2026 से LPG गैस चूल्हों के लिए अनिवार्य स्टार रेटिंग: ऊर्जा दक्षता की नई पहल
India 2026 LPG stove star rating mandatory | भारत में घरेलू रसोई का एक अभinn हिस्सा, LPG गैस स्टोव, अब ऊर्जा दक्षता के नए युग में प्रवेश करने जा रहा है। केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसले में 1 जनवरी 2026 से सभी घरेलू LPG गैस चूल्हों के लिए स्टार रेटिंग को अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। यह नियम उसी तरह का है, जैसा कि एयर कंडीशनर (AC) और रेफ्रिजरेटर जैसे उपकरणों के लिए पहले से लागू है। इस नई नीति का उद्देश्य उपभोक्ताओं को ऊर्जा-कुशल गैस स्टोव चुनने में मदद करना और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ईंधन खपत को कम करना है। आइए, इस नए नियम, इसके महत्व, कार्यान्वयन और प्रभावों पर विस्तार से नजर डालें। India 2026 LPG stove star rating mandatory
स्टार रेटिंग का उद्देश्य
LPG गैस स्टोव के लिए स्टार रेटिंग योजना का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को ऊर्जा दक्षता के आधार पर सूचित विकल्प चुनने में सक्षम बनाना है। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) द्वारा संचालित यह पहल, ऊर्जा संरक्षण अधिनियम 2001 के तहत लागू की जा रही है। सरकार का मानना है कि गैस स्टोव की थर्मल एफिशिएंसी को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने से न केवल उपभोक्ताओं को बेहतर उत्पाद चुनने में मदद मिलेगी, बल्कि. यह पर्यावरण पर पड़ने वाले बोझ को भी कम करेगा। यह योजना भारत के व्यापक ऊर्जा दक्षता और जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य ईंधन की खपत को कम करना और टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।
नए नियम का सार
1 जनवरी 2026 से, भारत में बिकने वाले सभी घरेलू LPG गैस स्टोव, चाहे वे स्वदेशी हों या आयातित, भारतीय मानक (IS) 4246:2002 में निर्धारित थर्मल एफिशिएंसी मानकों का पालन करेंगे। इन स्टोव्स पर एक आधिकारिक स्टार रेटिंग लेबल होगा, जो उनकी ऊर्जा दक्षता को दर्शाएगा। यह लेबल उपभोक्ताओं को विभिन्न मॉडलों की तुलना करने और उनके प्रदर्शन के आधार पर निर्णय लेने में मदद करेगा। यह नियम 31 दिसंबर 2028 तक लागू रहेगा, जिसके बाद इसे हर दो साल में या आवश्यकता पड़ने पर पहले समीक्षा की जाएगी।
स्टार रेटिंग का आधार
LPG गैस स्टोव की स्टार रेटिंग उनकी थर्मल एफिशिएंसी के आधार पर दी जाएगी, जो इस प्रकार है:
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1 स्टार: ≥68% से <70% थर्मल एफिशिएंसी
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2 स्टार: ≥70% से <72% थर्मल एफिशिएंसी
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3 स्टार: ≥72% से <74% थर्मल एफिशिएंसी
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4 स्टार: ≥74% से <76% थर्मल एफिशिएंसी
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5 स्टार: ≥76% थर्मल एफिशिएंसी
यह रेटिंग स्टोव के बर्नर की न्यूनतम थर्मल एफिशिएंसी पर आधारित होगी, जिससे उपभोक्ता यह समझ सकेंगे कि कौन सा स्टोव कम गैस खपत करता है और अधिक कुशलता से काम करता है।
स्टार रेटिंग की आवश्यकता क्यों?
