भारतीय पासपोर्ट की ताकत बढ़ी! अब 59 देश बिना वीजा के घूमिए
Henley Passport Index India Ranking | हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत ने वैश्विक रैंकिंग में उल्लेखनीय प्रगति की है, जो 85वें स्थान से 8 पायदान ऊपर चढ़कर 77वें स्थान पर पहुंच गया है। इस रैंकिंग के अनुसार, भारतीय पासपोर्ट धारक अब 59 देशों में बिना वीजा या वीजा-ऑन-अराइवल के यात्रा कर सकते हैं। यह सुधार भारत के बढ़ते राजनयिक प्रभाव और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में प्रगति को दर्शाता है। हालांकि, पाकिस्तान की तुलना में भारत का पासपोर्ट अधिक शक्तिशाली है, क्योंकि पाकिस्तान 96वें स्थान पर है और उसके नागरिक केवल 34 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। आइए, इस रैंकिंग, भारत और पाकिस्तान की तुलना, और वीजा-मुक्त देशों की विस्तृत जानकारी को समझते हैं। Henley Passport Index India Ranking
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स क्या है?
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स एक वैश्विक रैंकिंग है, जो 199 देशों के पासपोर्ट को उनके धारकों द्वारा बिना वीजा या वीजा-ऑन-अराइवल के यात्रा किए जा सकने वाले देशों की संख्या के आधार पर रैंक करती है। यह इंडेक्स इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा और हेनले एंड पार्टनर्स की रिसर्च टीम द्वारा तैयार किया जाता है। यह पासपोर्ट की ताकत को मापता है, जो किसी देश के राजनयिक संबंधों, आर्थिक स्थिरता, और वैश्विक प्रभाव को दर्शाता है। इंडेक्स में 227 गंतव्यों को शामिल किया गया है, जिसमें देश, क्षेत्र, और सूक्ष्म-राज्य शामिल हैं। Henley Passport Index India Ranking
भारत का पासपोर्ट: रैंकिंग और वीजा-मुक्त देश
2025 में, भारत का पासपोर्ट हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में 77वें स्थान पर है, जो पिछले साल के 85वें स्थान से 8 पायदान की छलांग दर्शाता है। भारतीय पासपोर्ट धारक अब 59 देशों में बिना वीजा या वीजा-ऑन-अराइवल के यात्रा कर सकते हैं, जो पिछले साल के 57 देशों से मामूली वृद्धि है। इस सुधार का श्रेय भारत के बढ़ते राजनयिक प्रयासों और द्विपक्षीय समझौतों को दिया जा सकता है, जैसे कि फिलीपींस और श्रीलंका के साथ नए वीजा-मुक्त समझौते।
भारत की रैंकिंग में उतार-चढ़ाव का इतिहास रहा है। 2006 में भारत 71वें स्थान पर था, जो इसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 2021 में कोविड-19 यात्रा प्रतिबंधों के कारण यह 90वें स्थान तक गिर गया था। 2025 में, भारत बुर्किना फासो, कोट डी आइवर, और सेनेगल के साथ 77वें स्थान पर है, और इन सभी देशों के पासपोर्ट धारक 59 गंतव्यों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।
भारत के लिए वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल देश (59):
- अंगोला (अफ्रीका)
- बारबाडोस (उत्तरी अमेरिका)
- भूटान (एशिया)
- बोलीविया (दक्षिण अमेरिका)
- ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह (उत्तरी अमेरिका)
- बुरुंडी (अफ्रीका)
- कंबोडिया (एशिया)
- केप वर्डे द्वीप समूह (अफ्रीका)
- कोमोरो द्वीप समूह (अफ्रीका)
- कुक द्वीप समूह (ओशिनिया)
- जिबूती (अफ्रीका)
- डोमिनिका (उत्तरी अमेरिका)
- इथियोपिया (अफ्रीका)
- फ़िजी (ओशिनिया)
- ग्रेनाडा (उत्तरी अमेरिका)
- गिनी बिसाऊ (अफ्रीका)
- हैती (उत्तरी अमेरिका)
- इंडोनेशिया (एशिया)
- ईरान (एशिया)
- जमैका (उत्तरी अमेरिका)
- जॉर्डन (एशिया)
- कजाकिस्तान (एशिया)
- केन्या (अफ्रीका)
- किरिबाती (ओशिनिया)
- लाओस (एशिया)
- मकाओ (एशिया)
- मेडागास्कर (अफ्रीका)
- मलेशिया (एशिया)
- मालदीव (एशिया)
- मार्शल द्वीप (ओशिनिया)
