क्या आप भी गलत तरीके से खा रहे हैं बादाम: जानें बादाम खाने का सही तरीका, सेहत को मिलेगा दोगुना फायदा

क्या आप भी गलत तरीके से खा रहे हैं बादाम: जानें बादाम खाने का सही तरीका, सेहत को मिलेगा दोगुना फायदा

Badam Khane Ka Sahi Tarika | भीगे बादाम खाना सेहत का खजाना है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्हें छिलके के साथ खाना चाहिए या बिना छिलके? यह छोटा-सा सवाल आपकी सेहत पर बड़ा असर डाल सकता है। डॉक्टरों और रिसर्च के दावों के अनुसार, बादाम का सही तरीके से सेवन करने से दिमाग तेज होता है पाचन सुधरता है, और शरीर को भरपूर ताकत मिलती है। इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि भीगे बादाम को छिलके के साथ या बिना छिलके खाना क्यों और कब फायदेमंद है। साथ ही, जानें इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने का सही तरीका, ताकि आप अधिकतम पोषण प्राप्त कर सकें। Badam Khane Ka Sahi Tarika


क्यों है भीगे बादाम खाना जरूरी?

बादाम को रातभर पानी में भिगोकर खाने की सलाह हमारी दादी-नानी से लेकर आधुनिक न्यूट्रिशनिस्ट तक देते हैं। भिगोने से बादाम में मौजूद एंजाइम्स सक्रिय हो जाते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण आसान हो जाता है। यह प्रक्रिया बादाम को नरम और सुपाच्य बनाती है। लेकिन सवाल यह है कि छिलका छोड़ें या रखें? आइए दोनो के फायदे और नुकसान को गहराई से समझते हैं।


छिलके के साथ बादाम: फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट का खजाना

डॉ. मंजरी चंद्रा, कंसलटेंट क्लिनिकल एंड फंक्शनल न्यूट्रिशन, मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम, के अनुसार, बादाम का छिलका फाइबर, पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है ये तत्व निम्नलिखित लाभ प्रदान करते हैं..

  • पाचन में सुधार: छिलके में मौजूद फाइबर कब्ज को दूर करता है और आंतों को स्वस्थ रखता है।
  • एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा: पॉलीफेनोल्स शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है।
  • हृदय स्वास्थ्य: छिलके में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं और दिल की बीमारियों का जोखिम कम करते हैं।

कब खाएं छिलके के साथ?

  • जिन लोगों की पाचन शक्ति मजबूत है और कोई गैस्ट्रिक समस्या नहीं है, उनके लिए छिलके के साथ बादाम खाना फायदेमंद है।
  • यह उन लोगों के लिए भी अच्छा है जो फाइबर की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं जैसे कि वजन नियंत्रण या डायबिटीज प्रबंधन के लिए।

सावधानी: छिलका कुछ लोगों के लिए भारी हो सकता है, खासकर जिन्हें एसिडिटी, गैस या कमजोर पाचन की शिकायत हो। ऐसे में छिलका हटाना बेहतर हो सकता है।


बिना छिलके के बादाम: तेजी से पोषण अवशोषण

जब बादाम को भिगोकर उसका छिलका हटा दिया जाता है, तो यह शरीर के लिए और भी सुपाच्य हो जाता है। इसके निम्नलिखित फायदे हैं:

  • टैनिन हटाना: छिलके में मौजूद टैनिन पोषक तत्वों (जैसे प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल्स) के अवशोषण को रोक सकता है। छिलका हटाने से यह बाधा खत्म हो जाती है।
  • विटामिन और मिनरल्स का बेहतर अवशोषण: बिना छिलके के बादाम में मौजूद विटामिन E मैग्नीशियम, कैल्शियम, और हेल्दी फैट्स शरीर में जल्दी और प्रभावी ढंग से अवशोषित होते हैं।
  • त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: विटामिन E त्वचा को चमकदार बनाता है और बालों को मजबूत करता है।
  • मस्तिष्क स्वास्थ्य: बिना छिलके के बादाम मस्तिष्क के लिए अधिक पौष्टिक होते हैं क्योंकि पोषक तत्व तेजी से मस्तिष्क तक पहुंचते हैं।

कब खाएं बिना छिलके के?

  • छोटे बच्चे, बुजुर्ग, या कमजोर पाचन वाले लोग बिना छिलके के बादाम खाएं
  • जिन्हें पेट में भारीपन, गैस, या एसिडिटी की समस्या हो, उनके लिए यह तरीका बेहतर है।
  • अगर आप बादाम को त्वचा, बालों, या मस्तिष्क के लिए खा रहे हैं, तो बिना छिलके के बादाम ज्यादा प्रभावी होंगे।

रिसर्च क्या कहती है?

