माता-पिता: जैविक माता-पिता को उनके कानूनी अधिकारों, जैसे 60-दिन की पुनर्विचार अवधि और बच्चे द्वारा मूल खोज की संभावना, के बारे में स्पष्ट जानकारी दी जाएगी।
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पोस्ट-एडॉप्शन समर्थन: यदि बच्चा और दत्तक परिवार के बीच समायोजन नहीं हो पाता, तो 7 दिनों के भीतर काउंसलिंग की व्यवस्था की जाएगी।
काउंसलिंग के लाभ
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भावनात्मक स्थिरता: PAPs को गोद लेने की जिम्मेदारियों के लिए तैयार किया जाता है, जिससे वे बच्चे के साथ बेहतर बंधन बना पाते हैं।
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बच्चों का कल्याण: बड़े बच्चों को नए परिवार में समायोजन के लिए भावनात्मक सहायता मिलती है।
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जैविक माता-पिता का समर्थन: जैविक माता-पिता को उनके निर्णय के भावनात्मक और कानूनी पहलुओं को समझने में मदद मिलती है।
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दीर्घकालिक समायोजन: पोस्ट-एडॉप्शन काउंसलिंग से परिवार और बच्चे के बीच मजबूत रिश्ते बनते हैं और समस्याओं का समाधान होता है।
CARA की भूमिका और जिम्मेदारियां
CARA, महिला और बाल विकास मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है, जो देश में और देश के बाहर गोद लेने की प्रक्रिया को नियंत्रित और निगरानी करता है। यह 1993 के Hague Convention on Inter-country Adoption के तहत भारत का केंद्रीय प्राधिकरण है। CARA की प्रमुख जिम्मेदारियां शामिल हैं:
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अनाथ, परित्यक्त, और समर्पित बच्चों के गोद लेने की प्रक्रिया को नियंत्रित करना।
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SARA, SAA, और DCPU को प्रशिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करना।
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गोद लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और नैतिकता सुनिश्चित करना।
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काउंसलिंग और मनोसामाजिक समर्थन को बढ़ावा देना।
अतिरिक्त टिप्स और संसाधन
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CARA हेल्पलाइन: गोद लेने की प्रक्रिया में सहायता के लिए CARA की टोल-फ्री हेल्पलाइन (1800-11-1311) या ईमेल (carahdesk.wcd@nic.in) पर संपर्क करें।
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जागरूकता: नवंबर को गोद लेने जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान विशेष कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं।
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कानूनी सहायता: गोद लेने की प्रक्रिया में कानूनी सहायता के लिए Vakilsearch जैसे पेशेवर संगठनों से संपर्क करें।
CARA के नए निर्देश गोद लेने की प्रक्रिया को और अधिक मानवीय और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्णकदम हैं। काउंसलिंग को हर चरण में अनिवार्य करके, CARA यह सुनिश्चित कर रहा है कि भावी माता-पिता, बच्चे, और जैविक माता-पिता सभी को आवश्यक भावनात्मक और कानूनीसमर्थन मिले। यह न केवल गोद लेने की प्रक्रिया को सुगमबनाता है, बल्कि बच्चों और परिवारों के लिए एक सुखद और स्थायी रिश्ता सुनिश्चित करता है। यदि आप बच्चा गोद लेने की योजनाबना रहे हैं, तो इन निर्देशों का पालन करें और CARA के संसाधनों का उपयोग करें। Child Adoption Process
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।