- मॉरीशस (एशिया)
- माइक्रोनेशिया (ओशिनिया)
- मंगोलिया (एशिया)
- मोंटसेराट (उत्तरी अमेरिका)
- मोजाम्बिक (अफ्रीका)
- म्यांमार (एशिया)
- नामीबिया (अफ्रीका)
- नेपाल (एशिया)
- नीयू (ओशिनिया)
- पलाऊ द्वीप समूह (ओशिनिया)
- फिलीपींस (एशिया)
- कतर (एशिया)
- रवांडा (अफ्रीका)
- समोआ (ओशिनिया)
- सेनेगल (अफ्रीका)
- सेशेल्स (अफ्रीका)
- सिएरा लियोन (अफ्रीका)
- सोमालिया (अफ्रीका)
- श्रीलंका (एशिया)
- सेंट किट्स और नेविस (उत्तरी अमेरिका)
- सेंट लूसिया (उत्तरी अमेरिका)
- सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस (उत्तरी अमेरिका)
- तंजानिया (अफ्रीका)
- थाईलैंड (एशिया)
- तिमोर-लेस्ते (एशिया)
- त्रिनिदाद और टोबैगो (उत्तरी अमेरिका)
- तुवालु (ओशिनिया)
- वानुअतु (ओशिनिया)
- ज़िम्बाब्वे (अफ्रीका)
ये देश मुख्य रूप से एशिया (18), अफ्रीका (19), उत्तरी अमेरिका (10), ओशिनिया (10), और दक्षिण अमेरिका (1) में हैं। लोकप्रिय पर्यटक स्थलों जैसे मलेशिया, थाईलैंड, मालदीव, इंडोनेशिया, श्रीलंका, और म्यांमार में भारतीयों के लिए वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल सुविधा उपलब्ध है।
पाकिस्तान के साथ तुलना
पाकिस्तान का पासपोर्ट हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में 96वें स्थान पर है, जो पिछले साल के 101वें स्थान से 5 पायदान ऊपर है। पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक 34 देशों में वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल के साथ यात्रा कर सकते हैं, जो भारत के 59 देशों की तुलना में काफी कम है। यह अंतर भारत के मजबूत राजनयिक संबंधों और वैश्विक गतिशीलता में प्रगति को दर्शाता है।
पाकिस्तान का पासपोर्ट इंडेक्स में निचले पायदान पर होने का कारण सीमित राजनयिक संबंध, सुरक्षा चिंताएं, और आर्थिक चुनौतियां हैं। भारत की तुलना में पाकिस्तान के पासपोर्ट की वैश्विक पहुंच कम है, और यह अफगानिस्तान (104वां, 28 देश), सीरिया (103वां, 29 देश), और इराक (102वां, 31 देश) जैसे देशों के साथ निचले स्तर पर है।
पाकिस्तान के लिए वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल देश (34):
- बारबाडोस
- बेलीज
- बरमूडा
- बोलीविया
- बुरुंडी
- कंबोडिया
- केप वर्डे
- कोमोरो द्वीप
- कुक द्वीप
- जिबूती
- डोमिनिका
- हैती
- मेडागास्कर
- मालदीव
- मार्शल द्वीप
- मॉरीशस
- माइक्रोनेशिया
- मोजाम्बिक
- नेपाल
- नीयू
- पलाऊ
- कतर
- रवांडा
- समोआ
- सेनेगल
- सेशेल्स
- सिएरा लियोन
- सोमालिया
- सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस
- तिमोर-लेस्ते
- टोगो
- त्रिनिदाद और टोबैगो
- तुवालु
- वानुअतु
पाकिस्तान के लिए वीजा-मुक्त देशों की संख्या भारत की तुलना में कम है, और इसमें कई देश भारत के साथ ओवरलैप करते हैं, जैसे मालदीव, नेपाल, और कंबोडिया। हालांकि, भारत के पासपोर्ट की पहुंच अधिक व्यापक है, खासकर एशिया और अफ्रीका में।
भारत बनाम पाकिस्तान: तुलनात्मक विश्लेषण
- रैंकिंग:
- भारत: 77वां (59 देश)
- पाकिस्तान: 96वां (34 देश)
- भारत का पासपोर्ट पाकिस्तान से 19 पायदान ऊपर है, जो भारत की बेहतर वैश्विक गतिशीलता को दर्शाता है।
- वीजा-मुक्त गंतव्य:
- भारत के पासपोर्ट धारक 59 देशों में यात्रा कर सकते हैं, जबकि पाकिस्तान के लिए यह संख्या 34 है।
- भारत के लिए नए जोड़े गए देशों में फिलीपींस और श्रीलंका शामिल हैं, जो पर्यटन और व्यापार के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- राजनयिक और आर्थिक कारक:
- भारत की प्रगति का कारण इसके मजबूत राजनयिक संबंध, विशेष रूप से एशिया और अफ्रीका के देशों के साथ द्विपक्षीय समझौते हैं।
- पाकिस्तान की सीमित रैंकिंग सुरक्षा चिंताओं, कमजोर आर्थिक स्थिति, और सीमित वैश्विक साझेदारी को दर्शाती है।
