एयर इंडिया का बड़ा फैसला: 19 रूट्स पर 118 उड़ानें कम, 3 रूट्स पर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद

एयर इंडिया का बड़ा फैसला: 19 रूट्स पर 118 उड़ानें कम, 3 रूट्स पर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद

Air India Flight Reductions 2025 | अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने अपने परिचालन को स्थिर करने और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। एयरलाइन ने 19 रूट्स पर संचालित होने वाली 118 साप्ताहिक उड़ानों में कटौती करने और तीन रूट्स पर सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का ऐलान किया है। ये उड़ानें नैरो-बॉडी (छोटे आकार के) विमानों द्वारा संचालित होती हैं। यह निर्णय 15 जुलाई 2025 तक प्रभावी रहेगा। इसके अलावा, एयरलाइन ने पहले ही अपने वाइड-बॉडी (बड़े आकार के) विमानों की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% की कमी की घोषणा की थी। यह कदम 12 जून 2025 को हुए बोइंग 787 ड्रीमलाइनर हादसे के बाद सुरक्षा जांच और परिचालन चुनौतियों के मद्देनजर उठाया गया है। आइए, इस फैसले, प्रभावित रूट्स, और AI171 हादसे की जांच के ताजा अपडेट्स के बारे में विस्तार से जानते हैं। Air India Flight Reductions 2025


एयर इंडिया का नया फैसला: उड़ानों में कटौती

22 जून 2025 को एयर इंडिया ने अपने नैरो-बॉडी विमान नेटवर्क में लगभग 5% की कटौती की घोषणा की। इस कटौती के तहत 19 रूट्स पर 118 साप्ताहिक उड़ानें कम की जाएंगी, और तीन रूट्स पर सेवाएं पूरी तरह से निलंबित रहेंगी। एयरलाइन का कहना है कि यह कदम परिचालन स्थिरता को बढ़ाने, अंतिम समय की रद्दीकरण से बचने, और यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

एयरलाइन ने एक आधिकारिक बयान में कहा,

“हमारा उद्देश्य नेटवर्क-व्यापी परिचालन स्थिरता को मजबूत करना और यात्रियों को आखिरी समय में होने वाली असुविधा से बचाना है। ये अस्थायी कटौतियां हमारे नैरो-बॉडी नेटवर्क का 5% से भी कम हिस्सा हैं, और प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों, मुफ्त पुनर्निर्धारण, या पूर्ण रिफंड की सुविधा दी जा रही है।”


कौन से रूट्स प्रभावित होंगे?

सेवाएं निलंबित रूट्स

निम्नलिखित तीन रूट्स पर साप्ताहिक सात उड़ानें 15 जुलाई 2025 तक पूरी तरह से निलंबित रहेंगी:

  1. बेंगलुरु-सिंगापुर (BLR-SIN): यह अंतरराष्ट्रीय रूट, जो नैरो-बॉडी विमानों द्वारा संचालित होता है, अस्थायी रूप से बंद रहेगा।
  2. पुणे-सिंगापुर (PNQ-SIN): पुणे से सिंगापुर की साप्ताहिक उड़ानें भी रद्द की गई हैं।
  3. मुंबई-बागडोगरा (BOM-IXB, AI551/552): यह घरेलू रूट भी प्रभावित होगा।

उड़ानें कम होने वाले रूट्स

19 अन्य रूट्स पर उड़ानों की आवृत्ति कम की जाएगी, जिनमें प्रमुख घरेलू रूट्स शामिल हैं:

  • दिल्ली-बेंगलुरु (DEL-BLR): देश के सबसे व्यस्त रूट्स में से एक पर उड़ानों की संख्या में कमी।
  • दिल्ली-मुंबई (DEL-BOM): इस रूट पर भी कम उड़ानें संचालित होंगी।
  • अन्य रूट्स में कुछ अंतरराष्ट्रीय और घरेलू गंतव्यों पर भी प्रभाव पड़ेगा, हालांकि एयरलाइन ने इनके नामों का पूरा विवरण साझा नहीं किया है।

एयरलाइन ने प्रभावित यात्रियों को आश्वासन दिया है कि उन्हें वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित किया जाएगा, और वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपनी बुकिंग रीशेड्यूल कर सकते हैं या पूर्ण रिफंड प्राप्त कर सकते हैं।


पहले की गई वाइड-बॉडी उड़ानों में कटौती

इससे पहले, 19 जून 2025 को एयरलाइन ने अपने वाइड-बॉडी विमानों (बोइंग 787 और 777) द्वारा संचालित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% की कटौती की घोषणा की थी। यह निर्णय 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (AI171) हादसे के बाद लिया गया था, जिसमें 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। हादसे के बाद भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के 33 बोइंग 787 विमानों की गहन सुरक्षा जांच का आदेश दिया था।

इसके अतिरिक्त, एयरलाइन ने स्वेच्छा से अपने बोइंग 777 विमानों पर भी अतिरिक्त सुरक्षा जांच शुरू की है। इन जांचों के कारण विमानों की उपलब्धता प्रभावित हुई है, जिसके चलते उड़ानों में कटौती की गई। मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव के कारण हवाई क्षेत्र बंद होने से उड़ान अवधि बढ़ने और परिचालन जटिलताओं ने भी इस निर्णय में योगदान दिया है।


AI171 विमान हादसा: जांच में क्या सामने आया?

