“अब मैं हिंदी में बोलूं?” काजोल के बयान से सोशल मीडिया पर बवाल
Abhi main Hindi mein bolun Kajol reaction | बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री काजोल, जो अपनी बेबाकी और शानदार अभिनय के लिए जानी जाती हैं, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वजह है उनका एक वायरल वीडियो, जिसमें वह हिंदी में बोलने से इनकार करती नजर आईं। यह घटना मुंबई में आयोजित एक अवॉर्ड समारोह के दौरान हुई, जहां काजोल ने मराठी भाषा में अपनी बात रखी और हिंदी में बोलने की मांग पर नाराजगी जताई। इस बयान ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है, और लोग इसे महाराष्ट्र में चल रहे हिंदी-मराठी भाषा विवाद से जोड़कर देख रहे हैं। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि काजोल का यह बयान क्यों और कैसे इतना चर्चित हो गया। Abhi main Hindi mein bolun Kajol reaction
क्या है पूरा मामला?
5 अगस्त 2025 को, काजोल ने अपने 51वें जन्मदिन के अवसर पर मुंबई में आयोजित महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार 2025 में हिस्सा लिया। इस समारोह में उन्हें राज कपूर पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जो उनकी भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया। इस खास मौके पर काजोल अपनी मां, दिग्गज अभिनेत्री तनुजा के साथ मौजूद थीं और उन्होंने अपनी मां की एक पुरानी साड़ी पहनकर समारोह में शिरकत की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, काजोल ने अपनी स्वीकृति भाषण (acceptance speech) मराठी में दी, जो उनकी मातृभाषा है और जिसे वह धाराप्रवाह बोलती हैं। यह एक भावनात्मक क्षण था, क्योंकि काजोल ने अपनी मां तनुजा को श्रद्धांजलि दी, जिन्हें भी इसी मंच पर सम्मानित किया गया था। हालांकि, जब कुछ पत्रकारों ने उनसे हिंदी में बोलने का अनुरोध किया, तो काजोल ने तल्खी के साथ जवाब दिया, “अब मैं हिंदी में बोलूं? जिसे समझना है, वह समझ ले।” यह बयान कैमरे में रिकॉर्ड हो गया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
सोशल मीडिया पर बवाल और भाषा विवाद से जुड़ाव
काजोल का यह बयान महाराष्ट्र में चल रहे हिंदी-मराठी भाषा विवाद के संदर्भ में देखा जा रहा है। हाल के महीनों में, महाराष्ट्र में भाषा और क्षेत्रीय पहचान को लेकर तनाव बढ़ा है। अप्रैल 2025 में, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने का फैसला किया था, जिसका मराठी भाषी समुदाय और कुछ राजनीतिक दलों ने विरोध किया। इस मुद्दे ने हिंदी बनाम मराठी की बहस को और हवा दी, जिसमें कुछ लोग मराठी भाषा और संस्कृति की रक्षा की बात कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग इसे क्षेत्रीयता और हिंदी विरोधी भावना से जोड़ रहे हैं।
काजोल के वायरल वीडियो ने इस बहस को और तूल दे दिया। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने काजोल की आलोचना की, उनका दावा है कि वह हिंदी सिनेमा से अपनी पहचान बनाने के बावजूद हिंदी बोलने से इनकार कर रही हैं। एक यूजर ने लिखा, “हिंदी सिनेमा ने काजोल को स्टार बनाया, और अब वह हिंदी में बोलने से इनकार कर रही हैं। यह गलत है।” दूसरी ओर, कुछ यूजर्स ने काजोल का समर्थन किया, यह कहते हुए कि वह अपनी मातृभाषा मराठी में बोलने के लिए स्वतंत्र हैं, खासकर एक ऐसे समारोह में जो महाराष्ट्र की संस्कृति और सिनेमा को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था। एक अन्य यूजर ने लिखा, “काजोल ने मराठी में बोलकर अपनी जड़ों का सम्मान किया। इसमें गलत क्या है?”
