रोजाना 10 मिनट पैरों की मालिश: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का रामबाण उपाय
Foot Massage Benefits | पैर हमारे शरीर का पूरा दिन बोझ उठाते हैं, लेकिन उनकी देखभाल को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। क्या आप जानते हैं कि रोजाना सिर्फ 10 मिनट की पैरों की मालिश महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है? यह न केवल थकान को तुरंत दूर करती है, बल्कि हार्मोनल संतुलन, ब्लड सर्कुलेशन और मानसिक शांति को भी बढ़ावा देती है। वैदिक योगा, दिल्ली के योग विशेषज्ञ शिवम अहलावत, जो योग साइंस में बैचलर और मास्टर्स डिग्री धारक हैं, बताते हैं कि पैरों की मालिश शुरू करने के कुछ ही मिनटों में तनाव कम होना, नींद में सुधार, दर्द से राहत और हार्मोन्स का संतुलन बेहतर होने जैसे सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगते हैं। आइए जानते हैं पैरों की मालिश के फायदों के बारे में।
शारीरिक फायदे
पैरों की मालिश शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को तेज करती है और कई शारीरिक लाभ प्रदान करती है।
- ब्लड सर्कुलेशन में सुधार: मालिश से पैरों में रक्त प्रवाह बढ़ता है, जिससे ऊतकों तक अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं। इससे सूजन कम होती है और थकान दूर होती है।
- दर्द और बेचैनी से राहत: प्लांटर फैसीसाइटिस, बनियन या एड़ी के दर्द जैसी समस्याओं में मालिश प्रभावी है। यह मांसपेशियों, टेंडन और लिगामेंट्स को आराम देती है, जिससे तनाव और दर्द कम होता है।
- लचीलापन और गतिशीलता में वृद्धि: मालिश से पैरों की मांसपेशियों और लिगामेंट्स को आराम मिलता है, जिससे जोड़ों का लचीलापन बढ़ता है और अकड़न दूर होती है। इससे चलने-फिरने की क्षमता में सुधार आता है।
- शरीर का डिटॉक्स: पैरों की मालिश लिम्फैटिक ड्रेनेज को बढ़ावा देती है, जिससे टॉक्सिन्स और मेटाबॉलिक वेस्ट शरीर से बाहर निकलते हैं। यह प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन को मजबूत करता है।
- त्वचा की सेहत में सुधार: तेल से नियमित मालिश त्वचा को मुलायम और नमीयुक्त बनाती है। यह रूखी त्वचा को हटाकर पैरों को स्वस्थ और आकर्षक बनाए रखती है।
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मानसिक और भावनात्मक फायदे
पैरों की मालिश शुरू होने के कुछ ही मिनटों में मस्तिष्क में रासायनिक बदलाव शुरू हो जाते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
- तनाव और चिंता में कमी: मालिश से मस्तिष्क में एंडोर्फिन जैसे प्राकृतिक पेनकिलर और खुशी के हार्मोन रिलीज होते हैं। यह तनाव हार्मोन कोर्टिसोल को कम करता है, जिससे तुरंत शांति और आराम का अनुभव होता है।
- नींद की गुणवत्ता में सुधार: तनाव कम होने और शरीर को आराम मिलने से गहरी और बेहतर नींद आती है, जो महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
- मूड में सुधार: मालिश से डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होते हैं, जो संतुष्टि, खुशी और सामाजिक जुड़ाव की भावना को बढ़ाते हैं।
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रोजाना सिर्फ 10 मिनट की पैरों की मालिश महिलाओं के लिए एक शक्तिशाली और प्राकृतिक उपाय है, जो शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन को बढ़ावा देता है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप तनावमुक्त और स्वस्थ जीवनशैली की ओर कदम बढ़ा सकती हैं।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।