हिमाचल के मंडी में बादल फटने से भयंकर बाढ़, 3 की मौत, 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दबी
Cloudburst in Mandi Himachal today | हिमाचल प्रदेश के मंडी में मंगलवार, 29 जुलाई 2025 की आधी रात को भारी बारिश के कारण एक बार फिर बादल फटने से भयावह बाढ़ आई है। इस आपदा में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दब गईं और कुछ बह गईं। जेल रोड पर फ्लैश फ्लड के कारण यह तबाही हुई, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। Cloudburst in Mandi Himachal today Cloudburst in Mandi Himachal today
मंडी में बाढ़ का ताजा हाल: एनडीआरएफ ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन
मंडी में बादल फटने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें जेल रोड पर पहुंच गई हैं और प्रभावित लोगों को बचाने में जुटी हैं। एक महिला का शव गाड़ियों के बीच फंसा पाया गया, जिसे कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, और बचाव कार्य जारी है।
मंडी सांसद कंगना रनौत का दुखद बयान
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर दुख जताते हुए लिखा, “कल रात मंडी शहर में हुई भीषण बारिश ने भारी तबाही और पीड़ा पहुंचाई है। हमने दो अनमोल जीवन खो दिए, और कई नागरिक अब भी लापता हैं। मेरी संवेदनाएं शोक-संतप्त परिवारों के साथ हैं। कई वाहन मलबे में दब गए हैं, घरों को गंभीर नुकसान हुआ है। ये हृदयविदारक हालात पूरे क्षेत्र को झकझोर रहे हैं।”
जेल रोड पर रेस्क्यू में तेजी: एक व्यक्ति अब भी फंसा
जेल रोड पर एक ऑटो और गाड़ी के नीचे नाले में एक व्यक्ति दबा हुआ है। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंचकर ऑटो और गाड़ी को काटकर फंसे शख्स को निकालने की कोशिश कर रही है। मंडी के एसपी साक्षी वर्मा ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है और बताया कि एक बच्चा और एक महिला अभी लापता हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं।
मंडी में आपदा का मंजर: 12 घंटे की बारिश ने बिगाड़ी स्थिति
हिमाचल प्रदेश से एक बार फिर बुरी खबर आई है। बीती रात मंडी जिले में पिछले 12 घंटों से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण बादल फटने से कई इलाकों में बाढ़ आ गई। 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दब गईं और कुछ बह गईं, जबकि जेल रोड पर फ्लैश फ्लड से तीन लोगों की जान चली गई। भारी बारिश के चलते चंडीगढ़-मनाली एनएच और पठानकोट-मंडी एनएच जैसे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गए हैं।
सड़कें अवरुद्ध, भूस्खलन से बढ़ी परेशानी
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 4 मील, 9 मील, दवाड़ा और झलोगी सहित कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़कों पर भारी मलबा जमा हो गया और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। पठानकोट-मंडी एनएच पर भी पधर से मंडी तक कई जगह भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। लगातार बारिश के कारण मलबा हटाने और राहत कार्यों में भारी दिक्कतें आ रही हैं। इसके अलावा, मंडी शहर के विक्टोरिया पुल के पास भीषण लैंडस्लाइड हुआ है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में खतरा और बढ़ गया है।
जेल रोड समेत कई इलाके प्रभावित
मंडी शहर के जेल रोड, सैन मोहल्ला, तुंगल मोहल्ला सहित अन्य इलाकों में फ्लैश फ्लड ने भारी तबाही मचाई है। जोनल हॉस्पिटल के पास नाले में बड़ी-बड़ी चट्टानें आ गई हैं, और घरों में मलबा व पानी घुसने से लोग खिड़कियों के जरिए भागते नजर आए। शहर में फ्लैश फ्लड से व्यापक नुकसान हुआ है, जिसमें 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दबी हैं। प्रशासन राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा हुआ है।
धर्मपुर में भी बाढ़ का कहर
मंडी के धर्मपुर उपमंडल में भी कई जगह फ्लैश फ्लड की सूचना है। यहां लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के दफ्तर के पास रात को नाले में बाढ़ आ गई, जिसमें नाइट ड्यूटी पर तैनात स्टाफ फंस गया। कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बचाया गया। आधी रात को पहाड़ी से लैंडस्लाइड हुआ और मलबे ने दफ्तर की बिल्डिंग को नुकसान पहुंचाया। धर्मपुर के पूर्व विधायक और मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “धर्मपुर पीडब्ल्यूडी दफ्तर के पास भूस्खलन की खबर दुखद है, साथ ही मंडी में रात के नुकसान से भी मन व्यथित है। ईश्वर सबकी रक्षा करें।”
प्रशासन का बयान: बादल फटने की आशंका
मंडी नगर निगम के आयुक्त रोहित राठौर ने बताया, “ऊपरी क्षेत्रों से आया भारी मलबा निचले क्षेत्रों में जमा हो गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह बादल फटने (क्लाउडबर्स्ट) का नतीजा हो सकता है। सभी अधिकारी राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जेल रोड के पास नुकसान की सूचना मिली थी, जहां कई लोगों की मौत हुई। अभी तक दो शव बरामद हुए हैं। प्रशासन की टीमें मौके पर हैं और राहत कार्य जारी है। स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और निर्देशों का पालन करने की अपील है।”
मौसम विभाग की चेतावनी
शिमला के मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों में हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश, कुछ स्थानों पर तेज और कुछेक स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इसमें बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना शामिल हैं। प्रशासन ने लोगों से नदियों-नालों से दूर रहने, भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से बचने और मौसम अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी है। आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने को कहा गया है।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “मंडी के जेल रोड में बादल फटने की घटना अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। इसमें दो लोगों की मृत्यु हो गई है और एक व्यक्ति लापता है, जिसकी तलाश के लिए बचाव दल युद्धस्तर पर प्रयासरत हैं। कई वाहन मलबे में दब गए हैं। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और मैं स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। राहतकार्य तेज करने के निर्देश दिए गए हैं, और प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जा रही है। स्थानीयलोगों के सहयोग के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। प्रदेशसरकार इस संकट में लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। मैं सभी से प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और सतर्क रहने की अपील करता हूं।”
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।