गोभी के पौधे कैसे तैयार करें: गोभी उत्‍पादन बढ़ाए 

Cabbage seedlings | गोभी के पौधे कैसे तैयार करें: गोभी उत्‍पादन बढ़ाए

Cabbage seedlings | गोभी (Cabbage) एक महत्वपूर्ण शीतकालीन सब्जी है जिसे पूरे भारत में उगाया जाता है। यह न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होती है बल्कि किसानों के लिए भी एक लाभकारी फसल साबित होती है। गोभी के पौधे तैयार करने के लिए कुछ विशेष चरणों का पालन करना आवश्यक है। इस लेख में, हम गोभी के पौधे तैयार करने की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझेंगे।

भूमि की तैयारी (Land Preparation)

गोभी की अच्छी उपज के लिए उपयुक्त भूमि का चयन करना बेहद जरूरी है। गोभी के पौधे के लिए दोमट मिट्टी (Loam Soil) सबसे उपयुक्त मानी जाती है, जिसमें जल निकासी (Drainage) अच्छी होनी चाहिए। इसके साथ ही मिट्टी की उर्वरकता (Fertility) बढ़ाने के लिए खेत की गहरी जुताई (Deep Ploughing) करें और जैविक खाद (Organic Manure) का समुचित उपयोग करें।

– मिट्टी की जांच: गोभी की खेती के लिए भूमि की pH (pH) मान की जांच करें। गोभी की फसल के लिए 6.0 से 6.8 के बीच pH मान उपयुक्त होता है। यदि pH मान संतुलित नहीं है, तो उपयुक्त संशोधन (Amendments) करें।

नर्सरी की स्थापना (Nursery Setup)

गोभी के पौधे तैयार करने के लिए सबसे पहले नर्सरी (Nursery) की स्थापना करें। नर्सरी वह जगह होती है जहां पर बीज (Seeds) को अंकुरित (Germinate) किया जाता है और फिर पौधों को मुख्य खेत में रोपा जाता है।

नर्सरी का चयन : नर्सरी की जगह का चयन करते समय धूप (Sunlight) की उपलब्धता का ध्यान रखें। नर्सरी ऐसी जगह पर होनी चाहिए जहां प्रतिदिन कम से कम 5-6 घंटे धूप आती हो।
बीज की बुवाई: गोभी के बीज को नर्सरी में बुवाई करने से पहले 24 घंटे तक पानी में भिगो दें। इससे बीज तेजी से अंकुरित होते हैं। नर्सरी में बीज की बुवाई (Sowing) के लिए 1-1.5 सेंटीमीटर की गहराई (Depth) पर लाइनें खींचें और उसमें बीज डालें।
मिट्टी की देखभाल: बुवाई के बाद मिट्टी की हल्की परत (Soil Layer) डालें और फिर पानी का छिड़काव (Water Spraying) करें।

सिंचाई और जल प्रबंधन (Irrigation and Water Management)

गोभी के पौधे के लिए सही समय पर और सही मात्रा में सिंचाई (Irrigation) करना आवश्यक है। नर्सरी में बुवाई के बाद नियमित रूप से हल्की सिंचाई करें ताकि मिट्टी में नमी (Moisture) बनी रहे।

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सिंचाई का तरीका: नर्सरी में ड्रिप सिंचाई (Drip Irrigation) या हल्की सिंचाई पद्धति का उपयोग करें। इससे पौधों को आवश्यक पानी मिलता है और जल का अपव्यय (Water Wastage) भी नहीं होता।
जल निकासी: यह सुनिश्चित करें कि नर्सरी में जल जमाव (Water Logging) न हो, क्योंकि अधिक पानी पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।

Cabbage seedlings
Cabbage seedlings | गोभी के पौधे कैसे तैयार करें: गोभी उत्‍पादन बढ़ाए

 

पौध संरक्षण (Plant Protection)

नर्सरी में गोभी के पौधों को कीट (Pests) और बीमारियों (Diseases) से बचाना भी आवश्यक है। इसके लिए कुछ निवारक उपाय (Preventive Measures) अपनाएं।

