स्वदेशी अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने का अनूठा प्रयास
सुसनेर। आज सुबह श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर मठ में एक विशेष अवसर देखने को मिला, जब पप्पू शर्मा वैद्यराज द्वारा गोबर से निर्मित पूजा सामग्री मंदिर में भेंट की गई। इस सामग्री में हनुमान जी की गधा व ग्रंथ रखने का स्टैंड, पूजा की थाली, ग्रंथ रखने का आधार और अन्य उपयोगी वस्तुएं शामिल थीं।
विशेष बात यह रही कि यह सारी सामग्री गोबर से निर्मित होने के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल और स्वदेशी भावना से ओत-प्रोत थी। वैद्यराज पप्पू शर्मा ने बताया कि उनका उद्देश्य गाय आधारित उत्पादों को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। उन्होंने इसे “गाय को अर्थव्यवस्था से जोड़ने की दिशा में एक छोटा सा प्रयास” बताया।
पप्पू शर्मा वैद्यराज द्वारा निर्मित यह सामग्री न सिर्फ धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह ग्रामीण कारीगरों के लिए रोजगार का साधन भी बन सकती है। इस पहल की मंदिर समिति व स्थानीय श्रद्धालुओं ने सराहना की और इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।
इस अवसर पर मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना कर गोबर से बनी सामग्री का शुभारंभ किया गया और श्रद्धालुओं ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग की प्रेरणा भी ली।
journalist