वैष्णो देवी रूट पर लैंडस्लाइड : भूस्खलन से मलबे में फंसे श्रद्धालु, बचाव अभियान तेज, जम्मू-कश्मीर में बारिश का कहर
Vaishno Devi Landslide News | जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते पर गंभीर संकट पैदा कर दिया है। सोमवार की सुबह कटरा क्षेत्र में माता वैष्णो देवी मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर भीषण भूस्खलन की घटना सामने आई, जिसने तीर्थयात्रियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी। इस हादसे में कई श्रद्धालुओं के मलबे में दबे होने की आशंका है, जिसके बाद प्रशासन और बचाव टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। यह घटना क्षेत्र में मौसम की बिगड़ती स्थिति का एक और उदाहरण है, जो न केवल धार्मिक यात्रा को प्रभावित कर रही है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी चिंता का विषय बन गई है। Vaishno Devi Landslide News
सोमवार की सुबह, जम्मू-कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर की ओर जाने वाले प्रमुख मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ। जानकारी के अनुसार, भूस्खलन के दौरान मार्ग पर बना एक शेड ढह गया, जिसके नीचे कई श्रद्धालु फंस गए। प्रारंभिक बचाव अभियान में चार लोगों को सुरक्षित निकाला गया, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना जताई जा रही है, जिसके लिए राहत और बचाव कार्य जारी है। घटनास्थल से प्राप्त वीडियो में भारी बारिश और पहाड़ों से गिरते मलबे की तस्वीरें साफ दिखाई दे रही हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाती हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई और बचाव अभियान
भूस्खलन के तुरंत बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति घोषित की। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) और एसडीआरएफ (राज्य आपदा राहत बल) की टीमें मौके पर तैनात की गई हैं। भूस्खलन प्रभावित मार्ग को यात्रा के लिए पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया है, और वैकल्पिक मार्गों से तीर्थयात्रियों को भेजने की व्यवस्था की जा रही है। श्राइन बोर्ड ने हेलीकॉप्टर और बैटरी कार सेवाओं को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, ताकि और किसी हादसे से बचा जा सके। मौके पर जेसीबी मशीनों और चिकित्सा टीमों को भी तैनात किया गया है। Vaishno Devi Landslide News
मौसम की स्थिति और चेतावनी
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही भारी बारिश ने त्रिकुटा पर्वत और आसपास के क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बढ़ा दिया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके कारण ऊंचाई वाले इलाकों में और खतरे की आशंका है। इसी तरह, उत्तराखंड के छह जिलों—देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और उधमसिंह नगर—के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है। यह स्थिति न केवल धार्मिक यात्राओं को प्रभावित कर रही है, बल्कि क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे पर भी भारी दबाव डाल रही है।
इससे पहले की घटनाएं
इससे पहले, 16 जुलाई को अमरनाथ यात्रा मार्ग पर रायलपथरी और बरारिमार्ग के बीच ज़ेड मोड़ पर भूस्खलन हुआ था, जिसके कारण बड़ी संख्या में तीर्थयात्री फंस गए थे। भारतीय सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाला था। इसके बाद 17 जुलाई को भी 36 घंटों से जारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को स्थगित करना पड़ा था। इन घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मानसून के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करना कितना जोखिम भरा हो सकता है।
श्रद्धालुओं के लिए सलाह
श्राइन बोर्ड और प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे मौजूदा स्थिति को देखते हुए यात्रा स्थगित करें या सावधानीपूर्वक आगे बढ़ें। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में रुकने से बचें और नियमित अपडेट के लिए अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। साथ ही, बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
प्रभाव और भविष्य की तैयारी
इस भूस्खलन ने न केवल धार्मिक यात्रा को प्रभावित किया है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ा है, क्योंकि कटरा क्षेत्र की आजीविका ज्यादातर तीर्थयात्रियों पर निर्भर है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित निर्माण कार्य इस तरह की घटनाओं को बढ़ा रहे हैं। सरकार को लंबी अवधि के लिए पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर जल निकासी और बुनियादी ढांचे की मजबूती पर ध्यान देना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। Vaishno Devi Landslide News
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।