हाल के शोध और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के अनुसार, बिना छिलके के भीगे बादाम खाना अधिकांश लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद है। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, छिलके में मौजूद टैनिन और फाइटेट्स कुछ मिनरल्स (जैसे आयरन और जिंक) के अवशोषण को 20-30% तक कम कर सकते हैं। छिलका हटाने से यह अवरोध खत्म होता है, और शरीर को प्रोटीन, विटामिन E, और हेल्दी फैट्स का पूरा लाभ मिलता है।

हालांकि, अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन बताता है कि छिलके में मौजूद फाइबर और पॉलीफेनोल्स आंतों के स्वास्थ्य और एंटीऑक्सीडेंट स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए दोनों तरीकों के अपने फायदे हैं और यह आपकी शारीरिक जरूरतों और पाचन क्षमता पर निर्भर करता है।

डॉ. अनीता शर्मा, सीनियर न्यूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस हॉस्पिटल, दिल्ली, कहती हैं “अगर आपकी पाचन शक्ति अच्छी है और आप फाइबर की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं तो छिलके के साथ बादाम खाएं। लेकिन बच्चों, बुजुर्गों, या संवेदनशील पेट वालों के लिए बिना छिलके के बादाम ज्यादा सुपाच्य और प्रभावी हैं।” Badam Khane Ka Sahi Tarika


कौन लोग खाएं छिलके के साथ और कौन नहीं?

प्रकार कौन खाएं? कब न खाएं?
छिलके के साथ बादाम – मजबूत पाचन शक्ति वाले लोग – कब्ज से राहत चाहने वाले – फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट की जरूरत वाले – कमजोर पाचन वाले लोग – एसिडिटी या गैस की समस्या वाले – छोटे बच्चे और बुजुर्ग
बिना छिलके के बादाम – बच्चे, बुजुर्ग, या संवेदनशील पेट वाले लोग – त्वचा, बाल, और मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए – तेज पोषण अवशोषण चाहने वाले – अगर आप फाइबर की मात्रा बढ़ाना चाहते हैं – अगर पाचन शक्ति मजबूत है और छिलका पचाने में कोई दिक्कत नहीं

विशेष सलाह: अगर आपको कोई पुरानी बीमारी (जैसे IBS, क्रोहन रोग या किडनी की समस्या) है, तो बादाम खाने का तरीका और मात्रा तय करने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें


भीगे बादाम को दिनचर्या में कैसे शामिल करें?

भीगे बादाम को अपनी डाइट में शामिल करना आसान और प्रभावी है। नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं

  1. सही मात्रा: रोजाना 4-6 बादाम रातभर (6-8 घंटे) पानी में भिगोएं। सुबह खाली पेट खाएं।
  2. छिलका हटाने का तरीका: भिगोने के बाद बादाम को हल्के से दबाएं, छिलका आसानी से निकल जाएगा।
  3. वैरायटी के लिए:
    • स्मूदी: बादाम को ब्लेंडर में डालकर स्मूदी बनाएं।
    • दलिया या सलाद: भीगे बादाम को काटकर दलिया योगर्ट, या सलाद में मिलाएं।
    • स्नैक: हल्का नमक या शहद के साथ खाएं।
  4. सही समय: सुबह खाली पेट खाने से अधिकतम लाभ मिलता है। इसे रात में खाने से बचें, क्योंकि यह भारी लग सकता है।
  5. सीमित मात्रा: बादाम कैलोरी में उच्च होते हैं (प्रति बादाम लगभग 7 – 8 कैलोरी)। अधिक खाने से वजन बढ़ सकता है या पाचन पर असर पड़ सकता है।

प्रो टिप: बादाम को गुनगुने पानी में भिगोने से छिलका आसानी से निकलता है, और पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ती है। Badam Khane Ka Sahi Tarika


भीगे बादाम के अन्य फायदे

  • दिमाग तेज करें: बादाम में मौजूद राइबोफ्लेविन (विटामिन B2) और मैंगनीज मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं।
  • वजन नियंत्रण: फाइबर और हेल्दी फैट्स आपको लंबे समय तक भूख से बचाते हैं।
  • हड्डियां मजबूत करें: कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों और दांतों को मजबूती देते हैं।
  • डायबिटीज प्रबंधन: कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स और हेल्दी फैट्स ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं।
  • त्वचा और बाल: विटामिन E और बायोटिन त्वचा को चमकदार और बालों को घना बनाते हैं।

सामान्य मिथक और उनकी सच्चाई

  1. मिथक: छिलके के साथ बादाम खाना बेकार है।
    सच्चाई: छिलके में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो पाचन और हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। यह आपकी पाचन क्षमता पर निर्भर करता है।
  2. मिथक: बिना छिलके के बादाम में कोई पोषण नहीं होता।
    सच्चाई: बिना छिलके के बादाम में भी सभी जरूरी पोषक तत्व होते हैं, और वे तेजी से अवशोषित होते हैं।
  3. मिथक: बादाम को भिगोना जरूरी नहीं है।
    सच्चाई: भिगोने से टैनिन और फाइटेट्स कम होते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है। Badam Khane Ka Sahi Tarika

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है और किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। बादाम खाने का तरीका और मात्रा तय करने से पहले अपनी शारीरिक स्थिति और जरूरतों के अनुसार डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें। किसी भी जानकारी की सत्यता, सटीकता, या प्रभाव के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। Badam Khane Ka Sahi Tarika


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