बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर मोहन भागवत और बाबा रामदेव की तीखी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली। बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों (Hindu minorities) के खिलाफ बढ़ती हिंसा (violence) पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत और योग गुरु बाबा रामदेव ने गहरी चिंता (concern) व्यक्त की है। उन्होंने इस गंभीर स्थिति पर भारत और विश्व समुदाय (global community) को सतर्क (vigilant) रहने की सलाह दी है।

मोहन भागवत की चेतावनी:आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को बिना किसी वजह के हिंसा (violence) का शिकार होना पड़ रहा है, और यह सुनिश्चित करना भारत की जिम्मेदारी (responsibility) है कि वहां के हिंदुओं को किसी प्रकार के अन्याय (injustice) और अत्याचार (persecution) का सामना न करना पड़े। उन्होंने इस संदर्भ में भारत की परंपरा (tradition) को याद दिलाते हुए कहा कि हमारे देश ने हमेशा दूसरों की मदद (help) की है, चाहे वे हमारे साथ कैसा भी व्यवहार (behavior) करें।

भागवत ने आने वाली पीढ़ियों (future generations) को आगाह किया कि वे स्वतंत्रता (independence) की सुरक्षा (safeguarding) के लिए सतर्क (vigilant) और सावधान (cautious) रहें। उन्होंने कहा, “दुनिया में हमेशा ऐसे लोग होते हैं, जो दूसरे देशों पर हावी (dominate) होना चाहते हैं। हमें उनसे खुद को बचाने (protect) के लिए सतर्क (vigilant) रहना होगा।”

बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया: योग गुरु बाबा रामदेव ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा (violence) की कड़ी निंदा (condemnation) की। उन्होंने कहा कि यह अत्याचार (persecution) मानवता (humanity) के खिलाफ है और इस प्रकार की घटनाएं किसी भी सभ्य समाज (civilized society) के लिए अस्वीकार्य (unacceptable) हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय (international community) से इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने की अपील की, ताकि बांग्लादेशी हिंदुओं (Bangladeshi Hindus) की सुरक्षा (safety) सुनिश्चित की जा सके।

बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा: हसीना के सत्ता से हटने (fall from power) के बाद से बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों (Hindu minorities) पर हमले (attacks) तेज हो गए हैं। बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस के अनुसार, पिछले कुछ समय में 48 जिलों (districts) में 278 से अधिक स्थानों (locations) पर हिंदू समुदाय (Hindu community) को हमलों (attacks) और धमकियों (threats) का सामना करना पड़ा है। यह स्थिति वहां के अल्पसंख्यक समुदाय (minority community) के लिए बेहद चिंताजनक (concerning) है।

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