पेट की चर्बी गायब, डबल चिन खत्म, लिवर-किडनी डिटॉक्स! तोरई के 8 जबरदस्त फायदे
Ridge Gourd Benefits | तोरई (Ridge Gourd), जिसे दौड़ी या तुरई भी कहते हैं, सिर्फ एक साधारण सी दिखने वाली सब्जी नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है। गर्मियों में आसानी से मिलने वाली यह हरी सब्जी पोषक तत्वों से भरपूर है और इसे आयुर्वेद में सुपरफूड माना जाता है। वजन घटाने से लेकर डायबिटीज कंट्रोल, पाचन सुधारने और स्किन-बालों को चमकाने तक, तोरई के फायदे आपको हैरान कर देंगे। डॉ. मंजरी चंद्रा, कंसलटेंट क्लिनिकल एंड फंक्शनल न्यूट्रिशन, मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम, बताती हैं, “तोरई में 95% पानी, फाइबर, विटामिन-सी, आयरन, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इसे सेहत के लिए एक शक्तिशाली औषधि बनाते हैं।” Ridge Gourd Benefits
अगर आप तोरई को अब तक नजरअंदाज करते आए हैं, तो यह आर्टिकल आपकी सोच बदल देगा। आइए जानते हैं सावन 2025 में तोरई के 8 शानदार फायदे और इसे अपनी डाइट में शामिल करने के आसान तरीके। Ridge Gourd Benefits
तोरई के 8 जबरदस्त फायदे: पेट की चर्बी गायब, लिवर-किडनी डिटॉक्स, स्किन-बाल चमकाएं
1. वजन घटाने में मददगार – पेट की चर्बी और डबल चिन को कहें अलविदा
तोरई में कैलोरी बहुत कम (100 ग्राम में मात्र 15-20 कैलोरी) और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती। इसमें मौजूद पानी मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है, जिससे फैट तेजी से बर्न होता है। डॉ. मंजरी चंद्रा कहती हैं, “रोजाना एक कटोरी तोरई की सब्जी या जूस पीने से महीने भर में 2-4 किलो वजन कम हो सकता है।” डबल चिन और पेट की चर्बी कम करने के लिए तोरई को सलाद या सूप के रूप में खाएं।
2. डायबिटीज कंट्रोल – ब्लड शुगर रहेगा मैनेज
तोरई का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम है, जो ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है। इसमें मौजूद इंसुलिन-संवेदनशीलता बढ़ाने वाले तत्व डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान हैं। बेंगलुरु के डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. अनिल मेहता बताते हैं, “तोरई का जूस या उबली तोरई डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतरीन है।” डिनर के बाद ब्लड शुगर 300 के पार जा रहा है? तोरई को अपनी डाइट में शामिल करें और फर्क देखें।
3. पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त – कब्ज और गैस से छुटकारा
तोरई में डायटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो आंतों की सफाई करता है और कब्ज, गैस, और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. राकेश शर्मा के अनुसार, “तोरई का जूस पेट के अल्सर और सूजन को कम करता है।” इसे छिलके समेत पकाने या जूस के रूप में लेने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
4. स्किन और बालों के लिए वरदान – चमकती त्वचा और मजबूत बाल
तोरई में विटामिन-सी, विटामिन-ए और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा को झुर्रियों, डार्क स्पॉट्स और मुंहासों से बचाते हैं। इसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से सनबर्न और एक्ने में राहत मिलती है। साथ ही, तोरई का जूस बालों को धोने से डैंड्रफ और हेयर फॉल कम होता है। नियमित सेवन से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है।
5. लिवर और किडनी को डिटॉक्स – शरीर की पूरी सफाई
तोरई एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है, जो लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाता है। डॉ. मंजरी के अनुसार, “तोरई का जूस किडनी स्टोन के खतरे को कम करता है और यूरिनरी इंफेक्शन से बचाव करता है।” सप्ताह में 2-3 बार तोरई का जूस पीने से शरीर की आंतरिक सफाई होती है।
6. हड्डियों को बनाए मजबूत – जोड़ों के दर्द में राहत
तोरई में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस जैसे खनिज पदार्थ होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करते हैं। 50+ उम्र के लोगों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद है। डॉ. अनिल मेहता बताते हैं, “तोरई के बीज का तेल जोड़ों के दर्द और आर्थराइटिस में आराम देता है।” इसे सूप या सब्जी के रूप में नियमित खाएं।
7. इम्यूनिटी बढ़ाए – मौसमी बीमारियों से बचाव
तोरई में मौजूद विटामिन-सी और जिंक इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। यह सर्दी, खांसी और वायरल इंफेक्शन से बचाव करता है। सावन के मौसम में, जब बारिश के कारण बीमारियां बढ़ती हैं, तोरई को डाइट में शामिल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
8. दिल को रखे स्वस्थ – कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल
तोरई में पोटैशियम और फाइबर होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करते हैं। इसका नियमित सेवन हृदय रोगों के खतरे को कम करता है। डॉ. मंजरी सुझाव देती हैं, “तोरई को हल्के मसालों के साथ पकाकर खाएं, यह दिल के लिए बेहतरीन है।”
तोरई को डाइट में शामिल करने के आसान तरीके
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तोरई की सब्जी: हल्के मसालों और छिलके समेत पकाएं। टमाटर और प्याज के साथ बनाएं।
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तोरई का जूस: सुबह खाली पेट 1 गिलास तोरई का जूस पिएं। इसमें नींबू और अदरक मिलाएं।
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तोरई का सूप: फाइबर और विटामिन से भरपूर सूप बनाएं।
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तोरई का सलाद: कच्ची तोरई को कद्दूकस करके नींबू और काली मिर्च के साथ खाएं।
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तोरई का पेस्ट: चेहरे पर लगाने के लिए तोरई को पीसकर पेस्ट बनाएं।
तोरई खाते समय सावधानियां
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हमेशा ताजी और हरी तोरई चुनें। पीली या सूखी तोरई से बचें।
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डायबिटीज या किडनी मरीज इसे डॉक्टर की सलाह से लें।
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ज्यादा मात्रा में जूस पीने से पेट में हल्की गड़बड़ हो सकती है, इसलिए सीमित मात्रा में लें।
तोरई एक सस्ती, आसानी से उपलब्ध और पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है, जो आपकीसेहत को कई तरह से फायदापहुंचाती है। वजन घटाने से लेकर लिवर-किडनी की सफाई, डायबिटीजकंट्रोल और स्किन-बालों की देखभाल तक, यह सुपरफूड हर घर कीथाली में होना चाहिए। सावन 2025 में इसे अपनी डाइट में शामिल करें और सेहत के इन 8 जबरदस्त फायदों का लाभ उठाएं। Ridge Gourd Benefits
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्यजानकारी के लिए है। यह किसी चिकित्सकीय सलाह या दवा का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्यसमस्या के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। Ridge Gourd Benefits
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।