- क्षेत्रीय तुलना:
- दक्षिण एशिया में, मालदीव (53वां, 94 देश), भूटान (80वां, 52 देश), और श्रीलंका (93वां, 44 देश) भारत से बेहतर या तुलनात्मक प्रदर्शन करते हैं, लेकिन पाकिस्तान इन सभी से पीछे है।
वैश्विक परिदृश्य और शीर्ष रैंकिंग
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में सिंगापुर शीर्ष पर है, जिसके नागरिक 194 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। दूसरे स्थान पर जापान और दक्षिण कोरिया हैं, जो 190 देशों में वीजा-मुक्त पहुंच प्रदान करते हैं। तीसरे स्थान पर डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, इटली, और स्पेन हैं, जिनके पासपोर्ट धारक 189 देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं।
सबसे कमजोर पासपोर्ट की सूची में अफगानिस्तान (104वां, 28 देश), सीरिया (103वां, 29 देश), इराक (102वां, 31 देश), और यमन (101वां, 34 देश) शामिल हैं। पाकिस्तान का 96वां स्थान इसे निचले स्तर के पास रखता है, जबकि भारत की स्थिति मध्यम स्तर की है।
भारत की रैंकिंग में सुधार के कारण
- राजनयिक प्रयास: भारत ने हाल के वर्षों में एशिया, अफ्रीका, और ओशिनिया के देशों के साथ वीजा छूट समझौतों को बढ़ावा दिया है। फिलीपींस और श्रीलंका जैसे देशों के साथ नए समझौते इसकी मिसाल हैं।
- आर्थिक विकास: भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और वैश्विक व्यापार में भागीदारी ने अन्य देशों को वीजा-मुक्त नीतियों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
- पर्यटन और व्यापार: मलेशिया, थाईलैंड, और मालदीव जैसे देशों ने भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को आकर्षित करने के लिए वीजा नियमों में ढील दी है।
- डिजिटल प्रगति: ई-वीजा और ऑनलाइन वीजा आवेदन प्रक्रियाओं ने भारतीय यात्रियों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाया है।
चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं
- सीमित वैश्विक पहुंच: भारत के पासपोर्ट की ताकत अभी भी यूरोपीय देशों और सिंगापुर जैसे शीर्ष देशों से काफी कम है। अमेरिका, यूके, और शेंगेन देशों जैसे प्रमुख गंतव्यों के लिए वीजा आवश्यकताएं बनी रहती हैं।
- पाकिस्तान से तुलना में प्रगति: भारत का पासपोर्ट पाकिस्तान से काफी आगे है, लेकिन क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा में मालदीव और भूटान जैसे छोटे देशों से पीछे है।
- आर्थिक और सुरक्षा कारक: भारत को अपनी रैंकिंग में और सुधार के लिए वैश्विक सुरक्षा धारणाओं को बेहतर करना होगा और अधिक देशों के साथ वीजा-मुक्त समझौते करने होंगे।
- पर्यटन पर प्रभाव: वीजा-मुक्त देशों की संख्या बढ़ने से भारतीय पर्यटकों के लिए यात्रा आसान हुई है, लेकिन सख्त वीजा नीतियों वाले देशों में यात्रा लागत और समय अभी भी एक चुनौती है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारत का पासपोर्ट 77वें स्थान पर पहुंचकर एकमहत्वपूर्ण उपलब्धि हासिलकर चुका है, जो 59 देशों में वीजा-मुक्त या वीजा-ऑन-अराइवल यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। यह पाकिस्तान (96वां, 34 देश) से काफी आगे है, जो भारत कीबेहतर राजनयिक और आर्थिकस्थिति को दर्शाता है। फिर भी, भारत को शीर्ष रैंकिंग वाले देशों जैसे सिंगापुर (194 देश) औरजापान (190 देश) के साथ तुलना में अभी लंबा रास्ता तय करना है। भविष्य में, भारत को अधिकद्विपक्षीय समझौतों, बेहतर सुरक्षाधारणाओं, और वैश्विक साझेदारियों के माध्यम से अपनी पासपोर्ट रैंकिंग को और मजबूत करने की आवश्यकता है। Henley Passport Index India Ranking
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।