कीट नियंत्रण : पौधों पर कीटनाशक (Pesticide) का छिड़काव करें। यदि जैविक (Organic) कीटनाशक उपलब्ध हो, तो उसका उपयोग करें।
बीमारी का प्रबंधन: गोभी के पौधे फफूंद (Fungus) जनित बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए, पौधों पर समय-समय पर कवकनाशी (Fungicide) का छिड़काव करें।

पौधों का मुख्य खेत में रोपण (Transplantation of Seedlings)

गोभी के पौधों को मुख्य खेत में रोपण (Transplantation) करने के लिए 25-30 दिनों का इंतजार करना होता है, जब पौधों की लंबाई लगभग 10-15 सेंटीमीटर हो जाती है।

– मुख्य खेत की तैयारी*: मुख्य खेत में हल्की जुताई (Light Ploughing) करें और पौधों के रोपण के लिए क्यारियां (Beds) बनाएं। पौधों के बीच की दूरी (Spacing) 45-60 सेंटीमीटर रखें।
– पौधों का रोपण*: पौधों को नर्सरी से निकालकर सावधानीपूर्वक क्यारियों में रोपें। रोपण के बाद हल्की सिंचाई करें ताकि पौधे अच्छे से स्थापित हो सकें।

खाद और उर्वरक का उपयोग (Fertilization and Manuring)

गोभी के पौधे के लिए खाद और उर्वरक (Fertilizer) का समुचित उपयोग जरूरी है।

– बेसल ड्रेसिंग: मुख्य खेत में पौधों के रोपण से पहले नाइट्रोजन (Nitrogen), फास्फोरस (Phosphorus), और पोटाश (Potash) के मिश्रण का उपयोग करें।
– साइड ड्रेसिंग: पौधों के बढ़ने के दौरान नाइट्रोजन उर्वरक (Nitrogen Fertilizer) का साइड ड्रेसिंग करें ताकि पौधों की वृद्धि (Growth) अच्छी हो।

खरपतवार नियंत्रण (Weed Control)

खरपतवार (Weeds) गोभी की फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, समय-समय पर खरपतवारों को निकालना (Weeding) आवश्यक है।

– खरपतवारों की पहचान: मुख्य खेत में खरपतवारों की पहचान करें और उन्हें जड़ से निकालें।
– मुलचिंग: खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए खेत में जैविक मल्च (Mulch) का उपयोग करें। इससे न केवल खरपतवारों का नियंत्रण होता है, बल्कि मिट्टी की नमी भी बनी रहती है।

गोभी की फसल का रख-रखाव (Cabbage Crop Maintenance)

गोभी के पौधे तैयार होने के बाद, उनकी अच्छी देखभाल (Care) और रख-रखाव जरूरी है।

– मिट्टी का ढेर लगाना: पौधों के चारों ओर मिट्टी का ढेर (Earthing Up) लगाएं ताकि पौधे सीधे और मजबूत बने रहें।
– सिंचाई का प्रबंधन: पौधों की वृद्धि के दौरान सिंचाई का ध्यान रखें और जरूरत के अनुसार पानी दें।

फसल की कटाई (Harvesting of Crop)

गोभी की फसल की कटाई (Harvesting) तब की जाती है जब गोभी के सिर (Cabbage Head) पूरी तरह से विकसित हो जाते हैं। कटाई के बाद, फसल को ताजा और ठंडे स्थान पर संग्रहित (Storage) करें।

गोभी के पौधे तैयार करने की प्रक्रिया कठिन हो सकती है, लेकिन यदि सही तरीके से की जाए तो यह बेहद फायदेमंद हो सकती है। नर्सरी की स्थापना से लेकर मुख्य खेत में रोपण और फसल की कटाई तक के सभी चरणों का पालन करके आप एक स्वस्थ और समृद्ध गोभी की फसल प्राप्त कर सकते हैं। सही भूमि का चयन, उचित सिंचाई, उर्वरक का उपयोग, और पौध संरक्षण के उपाय अपनाकर गोभी की उच्च गुणवत्ता वाली फसल प्राप्त करना संभव है।

नोट – इस लेख में दिए गए सभी चरणों का पालन करके आप गोभी की पौध तैयार करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। यदि किसी प्रकार का संदेह हो, तो स्थानीय कृषि विशेषज्ञ से परामर्श करें।

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