Anal Cancer | कैनल कैंसर: लक्षण, कारण और बचाव के उपाय
कैनल कैंसर (Anal Cancer) एक दुर्लभ लेकिन गंभीर प्रकार का कैंसर है जो गुदा (Anus) की कोशिकाओं में होता है। गुदा वह हिस्सा होता है जहां मल शरीर से बाहर निकलता है। यह कैंसर तब शुरू होता है जब गुदा की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि होने लगती है और यह नियंत्रित नहीं हो पाती। समय रहते इसका निदान और उपचार न किया जाए तो यह कैंसर तेजी से फैल सकता है। (Anal Cancer: Symptoms, Causes, and Treatment Options)
कैनल कैंसर के कारण (Causes of Anal Cancer)
कैनल कैंसर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- एचपीवी संक्रमण (HPV Infection): ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (Human Papillomavirus) संक्रमण गुदा कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से एक है। एचपीवी एक यौन संचारित वायरस है जो गुदा, ग्रीवा, और जननांगों की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि कर सकता है।
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Weak Immune System): जिन व्यक्तियों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जैसे एचआईवी (HIV) संक्रमित लोग या जिन्हें अंग प्रत्यारोपण हुआ है, उनमें इस कैंसर का खतरा अधिक होता है।
- धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान करने वालों में कैनल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि धूम्रपान कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।
- गुदा संबंधी यौन क्रिया (Anal Sexual Activity): गुदा संबंधी यौन क्रियाएं भी गुदा कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं, खासकर यदि यौन गतिविधियों के दौरान चोट लगी हो।
कैनल कैंसर के लक्षण (Symptoms of Anal Cancer)
कैनल कैंसर के लक्षण अक्सर शुरुआती चरण में स्पष्ट नहीं होते हैं, लेकिन जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
- रक्तस्राव (Bleeding): गुदा से रक्तस्राव होना, जो आमतौर पर मल के साथ या अलग से हो सकता है।
- गुदा में दर्द (Pain in Anus): गुदा क्षेत्र में दर्द या बेचैनी होना।
- गुदा में गांठ या सूजन (Lump or Swelling in Anus): गुदा या गुदा के आसपास गांठ महसूस होना।
- मल त्याग में कठिनाई (Difficulty in Passing Stool): मल त्याग के दौरान दर्द या कठिनाई महसूस होना।
- गुदा के आसपास खुजली (Itching Around Anus): गुदा के आसपास लगातार खुजली या जलन होना।
कैनल कैंसर का निदान (Diagnosis of Anal Cancer)
कैनल कैंसर का निदान करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षण कर सकते हैं:
- भौतिक परीक्षण (Physical Examination): डॉक्टर गुदा की जांच करेंगे और यह देखने के लिए कि क्या कोई गांठ या असामान्य क्षेत्र है।
- एनोसकोपी (Anoscopy): इस परीक्षण में एक छोटे से उपकरण का उपयोग किया जाता है जिससे डॉक्टर गुदा और मलाशय के अंदर की स्थिति को देख सकते हैं।
- बायोप्सी (Biopsy): यदि किसी गांठ या असामान्य वृद्धि की पहचान होती है, तो उसका एक छोटा सा हिस्सा निकालकर जांच के लिए भेजा जाता है।
- इमेजिंग टेस्ट (Imaging Tests): कैंसर के प्रसार की जांच करने के लिए सीटी स्कैन (CT Scan) या एमआरआई (MRI) जैसे इमेजिंग परीक्षण किए जाते हैं।
कैनल कैंसर का उपचार (Treatment of Anal Cancer)
कैनल कैंसर का उपचार उसकी अवस्था (Stage) और मरीज की शारीरिक स्थिति के आधार पर किया जाता है। प्रमुख उपचार विकल्प निम्नलिखित हैं:
- सर्जरी (Surgery): प्रारंभिक चरण में सर्जरी द्वारा ट्यूमर को हटाया जा सकता है। यदि कैंसर अधिक फैल चुका हो, तो अधिक व्यापक सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy): कीमोथेरेपी का उपयोग कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से जब कैंसर फैल चुका हो।
- रेडियोथेरेपी (Radiotherapy): रेडियोथेरेपी का उपयोग कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए उच्च ऊर्जा विकिरण का उपयोग करता है।
कैनल कैंसर से बचाव के उपाय (Prevention of Anal Cancer)
कैनल कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine): एचपीवी संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण कराना सबसे प्रभावी तरीका है।
- सुरक्षित यौन संबंध (Safe Sexual Practices): यौन क्रियाओं के दौरान सुरक्षित तरीके अपनाएं और पार्टनर की नियमित जांच कराएं।
- धूम्रपान छोड़ें (Quit Smoking): धूम्रपान छोड़ने से कैनल कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता है।
- नियमित जांच (Regular Screening): उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए नियमित रूप से गुदा की जांच कराना महत्वपूर्ण है।
कैनल कैंसर एक गंभीर समस्या है, लेकिन समय पर निदान और उचित उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इस कैंसर के प्रति जागरूकता और सही समय पर इलाज करवाना जीवन रक्षा के लिए अनिवार्य है।
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