“शिवाजी महाराज ने बंगाल पर हमला किया? फर्जीवाड़ा!” – राजदीप सरदेसाई का मुगलपरस्त एजेंडा एक्सपोज
“पहले शिवाजी को ‘डाकू’ बताया, फिर बंगाल पर हमले का झूठ फैलाया… जब पोल खुली तो ‘करेक्शन’ के नाम पर शर्मनाक पलटी! लेकिन मुगलों के जुल्मों पर चुप्पी क्यों?”
Shivaji Vs Sardesai MughalPropaganda Exposed | NCERT की किताबों से मुगलों के अत्याचारों को हटाने के विवाद के बीच, ‘सेकुलरिस्ट गैंग’ के मुखिया राजदीप सरदेसाई ने एक बार फिर इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया। अपने शो ‘डेमोक्रेटिक न्यूज़रूम’ में उन्होंने दावा किया कि “छत्रपति शिवाजी महाराज ने बंगाल पर हमला किया और लूटपाट की!” Shivaji Vs Sardesai MughalPropaganda Exposed
जबकि सच यह है कि शिवाजी महाराज ने कभी बंगाल पर आक्रमण नहीं किया। उनकी लड़ाई मुख्य रूप से दक्कन और पश्चिमी भारत में मुगलों के खिलाफ थी। लेकिन राजदीप सरदेसाई जैसे ‘पत्रकार’ मुगलों के जुल्मों को छुपाने और हिंदू वीरों को बदनाम करने में लगे हैं। Shivaji Vs Sardesai MughalPropaganda Exposed
क्या था राजदीप सरदेसाई का झूठ?
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“शिवाजी ने बंगाल को लूटा” – बिना किसी ऐतिहासिक प्रमाण के यह दावा किया।
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शिवाजी को ‘डाकू’ कहा – जबकि मराठा सेना ने कभी निर्दोषों पर अत्याचार नहीं किए।
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मुगलों को ‘सेकुलर’ बताने की कोशिश – औरंगजेब जैसे क्रूर शासकों के अत्याचारों पर मौन साध लिया।
विरोध के बाद ‘करेक्शन’ का ढोंग!
सोशल मीडिया पर जब लोगों ने इस फर्जी दावे का पुरजोर विरोध किया, तो राजदीप सरदेसाई ने ‘करेक्शन’ नामक एक नया ट्वीट किया:
“शिवाजी महाराज ने बंगाल नहीं, बल्कि सूरत पर हमला किया था। वे इस दौर के सबसे महान शासक थे।”
लेकिन सवाल यह है:
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अगर ‘गलती’ हो गई, तो माफी क्यों नहीं मांगी?
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क्या यह सिर्फ एक ‘गलती’ थी, या जानबूझकर फैलाया गया प्रोपेगेंडा?
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मुगलों के कत्लेआम, मंदिर तोड़ने और जजिया कर के बारे में क्यों चुप रहते हैं?
सच्चाई क्या है?
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शिवाजी महाराज ने सूरत पर हमला किया था, लेकिन वह मुगलों की आर्थिक ताकत को कमजोर करने के लिए था, न कि निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने के लिए।
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मुगलों ने हिंदुओं पर अत्याचार किए, जबकि शिवाजी ने महिलाओं की इज्जत और धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान किया।
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औरंगजेब ने हजारों मंदिर तोड़े, लेकिन ‘सेकुलर’ पत्रकारों को यह दिखाई नहीं देता।
क्या राजदीप सरदेसाई का यह पहला मौका है?
नहीं! यह उनकी ‘फेक न्यूज़ प्लेबुक’ का हिस्सा है:
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2019 में CAA विरोध प्रदर्शनों को ‘शांतिपूर्ण’ बताया, जबकि हिंसा हो रही थी।
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हिंदू संगठनों को ‘हिंसक’ ठहराया, लेकिन इस्लामिस्ट गुंडों पर पर्दा डाला।
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मुगल इतिहास को रोमांटिसाइज किया, जबकि उनके जुल्मों को नजरअंदाज किया।
पत्रकारिता’ या ‘प्रोपेगेंडा’?
राजदीप सरदेसाई जैसे लोग इतिहास को विकृत करके युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। उनका एजेंडा साफ है –
✔ मुगल अत्याचारों को छुपाना
✔ हिंदू वीरों को बदनाम करना
✔ ‘सेकुलरिज्म’ के नाम पर झूठ फैलाना
अब समय आ गया है कि ऐसे ‘फेक हिस्ट्री’ विक्रेताओं काबहिष्कार कियाजाए! Shivaji Vs Sardesai MughalPropaganda Exposed
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।