चीन में नए वायरस की दस्तक: ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) छोटे बच्चों पर भारी, कोविड-19 से कितना अलग?
नई चुनौती: पांच साल बाद चीन में वायरस का कहरHMPV Virus Sankraman China 2025
HMPV Virus Sankraman China 2025 | कोविड-19 महामारी के पांच साल बाद, चीन एक बार फिर वायरस के प्रकोप का सामना कर रहा है। इस बार ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) नामक एक आरएनए वायरस ने संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया है। यह वायरस बच्चों पर गंभीर असर डाल रहा है, खासकर 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर। इसके लक्षण कोविड-19 से मिलते-जुलते हैं, जिससे वैश्विक चिंता बढ़ रही है।
HMPV: क्या है यह नया वायरस?
HMPV वायरस की पहचान पहली बार 2001 में हुई थी। डच शोधकर्ताओं ने इसे सांस की बीमारी से ग्रसित बच्चों के सैंपल में पाया था। हालांकि, वैज्ञानिक मानते हैं कि यह वायरस पिछले 60 वर्षों से वातावरण में मौजूद है। यह वायरस सर्दियों में अधिक सक्रिय हो जाता है और खांसी, बुखार, और नाक बंद जैसे लक्षण पैदा करता है।
HMPV के लक्षण: कैसे पहचानें?
चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के अनुसार, HMPV के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- खांसी: लगातार और तेज खांसी।
- बुखार: सामान्य से तेज बुखार।
- नाक बंद होना: सांस लेने में कठिनाई।
- गले में घरघराहट: विशेष रूप से छोटे बच्चों में।
सबसे ज्यादा प्रभावित कौन?
HMPV का सबसे अधिक प्रभाव छोटे बच्चों, विशेष रूप से 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर देखा जा रहा है। इसके अलावा, पहले से अस्थमा, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD), या अन्य पुरानी सांस की बीमारियों से ग्रसित लोगों में भी संक्रमण का खतरा अधिक है।
कैसे फैलता है HMPV?
यह वायरस खांसने और छींकने के माध्यम से फैलता है। इसके संपर्क में आने से ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। संक्रमण की तीव्रता बढ़ने पर यह मरीज की जान के लिए खतरा बन सकता है।
चीन में हालात: सोशल मीडिया पर दावे
सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि चीन ने HMPV के बढ़ते मामलों के कारण कई क्षेत्रों में आपातकाल घोषित कर दिया है। मरीजों की संख्या में वृद्धि के चलते अस्पतालों और श्मशान घाटों में भीड़ बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि, चीन सरकार ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है।
HMPV बनाम कोविड-19: कितनी समानताएं और अंतर?
HMPV और कोविड-19 दोनों ही श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं और लक्षण भी काफी हद तक समान हैं।
समानताएं:
- दोनों वायरस से खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई होती है।
- वायरस हवा के माध्यम से फैलते हैं।
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों पर अधिक प्रभाव डालते हैं।
अंतर:
- कोविड-19 वैश्विक महामारी का कारण बना, जबकि HMPV फिलहाल क्षेत्रीय स्तर पर सक्रिय है।
- कोविड-19 का कारण SARS-CoV-2 वायरस था, जबकि HMPV एक अलग प्रकार का RNA वायरस है।
- कोविड-19 में स्वाद और गंध का नुकसान होता है, जो HMPV में आमतौर पर नहीं देखा गया।
2019 से 2025: चीन और वायरस का रिश्ता
2019 में, कोविड-19 महामारी की शुरुआत चीन के वुहान से हुई थी। इसे एक रहस्यमय निमोनिया माना गया था, लेकिन बाद में यह SARS-CoV-2 वायरस निकला। महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे 70 करोड़ से अधिक मामले और 70 लाख से अधिक मौतें दर्ज की गईं।
HMPV वायरस के मामले अब चीन में बढ़ रहे हैं, और यह 2019 की यादें ताजा कर रहा है। हालांकि, चीन इस बार सतर्क है और निगरानी प्रणाली की टेस्टिंग कर रहा है।
सावधानी और बचाव के उपाय
- खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें।
- संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें।
- बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें।
वैज्ञानिकों की राय और भविष्य की तैयारियां
वैज्ञानिकों का मानना है कि HMPV को लेकर सतर्कता जरूरी है। वायरस की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर निगरानी और वैक्सीन विकास की जरूरत है।
HMPV का संक्रमण कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी का रूप तो नहीं ले रहा, लेकिन इसके गंभीर प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। छोटे बच्चों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए यह वायरस एक बड़ा खतरा है। सरकारों और स्वास्थ्य संगठनों को इस वायरस से निपटने के लिए तैयारियां तेज करनी होंगी। इस बार भी दुनिया की निगाहें चीन पर टिकी हैं कि वह इस चुनौती का सामना कैसे करता है।
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।