हिंदी-मराठी विवाद का पृष्ठभूमि संदर्भ
महाराष्ट्र में हिंदी और मराठी भाषा को लेकर विवाद कोई नया नहीं है। हाल के समय में, यह मुद्दा तब और गहराया जब कुछ घटनाओं में गैर-मराठी भाषियों के खिलाफ हिंसा की खबरें सामने आईं। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 में, ठाणे में दो महिलाओं पर कथित तौर पर हमला किया गया क्योंकि उन्होंने “एक्सक्यूज मी” कहकर मराठी के बजाय अंग्रेजी में बात की। इसी तरह, मुंबई में एक डिलीवरी एजेंट को इसलिए परेशान किया गया क्योंकि वह मराठी में बात नहीं कर सका। इन घटनाओं ने मराठी भाषा और पहचान को लेकर संवेदनशीलता को उजागर किया।
इस संदर्भ में, काजोल का बयान कुछ लोगों को हिंदी विरोधी और मराठी समर्थक के रूप में दिखा। हालांकि, यह ध्यान देना जरूरी है कि काजोल ने अपने करियर में हिंदी, मराठी, और अंग्रेजी में सहजता से काम किया है। वह धाराप्रवाह मराठी बोलती हैं और बंगाली भी समझ सकती हैं, जो उनकी मां तनुजा की मातृभाषा है। उनके इस बयान को उनके मूड या उस पल की तल्खी से भी जोड़ा जा सकता है, न कि केवल भाषाई विवाद से।
काजोल की प्रतिक्रिया और व्यक्तित्व
काजोल अपने बेबाक और स्पष्टवादी स्वभाव के लिए जानी जाती हैं। वह अक्सर अपनी बात बिना किसी लाग-लपेट के रखती हैं, जिसके कारण वह पहले भी कई बार विवादों में रही हैं। उदाहरण के लिए, 2023 में, काजोल एक साक्षात्कार में नस्लीय टिप्पणी (N-word) का उपयोग करने के लिए आलोचना का शिकार हुई थीं। इसके अलावा, उसी साल उन्होंने सोशल मीडिया से ब्रेक लेने की घोषणा की थी, जिसे उन्होंने “जीवन की सबसे कठिन परीक्षा” का सामना करने से जोड़ा था। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि काजोल की बेबाकी कभी-कभी विवादों को जन्म देती है।
इस बार, उनका “अब मैं हिंदी में बोलूं?” वाला बयान उनकी तल्खी और उस पल की भावनाओं का परिणाम हो सकता है। कुछ लोगों का मानना है कि पत्रकारों की बार-बार हिंदी में बोलने की मांग ने उन्हें चिढ़ा दिया, जिसके कारण उन्होंने ऐसा जवाब दिया। काजोल ने बाद में इस मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया, लेकिन उनके प्रशंसकों का कहना है कि वह एक मराठी भाषी परिवार से हैं और महाराष्ट्र के इस खास मौके पर मराठी में बोलना उनका निजी फैसला था।
काजोल का 2025 में सिनेमाई सफर
भाषा विवाद के अलावा, काजोल का 2025 का साल सिनेमाई दृष्टिकोण से शानदार रहा है। इस साल उनकी दो फिल्में रिलीज हुईं:
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मां (Maa): यह एक सुपरनेचुरल हॉरर थ्रिलर फिल्म थी, जिसमें काजोल ने एक ऐसी मां की भूमिका निभाई, जो अपनी बेटी को बचाने के लिए हर हद पार कर देती है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया और लगभग 33 करोड़ रुपये की कमाई की।
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सरजमीन (Sarzameen): यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म JioHotstar पर रिलीज हुई, जिसमें काजोल ने इब्राहिम अली खान और पृथ्वीराज सुकुमारन के साथ काम किया। फिल्म को समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली।
इसके अलावा, काजोल की एक और बहुप्रतीक्षित फिल्म महारagni: Queen of Queens रिलीज के लिए तैयार है। यह एक हाई-ऑक्टेन एक्शन थ्रिलर है, जिसमें वह प्रभु देवा, नसीरुद्दीन शाह, और सम्युक्ता मेनन के साथ नजर आएंगी। यह फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, और मलयालम में रिलीज होगी। काजोल ने टेलीविजन पर भी अपनी शुरुआत की है, जहां वह ट्विंकल खन्ना के साथ Two Much with Kajol and Twinkle नामक चैट शो की मेजबानी करेंगी, जिसमें शाहरुख खान, अक्षय कुमार, और करण जौहर जैसे मेहमान शामिल होंगे।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