LPG गैस स्टोव भारत में लाखों घरों में खाना पकाने का प्राथमिक साधन हैं। हालांकि, इन स्टोव्स की ऊर्जा दक्षता में व्यापक अंतर होता है, जिसके बारे में उपभोक्ताओं को अक्सर जानकारी नहीं होती। BEE के अनुसार, कई स्टोव्स अनावश्यक रूप से अधिक गैस की खपत करते हैं, जिससे न केवल उपभोक्ताओं का खर्च बढ़ता है, बल्कि पर्यावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्टार रेटिंग के माध्यम से:
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ऊर्जा संरक्षण: उच्च स्टार रेटिंग वाले स्टोव कम गैस का उपयोग करते हैं, जिससे ईंधन की बचत होती है और उपभोक्ताओं का गैस बिल कम होता है।
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पर्यावरण संरक्षण: कम गैस खपत का मतलब है कम कार्बन उत्सर्जन, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करता है।
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उपभोक्ता जागरूकता: स्टार रेटिंग उपभोक्ताओं को सूचित निर्णय लेने में मदद करती है, जिससे वे बेहतर प्रदर्शन वाले उत्पाद चुन सकते हैं।
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निर्माताओं को प्रोत्साहन: यह योजना निर्माताओं को अधिक कुशल स्टोव डिजाइन करने और उत्पादन करने के लिए प्रेरित करेगी।
कार्यान्वयन की प्रक्रिया
इस नए नियम के तहत, सभी LPG गैस स्टोव निर्माताओं और आयातकों को BEE के ऑनलाइन स्टैंडर्ड्स एंड लेबलिंग पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। केवल वे स्टोव जो पूरी तरह से LPG पर चलते हों (अन्य गैसों पर नहीं) और जिनके पास वैध ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) प्रमाणन हो, वे स्टार रेटिंग के लिए पात्र होंगे। लेबल पर स्टोव की थर्मल एफिशिएंसी, स्टार रेटिंग, निर्माता का यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर और BEE का लोगो होगा।
BEE ने इस योजना को लागू करने के लिए पहले से ही कई उपकरणों, जैसे रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर और वॉशिंग मशीन, के लिए स्टार रेटिंग प्रणाली लागू की है। 2006 में शुरू हुई इस स्टैंडर्ड्स एंड लेबलिंग (S&L) योजना ने उपभोक्ताओं को ऊर्जा-कुशल उपकरण चुनने में मदद की है और भारत के ऊर्जा खपत को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उपभोक्ताओं और निर्माताओं पर प्रभाव
उपभोक्ताओं के लिए
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सूचित निर्णय: स्टार रेटिंग के साथ, उपभोक्ता आसानी से विभिन्न स्टोव मॉडलों की तुलना कर सकेंगे और अपनी जरूरतों के हिसाब से सबसे कुशल स्टोव चुन सकेंगे।
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लागत बचत: उच्च स्टार रेटिंग वाले स्टोव कम गैस का उपयोग करेंगे, जिससे मासिक गैस बिल में कमी आएगी। उदाहरण के लिए, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा विकसित एक उच्च प्रदर्शन वाला LPG स्टोव 74% तक थर्मल एफिशिएंसी प्रदान करता है, जिससे प्रति परिवार प्रति वर्ष एक सिलेंडर की बचत हो सकती है।
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पर्यावरणीय लाभ: कम गैस खपत से कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक उत्सर्जनों में कमी आएगी, जो पर्यावरण के लिए फायदेमंद है।
निर्माताओं के लिए
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तकनीकी नवाचार: निर्माताओं को अधिक कुशल स्टोव डिजाइन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
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अनुपालन की अनिवार्यता: सभी निर्माताओं और आयातकों को BIS प्रमाणन और BEE पंजीकरण सुनिश्चित करना होगा, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार होगा।
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बाजार प्रतिस्पर्धा: उच्च स्टार रेटिंग वाले स्टोव को बाजार में अधिक मांग मिलने की संभावना है, जिससे निर्माताओं को अपने उत्पादों को अपग्रेड करने की प्रेरणा मिलेगी।
वैश्विक संदर्भ में भारत की पहल
