Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction | रक्षा बंधन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है, जो सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं। यह त्योहार न केवल प्यार और विश्वास को बढ़ाता है, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। हालांकि, रक्षाबंधन के दिन कुछ विशेष नियमों और परंपराओं का पालन करना जरूरी होता है, ताकि रिश्ते में मधुरता बनी रहे और जीवन में सकारात्मकता का संचार हो। गलत दिशा, क्रोध, या अनुचित तोहफों के चयन से रिश्तों में दरार पड़ सकती है। आइए, विस्तार से जानते हैं कि रक्षा बंधन पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction
रक्षा बंधन पर झगड़े और नकारात्मकता से रहें दूर
रक्षा बंधन का दिन भाई-बहन के बीच प्यार और सौहार्द का प्रतीक होता है। इस खास मौके पर भूलकर भी झगड़ा या तीखी बातें नहीं करनी चाहिए। एक-दूसरे से कटु वाणी का प्रयोग करने से रिश्ते में खटास आ सकती है, जो लंबे समय तक दूरियां पैदा कर सकता है। इसके अलावा, इस दिन क्रोध और गुस्से से भी बचना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन क्रोध करने से अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है, जो परिवार के सुख-शांति को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, इस दिन को शांति और प्रेम के साथ मनाएं। अगर कोई मतभेद हो, तो उसे बाद में शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाएं। Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction
राखी बांधते समय दिशा का रखें विशेष ध्यान
रक्षाबंधन के दौरान राखी बांधने की दिशा का भी खास महत्व होता है। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, गलत दिशा में राखी बांधने से शुभ फल की बजाय अशुभ प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि भाई को दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके राखी नहीं बंधवानी चाहिए, क्योंकि यह दिशा मृत्यु और नकारात्मकता से जुड़ी मानी जाती है। इससे रिश्ते में कमजोरी और जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
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सही तरीके से राखी बंधवाने के लिए भाई को पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए, क्योंकि पूर्व दिशा सूर्य और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। बहन को पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भाई की कलाई पर राखी बांधनी चाहिए। इस दिशा का संतुलन रिश्ते को मजबूती प्रदान करता है और दोनों के बीच प्रेम बना रहता है। राखी बांधते समय पूजा की थाली में चावल, रोली, और फूल रखने की परंपरा भी अपनाएं, ताकि शुभता बढ़े।
रक्षाबंधन पर देवताओं को बांधें राखी, पाएं आशीर्वाद
हिंदू धर्म में रक्षाबंधन की शुरुआत देवताओं को राखी बांधकर करने की प्रथा है। इस मान्यता के अनुसार, भाई-बहन से पहले सुबह स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें और भगवान गणेश, शिवजी, भगवान कृष्ण, और हनुमान जी को राखी बांधें। इसके बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें। इस प्रक्रिया में दीप प्रज्वलित करना, धूप-दीप जलाना, और मंत्रों का उच्चारण करना भी शामिल हो सकता है।
मान्यता है कि देवताओं को राखी बांधने से भाई-बहन के जीवन में खुशहाली, समृद्धि, और तरक्की आती है। साथ ही, यह रिश्ते को मजबूत बनाता है और जीवन की समस्याओं से मुक्ति दिलाता है। पूजा के बाद भाई को राखी बांधने से पहले उनके माथे पर तिलक लगाएं और चावल छिड़कें, ताकि शुभता बनी रहे। यह परंपरा न केवल आध्यात्मिक बल्कि पारिवारिक एकता को भी बढ़ावा देती है। Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction
रक्षाबंधन पर इन चीजों को तोहफे में न दें
राखी बंधवाने के बाद भाई अपनी बहन को प्यार और सम्मान के प्रतीक के रूप में तोहफे देते हैं। हालांकि, कुछ वस्तुओं को तोहफे में देने से बचना चाहिए, क्योंकि इनका धार्मिक और ज्योतिषीय प्रभाव नकारात्मक हो सकता है।
- धारदार वस्तुएं: चाकू, कैंची, या अन्य धारदार चीजें बहन को गिफ्ट करने से बचें। ऐसा माना जाता है कि इससे बहन के जीवन में आर्थिक परेशानियां और असुरक्षा आ सकती है।
- चमड़े की वस्तुएं: जूते, बेल्ट, या पर्स जैसी चमड़े की चीजें देने से बचें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है और रिश्ते में दरार पैदा कर सकता है।
- काले रंग की वस्तुएं: काले रंग के कपड़े या सामान देने से भी परहेज करें, क्योंकि यह अशुभ माना जाता है। इसके बजाय हल्के और सकारात्मक रंगों जैसे पीला, हरा, या सफेद चुनें।
- खाली बर्तन: खाली पतीला या डिब्बा देने से भी बचें, क्योंकि यह दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है।
सही तोहफा चुनते समय बहन की पसंद और जरूरतों को ध्यान में रखें। कपड़े, गहने, मिठाइयां, या उपयोगी सामान जैसे किताबें या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बेहतर विकल्प हो सकते हैं। Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction
अतिरिक्त सुझाव रक्षा बंधन को और खास बनाने के लिए
- साफ-सफाई का ध्यान: राखी बांधने से पहले घर और पूजा स्थल की साफ-सफाई करें, ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।
- मिठाई का आदान-प्रदान: राखी बांधने के बाद मिठाई का आदान-प्रदान करें, क्योंकि यह रिश्ते में मिठास लाता है।
- प्रार्थना और आशीर्वाद: राखी बांधने के बाद परिवार के बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद लें, जो रिश्ते को और मजबूत बनाता है।
- समय का ध्यान: राखी बांधने का शुभ मुहूर्त निकालें, जो आमतौर पर सुबह के समय होता है। 2025 में रक्षा बंधन 30 अगस्त को मनाया जाएगा, इसलिए उस दिन का शुभ समय स्थानीय पंचांग से जांच लें।
रक्षा बंधन का त्योहार केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का अवसर है। इन नियमों और सुझावों को अपनाकर आप इस दिन को और भी सुखद और यादगार बना सकते हैं। अपने रिश्ते में प्रेम और विश्वास को बनाए रखें, ताकि यह बंधन जीवन भर मजबूत रहे! Which way to face when tying Rakhi Avoid this direction
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।