12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन (गैटविक) के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (AI171) उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद मेघनीनगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज और हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक यात्री, विश्‍वासकुमार रमेश, जीवित बचा। जमीन पर 34 लोगों की भी मौत हो गई, जिससे यह पिछले एक दशक का सबसे घातक हवाई हादसा बन गया।

जांच की प्रगति

  • ब्लैक बॉक्स: हादसे के बाद विमान के दोनों “ब्लैक बॉक्स” (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) 13 और 16 जून को बरामद किए गए। भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB), अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB), और बोइंग की टीमें इन रिकॉर्डर्स का विश्लेषण कर रही हैं। विश्लेषण के लिए इन्हें विदेश भेजने का निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है।
  • इंजन और रखरखाव: एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन और सीईओ कैंपबेल विल्सन ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का रखरखाव अच्छा था। इसका दायां इंजन मार्च 2025 में बदला गया था, और बायां इंजन अप्रैल 2025 में जांचा गया था। विमान की आखिरी बड़ी जांच जून 2023 में हुई थी, और अगली जांच दिसंबर 2025 के लिए निर्धारित थी।
  • DGCA का निरीक्षण: DGCA ने 33 बोइंग 787 विमानों में से 26 की जांच पूरी कर ली है, और इन्हें सेवा के लिए मंजूरी दे दी गई है। हालांकि, रखरखाव से संबंधित कुछ मुद्दों की पहचान की गई है, और एयरलाइन को इंजीनियरिंग, परिचालन, और ग्राउंड हैंडलिंग इकाइयों के बीच समन्वय को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।
  • संभावित कारण: विशेषज्ञों का कहना है कि इंजन की स्थिति, फ्लाइट मैनेजमेंट सिस्टम, या ईंधन संदूषण जैसे कारक हादसे का कारण हो सकते हैं। हालांकि, अभी तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला है।

परिवारों को सहायता

एयर इंडिया ने पीड़ित परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की अंतरिम मुआवजा राशि और टाटा ग्रुप ने अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है। अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली, और गैटविक हवाई अड्डों पर सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं।


कटौती के कारण और प्रभाव

एयर इंडिया की उड़ानों में कटौती के पीछे कई कारण हैं:

  1. सुरक्षा जांच: बोइंग 787 और 777 विमानों पर अतिरिक्त सुरक्षा जांच के कारण विमानों की उपलब्धता कम हो गई है।
  2. हवाई क्षेत्र प्रतिबंध: मध्य पूर्व में इजरायल-ईरान संघर्ष के कारण हवाई क्षेत्र बंद होने से उड़ान अवधि बढ़ गई है, जिससे परिचालन प्रभावित हुआ है।
  3. चालक दल की सीमाएं: फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (FDTL) और मौसमसंबंधी रुकावटों ने भी शेड्यूल को प्रभावित किया है।
  4. तकनीकी समस्याएं: कुछ विमानों में तकनीकी खराबी के कारण उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं।

यात्रियों पर प्रभाव

  • रद्दीकरण और देरी: पिछले छह दिनों में 83 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गई हैं।
  • विकल्प: प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों में समायोजित किया जा रहा है, और मुफ्त रीशेड्यूलिंग या रिफंड की सुविधा दी जा रही है।
  • यात्री असंतोष: सोशल मीडिया पर यात्रियों ने देरी और रद्दीकरण के कारणअसुविधा की शिकायत की है, लेकिन एयरलाइन ने माफी मांगी और स्थिति को सुधारने का आश्वासन दिया है।

एयर इंडिया की प्रतिबद्धता

एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि वह यात्रियों, चालक दल, और विमानों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। एयरलाइन ने जांच में पूर्ण सहयोग का वादा किया है और कहा है कि वह जल्द से जल्द अपनी पूरी उड़ान अनुसूची बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सीईओ कैंपबेल विल्सन ने एक संदेश में कहा,

“हम जानते हैं कि ये व्यवधान निराशाजनक हैं, और इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। ये कटौतियां अस्थायी हैं, और हम जल्द ही सामान्य परिचालन बहाल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

एयर इंडिया का उड़ानों में कटौती का फैसला AI171 हादसे के बाद सुरक्षा और परिचालन स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक जिम्मेदार कदम है। हालांकि, यह यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो सकता है, लेकिन एयरलाइन ने प्रभावितयात्रियों को राहत देने के लिए कई विकल्प प्रदान किए हैं। AI171 हादसे की जांच अभी जारी है, और इसके नतीजे न केवल एयर इंडिया बल्कि पूरी वैश्विक उड्डयनइंडस्ट्री के लिए महत्वपूर्ण होंगे। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनीउड़ान की स्थिति airindia.com पर जांच लें और किसी भी सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर (+91 80627 79200 या 1800 5691 444) पर संपर्क करें। Air India Flight Reductions 2025


यह भी पढ़ें….
पीएम किसान सम्मान निधि योजना 2025: 20वीं किस्त जून में, जानें पात्रता, लाभ और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया

Leave a Comment

बाइक और स्कूटर चलाने वालों के लिए बड़ी खबर! Anti-Lock Braking System लो हो गया पंचायत सीजन 4 रिलीज, यहां देखें एमपी टूरिज्म का नया रिकॉर्ड, रिकॉर्ड 13 करोड़ पर्यटक पहुंचे Astronauts को सैलरी कितनी मिलती है MP CM Holi | होली के रंग में रंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव pm modi in marisas : प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस दौरे पर