Stock Market | आज फिर बाजार में हाहाकार , सेंसेक्स 731 अंक गिरा
शुक्रवार को घरेलू Stock Market में एक बार फिर बिकवाली का दबाव हावी रहा, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में थोड़ी राहत के बाद दोनों इंडेक्स अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख सके। दोपहर 2 बजकर 34 मिनट पर सेंसेक्स 731.89 अंक (0.89%) गिरकर 81,765.21 के स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 223.95 अंक (0.89%) फिसलकर 25,026.15 पर आ गया।
बिकवाली का दबाव हावी
सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी में यह गिरावट लगातार पांचवे सत्र में जारी रही, जिसका मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में कमजोर संकेत और विदेशी निवेशकों की बिकवाली रही। प्रमुख शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एलएंडटी, और एशियन पेंट्स की बड़ी गिरावट ने सेंसेक्स को खींचकर नीचे ला दिया। वहीं, टीसीएस, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और टेक महिंद्रा जैसे कुछ शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।
ग्लोबल फैक्टर और क्रूड ऑयल की कीमतें
वैश्विक बाजारों में गिरावट का मुख्य कारण पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें हैं। ईरान द्वारा इस्राइल पर बैलेस्टिक मिसाइल हमला किए जाने से इन दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। इस कारण कच्चे तेल की कीमतों में तेज उछाल देखा गया है, जो वैश्विक बाजारों पर भी प्रभाव डाल रहा है। पिछले एक वर्ष में कच्चे तेल की कीमतों में सबसे तेज साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई, जिसके बाद एशियाई शेयर बाजारों में भी गिरावट आई। इस स्थिति में निवेशक नई खरीदारी से बचते नजर आ रहे हैं और विदेशी निवेशक भी भारी बिकवाली कर रहे हैं।
सेक्टरवार गिरावट
शुक्रवार को अधिकांश सेक्टरों में बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में सबसे ज्यादा 3.5% तक की गिरावट आई, जिसमें फोनिक्स मिल्स, लोढ़ा, प्रेस्टीज, और डीएलएफ के शेयर शामिल रहे। इसके अलावा, ऑटो, मेटल, मीडिया, पीएसयू बैंक, और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टरों में भी 1-2% की गिरावट दर्ज की गई। डीमार्ट के शेयरों में भी शुरुआती कारोबार में 4.4% की गिरावट आई, जिसका मुख्य कारण वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजों पर मिली-जुली प्रतिक्रिया रही।
बाजार की वर्तमान स्थिति
बाजार के जानकारों का कहना है कि वैश्विक बाजारों में जारी अनिश्चितता और घरेलू स्तर पर विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार पर दबाव बना हुआ है। निवेशक फिलहाल सतर्कता बरत रहे हैं, और खासकर पश्चिम एशिया में स्थिति और कच्चे तेल की कीमतों पर नजर बनाए हुए हैं।
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