LPG गैस स्टोव के लिए स्टार रेटिंग लागू करना भारत की उन व्यापक रणनीतियों का हिस्सा है, जिनका उद्देश्य ऊर्जा खपत को कम करना और टिकाऊ विकास को बढ़ावा देना है। भारत में 2000 से 2012 तक प्राथमिक ऊर्जा मांग 450 मिलियन टन तेल समतुल्य (toe) से बढ़कर 770 मिलियन toe हो गई, और 2030 तक इसके 1250-1500 मिलियन toe तक पहुंचने की उम्मीद है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, ऊर्जा दक्षता को बढ़ाना अनिवार्य है। LPG स्टोव जैसे घरेलू उपकरणों के लिए स्टार रेटिंग लागू करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वैश्विक स्तर पर, LPG को स्वच्छ और किफायती ईंधन के रूप में देखा जाता है। भारत की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) ने 2016 से लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त LPG कनेक्शन प्रदान किए हैं, जिससे स्वच्छ खाना पकाने को बढ़ावा मिला है। स्टार रेटिंग योजना इस प्रयास को और मजबूत करेगी, क्योंकि यह उपभोक्ताओं को कम गैस खपत वाले स्टोव चुनने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
चुनौतियां और समाधान
इस नई योजना के सामने कुछ चुनौतियां भी हैं:
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जागरूकता की कमी: ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को स्टार रेटिंग के महत्व के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता होगी। सरकार और BEE को व्यापक जागरूकता अभियान चलाने चाहिए।
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लागत का प्रभाव: उच्च स्टार रेटिंग वाले स्टोव की कीमत शुरू में अधिक हो सकती है, जिससे कम आय वाले परिवारों के लिए इन्हें खरीदना मुश्किल हो सकता है। इसके लिए सब्सिडी या वित्तीय प्रोत्साहन की आवश्यकता हो सकती है।
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अनुपालन की निगरानी: यह सुनिश्चित करना कि सभी निर्माता और आयातक नियमों का पालन करें, एक चुनौती होगी। BEE को कड़े निगरानी और सत्यापन तंत्र स्थापित करने होंगे।
इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार को जागरूकता अभियान, वित्तीय प्रोत्साहन और कड़े अनुपालन तंत्र पर ध्यान देना होगा।
1 जनवरी 2026 से लागू होने वाली LPG गैस स्टोव के लिए स्टार रेटिंग योजना भारत की ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणसंरक्षण की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह उपभोक्ताओं को सूचित निर्णय लेने में सक्षमबनाएगी, ईंधन की खपत को कम करेगी और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। निर्माताओं को भी अधिककुशल और पर्यावरण-अनुकूल स्टोव विकसित करने की प्रेरणा मिलेगी। यह समय है कि हम अपनी रसोई को न केवल स्वच्छ, बल्कि ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण-अनुकूल बनाएं। यह योजना न केवल उपभोक्ताओं के लिए, बल्कि भारत के टिकाऊ भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। India 2026 LPG stove star rating mandatory
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मैं इंदर सिंह चौधरी वर्ष 2005 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने मास कम्यूनिकेशन में स्नातकोत्तर (M.A.) किया है। वर्ष 2007 से 2012 तक मैं दैनिक भास्कर, उज्जैन में कार्यरत रहा, जहाँ पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
वर्ष 2013 से 2023 तक मैंने अपना मीडिया हाउस ‘Hi Media’ संचालित किया, जो उज्जैन में एक विश्वसनीय नाम बना। डिजिटल पत्रकारिता के युग में, मैंने सितंबर 2023 में पुनः दैनिक भास्कर से जुड़ते हुए साथ ही https://mpnewsbrief.com/ नाम से एक न्यूज़ पोर्टल शुरू किया है। इस पोर्टल के माध्यम से मैं करेंट अफेयर्स, स्वास्थ्य, ज्योतिष, कृषि और धर्म जैसे विषयों पर सामग्री प्रकाशित करता हूं। फ़िलहाल मैं अकेले ही इस पोर्टल का संचालन कर रहा हूं, इसलिए सामग्री सीमित हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होता।