उत्तराखंड के अल्मोड़ा में बस दुर्घटना: 36 यात्रियों की मौत, कई घायल; पीएम और सीएम ने जताया शोक
Almora Bus Accident | उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मार्चुला इलाके में सोमवार को बड़ा सड़क हादसा हुआ। नैनीडांडा से रामनगर जा रही एक बस खाई में गिर गई, जिसमें 36 यात्रियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। SDRF (State Disaster Response Force) और NDRF (National Disaster Response Force) की टीमें मौके पर पहुंचीं और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। चार गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट कर AIIMS Rishikesh में भर्ती कराया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है और कहा कि “उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए सड़क हादसे में जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं।” प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (Prime Minister National Relief Fund) से मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को पचास हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने हादसे में मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को एक लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा में दुर्घटना की जाँच के आदेश दिए हैं और कहा कि सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कुमाऊं मंडल आयुक्त (Kumaon Commissioner) को घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने का निर्देश दिया है और कहा कि डीएम देहरादून को विशेष रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन की देखरेख के लिए भेजा जा रहा है।
दुर्घटना स्थल पर एसएसपी अल्मोड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे। बस सारड बैंड के पास नदी में गिर गई, जिससे बस में चीख-पुकार मच गई। बस में 55 से अधिक यात्री सवार थे जबकि बस की क्षमता 40 सीटों की थी। दुर्घटना के बाद, घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भेजा गया।
ट्रैफिक सेफ्टी (Traffic Safety) को लेकर उठे सवालों के चलते, मुख्यमंत्री ने संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन (Transport Department Suspension) को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। इस हादसे ने राज्य में सड़क सुरक्षा और यातायात नियंत्रण पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आपदा प्रबंधन (Disaster Management) की रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है।
स्थानीय प्रशासन की टीम भी पुलिस प्रशासन (Police Administration) के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य कर रही है। घटना के बाद क्षेत्र में गमगीन माहौल है और मीडिया से लेकर सामाजिक संगठनों तक ने इस दुर्घटना को लेकर दुख जताया है। उत्तराखंड के इस बड़े हादसे ने राज्य में रोड सेफ्टी (Road Safety) और यातायात नियमों के पालन की दिशा में बड़े सुधारों की जरूरत को उजागर किया है।
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