नाचते-गाते अचानक थम गईं सांसें! क्यों डांस फ्लोर बन रहा है ‘साइलेंट किलर’ का अड्डा? डॉक्टर ने खोला राज!
Heart attack risks while dancing | आजकल सोशल मीडिया पर ऐसे दिल दहला देने वाले वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें खुशमिजाज लोग नाचते-गाते अचानक गिर पड़ते हैं और उनकी जान चली जाती है। शादियों, पार्टियों और अन्य सामाजिक समारोहों में डांस फ्लोर मातम में बदल जाता है। यह देखकर हर कोई हैरान और परेशान है कि आखिर यह क्या हो रहा है? क्यों स्वस्थ दिखने वाले लोगों को डांस करते वक्त अचानक दिल का दौरा पड़ रहा है? क्या वाकई डांसिंग और हार्ट अटैक के बीच कोई कनेक्शन है? इस गंभीर विषय पर हमने बात की मैक्स हॉस्पिटल, पड़पड़गंज के कार्डियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर Heart attack risks while dancing
यूं तो नियमित और सही तरीके से किया गया डांस एक बेहतरीन शारीरिक गतिविधि है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित होती है। यह कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस में सुधार करता है, हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और उच्च रक्तचाप, तनाव और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। डांस करने से शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार आता है।
हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को पहले से ही हृदय से जुड़ी कोई समस्या है, तो किसी भी अन्य तीव्र शारीरिक गतिविधि की तरह डांस करना भी हृदय संबंधी समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है। खासकर, अचानक से अपनी दिनचर्या में अत्यधिक तीव्रता वाला डांस शामिल करना या किसी विशेष अवसर पर बिना तैयारी के लंबे समय तक नाचना शरीर पर अत्यधिक दबाव डाल सकता है, जिसका सीधा असर दिल पर पड़ता है।
क्यों डांस करते वक्त बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा?
डांस करते समय हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ सकता है:
1. पहले से मौजूद हृदय रोग की अनदेखी:
कई बार लोगों को यह पता ही नहीं होता कि उन्हें पहले से कोई हृदय संबंधी समस्या है, जैसे कि कोरोनरी आर्टरी डिजीज (धमनियों का संकुचित होना) या एरिद्मिया (अनियमित दिल की धड़कन)। जब ऐसे व्यक्ति अचानक से तीव्र गति वाला डांस करते हैं, तो हृदय पर अचानक से पड़ने वाला दबाव इन अंतर्निहित समस्याओं को बढ़ा सकता है और हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकता है। जिन लोगों को पहले कभी हार्ट अटैक आ चुका है, उन्हें तो इस मामले में और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
2. अचानक और अत्यधिक शारीरिक श्रम:
अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं है और अचानक से किसी पार्टी या फंक्शन में जाकर लंबे समय तक और तीव्र गति से डांस करता है, तो यह उसके हृदय पर अत्यधिक दबाव डाल सकता है। शरीर को धीरे-धीरे किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि के लिए तैयार करना जरूरी होता है। अचानक से किया गया अत्यधिक श्रम हृदय की मांसपेशियों पर तनाव डाल सकता है और रक्त प्रवाह में अचानक बदलाव ला सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
3. हाई-एनर्जी डांस और हृदय गति में अचानक उछाल:
कुछ प्रकार के हाई-एनर्जी डांस, जैसे हिप-हॉप और सालसा, में हृदय गति और रक्तचाप में अचानक और तेजी से उछाल आता है। यह अचानक परिवर्तन कमजोर हृदय वाले व्यक्तियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हृदय को इस अचानक बढ़े हुए दबाव को झेलने में मुश्किल हो सकती है, जिससे हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट की संभावना बढ़ जाती है।
4. डिहाइड्रेशन और थकान:
लंबे समय तक डांस करने के दौरान शरीर से काफी मात्रा में पसीना निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) हो सकती है। डिहाइड्रेशन से रक्त गाढ़ा हो सकता है, जिससे हृदय को रक्त पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके अलावा, अत्यधिक थकान भी हृदय पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती है।
5. नशीले पदार्थों और शराब का सेवन:
कई बार लोग पार्टियों में डांस करते समय शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। ये पदार्थ हृदय गति और रक्तचाप को अनियमित कर सकते हैं और हृदय पर अतिरिक्त बोझ डाल सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा और बढ़ जाता है।
तो क्या डांस करना खतरनाक है?
अगर आपको कोई ज्ञात हृदय रोग नहीं है और आप धीरे-धीरे और नियंत्रित तरीके से डांस करते हैं, तो यह आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। खतरा तब बढ़ता है जब पहले से मौजूद हृदय रोग को अनदेखा किया जाता है या अचानक से अत्यधिक और तीव्र गति वाला डांस किया जाता है।
बचाव के लिए क्या करें?
कुछ महत्वपूर्ण सुझाव, जिनका पालन करके डांस करते समय हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है:
डॉक्टर से सलाह लें: यदि आपको पहले से हृदय से जुड़ी कोई बीमारी है, तो किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि, खासकर डांस शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
धीरे-धीरे शुरुआत करें: यदि आप नियमित रूप से शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं हैं, तो धीरे-धीरे डांस को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और तीव्रता को धीरे-धीरे बढ़ाएं।
वार्म-अप जरूरी है: किसी भी प्रकार की डांस एक्टिविटी शुरू करने से पहले अच्छी तरह से वार्म-अप करें ताकि आपके शरीर और हृदय को इसके लिए तैयार किया जा सके।
नियंत्रित रहें: अपनी क्षमता के अनुसार ही डांस करें और अत्यधिक थकान महसूस होने पर तुरंत रुक जाएं।
हाइड्रेटेड रहें: डांस करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके।
नशीले पदार्थों से बचें: डांस करते समय शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
लक्षणों को पहचानें: यदि आपको छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना या अत्यधिक थकान जैसे कोई भी लक्षण महसूस हों तो तुरंत डांस करना बंद कर दें और चिकित्सा सहायता लें। Heart attack risks while dancing
आजकल जिस तरह से नाचते-गाते लोगों में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं, वह एक गंभीर चिंता का विषय है,जागरूकता और सावधानी ही इससे बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। यदि आप या आपका कोई प्रियजन हृदय रोग से पीड़ित है, तो डांस या किसी भी अन्य तीव्र शारीरिक गतिविधि को लेकर लापरवाही न बरतें। डॉक्टर की सलाह का पालन करें और अपने शरीर के संकेतों को समझें। आखिरकार, जान है तो जहान है! इस महत्वपूर्ण जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि वे भी इस खतरे के प्रति सचेत हो सकें। Heart attack risks while dancing
मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।