काजोल के इस बयान पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। कुछ प्रमुख टिप्पणियां इस प्रकार हैं:
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आलोचक: “काजोल को हिंदी सिनेमा ने शोहरत दी, और अब वह हिंदी में बोलने से इनकार कर रही हैं। यह हिंदी भाषा का अपमान है।”
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समर्थक: “काजोल मराठी हैं और महाराष्ट्र के एक समारोह में मराठी में बोलना उनका हक है। पत्रकारों को उनकी पसंद का सम्मान करना चाहिए।”
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निष्पक्ष राय: “यह विवाद अनावश्यक है। काजोल ने शायद उस पल की गर्मी में ऐसा कहा। इसे हिंदी-मराठी विवाद से जोड़ना ठीक नहीं।”
कुछ यूजर्स ने यह भी दावा किया कि काजोल का यह बयान राजनीतिक रूप से प्रेरित हो सकता है, और इसे शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) जैसे दलों के मराठी गौरव के एजेंडे से जोड़ा गया। हालांकि, इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं है।
क्या कहता है काजोल का इतिहास?
काजोल का जन्म 5 अगस्त 1974 को मुंबई में हुआ था। उनकी मां तनुजा और मौसी नूतन दोनों दिग्गज अभिनेत्रियां थीं, और उनके पति अजय देवगन भी बॉलीवुड के प्रमुख अभिनेता हैं। काजोल ने अपने करियर की शुरुआत 1992 में फिल्म बेखुदी से की थी और दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ), कुछ कुछ होता है, और कभी खुशी कभी गम जैसी फिल्मों से उन्हें अपार सफलता मिली। वह छह बार फिल्मफेयर पुरस्कार जीत चुकी हैं, जिसमें गुप्त: द हिडन ट्रुथ के लिए सर्वश्रेष्ठ खलनायिका का पुरस्कार भी शामिल है।
काजोल ने हमेशा अपनी मराठी और बंगाली जड़ों पर गर्व जताया है। वह धाराप्रवाह मराठी बोलती हैं और अक्सर अपनी मां के साथ अपने मराठी संस्कृति के प्रति प्रेम को व्यक्त करती हैं। उनके इस बयान को कुछ लोग उनकी मराठी पहचान के प्रति गर्व के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य इसे हिंदी भाषा के प्रति असम्मान के रूप में।
काजोल का “अब मैं हिंदी में बोलूं?” बयान एक छोटी सी घटना थी, जो सोशलमीडिया और महाराष्ट्र के मौजूदाभाषाई तनाव के कारण एक बड़े विवाद में बदल गई। यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि भाषा और क्षेत्रीय पहचान जैसे मुद्दे कितने संवेदनशील हो सकते हैं। काजोल, जो अपनी बेबाकी और प्राकृतिक अभिनय के लिए जानी जाती हैं, ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि वह उस खास मौके पर अपनी मातृभाषा में अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहती थीं। Abhi main Hindi mein bolun Kajol reaction
भविष्य में, काजोल और उनके प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि वह अपने काम और प्रतिभा के लिए चर्चा में रहें, न कि अनावश्यक विवादों के लिए। उनकेप्रशंसक उनकी आगामी फिल्म महारagni: Queen of Queens और चैट शो Two Much with Kajol and Twinkle का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, यहविवाद हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि भाषा और संस्कृति के प्रति सम्मान सभी के लिए बराबर होना चाहिए, और व्यक्तिगत पसंद को अनावश्यक रूप से विवाद का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। Abhi main Hindi mein bolun Kajol reaction
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।