इंडिगो फ्लाइट में मुस्लिम यात्री पर हमला, हमलावर भी मुस्लिम वामपंथी-इस्लामी हैंडलों ने हिंदू-मुस्लिम सांप्रदायिक नैरेटिव फैलाकर फेक न्यूज की वायरल

इंडिगो फ्लाइट में मुस्लिम यात्री पर हमला, हमलावर भी मुस्लिम वामपंथी-इस्लामी हैंडलों ने हिंदू-मुस्लिम सांप्रदायिक नैरेटिव फैलाकर फेक न्यूज की वायरल

Indigo Flight Incident Misinformation | कोलकाता, 3 अगस्त 2025: कोलकाता से मुंबई जा रही इंडिगो फ्लाइट में 1 अगस्त 2025 को हुई एक मारपीट की घटना को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई, लेकिन सच्चाई सामने आने के बाद यह झूठा नैरेटिव पूरी तरह बेनकाब हो गया। कुछ वामपंथी और इस्लामी हैंडलों ने इस घटना को हिंदू-मुस्लिम विवाद के रूप में पेश कर भ्रामक दावे किए, जबकि वास्तव में पीड़ित और हमलावर दोनों ही मुस्लिम समुदाय से थे। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं के जरिए सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिशों को उजागर किया है। Indigo Flight Incident Misinformation

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(वीडिओ देखने के लिए दी गई लिंक पर क्लिक करें)

1 अगस्त 2025 को इंडिगो की फ्लाइट 6E-223, जो कोलकाता से मुंबई जा रही थी, में एक यात्री हुसैन अहमद मजूमदार के साथ मारपीट की घटना हुई। हुसैन, जो असम के कछार जिले के निवासी हैं, को उड़ान के दौरान घबराहट का दौरा (पैनिक अटैक) पड़ा, जिसके कारण फ्लाइट में कुछ देरी हुई। इस देरी से नाराज एक अन्य यात्री, हफीजुल रहमान, ने हुसैन पर हमला कर दिया और उन्हें थप्पड़ मार दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें एक सहयात्री हमलावर को टोकते हुए कहता है, “तुमने उसे थप्पड़ क्यों मारा? तुम्हें किसी को मारने का कोई अधिकार नहीं है।” वीडियो में हुसैन रोते हुए और परेशान हालत में दिखाई दे रहे हैं।

घटना के तुरंत बाद, कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फ्लाइट लैंड होने पर हफीजुल रहमान को विमान से उतार दिया गया और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने उसे हिरासत में ले लिया। इंडिगो एयरलाइंस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, “हमारी फ्लाइट 6E-223 में 1 अगस्त 2025 को एक यात्री द्वारा दूसरे यात्री के साथ मारपीट की घटना हुई, जिसे हम पूरी तरह अस्वीकार्य मानते हैं। हम अपने यात्रियों और क्रू की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। हमारे कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपित यात्री को ‘अनियंत्रित यात्री’ (Unruly Passenger) के रूप में चिह्नित कर सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया।” एयरलाइन ने यह भी बताया कि इस मामले की जानकारी नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) सहित सभी संबंधित नियामक प्राधिकरणों को दे दी गई है।

सोशल मीडिया पर फेक नैरेटिव

घटना का वीडियो वायरल होने के बाद, कुछ X हैंडलों और सोशल मीडिया यूजर्स, जिनमें कई वामपंथी और इस्लामी विचारधारा से जुड़े अकाउंट शामिल थे, ने इसे सांप्रदायिक रंग देना शुरू कर दिया। इन हैंडलों ने दावा किया कि हमलावर एक हिंदू व्यक्ति था, जिसने कथित तौर पर मुस्लिम यात्री पर धार्मिक आधार पर हमला किया। कुछ पोस्ट में हमलावर को “संघी” या “हिंदू कट्टरपंथी” तक करार दिया गया, और इसे भारत में बढ़ती सांप्रदायिकता का उदाहरण बताकर देश की धर्मनिरपेक्ष छवि पर सवाल उठाए गए। इन पोस्ट्स को हजारों बार रीपोस्ट और लाइक किया गया, जिससे यह भ्रामक नैरेटिव तेजी से फैल गया।

हालांकि, इस झूठे नैरेटिव की पोल जल्द ही खुल गई। ‘द हिंदू’ की पत्रकार जागृति चंद्रा ने अपनी जांच के आधार पर X पर स्पष्ट किया कि हमलावर हफीजुल रहमान और पीड़ित हुसैन अहमद मजूमदार, दोनों ही मुस्लिम समुदाय से हैं। इस खुलासे के बाद उन हैंडलों ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली, जिन्होंने पहले इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की थी। कई यूजर्स ने इन हैंडलों की आलोचना करते हुए लिखा कि ऐसी गलत सूचनाएं फैलाकर समाज में नफरत और विभाजन को बढ़ावा दिया जा रहा है।

पीड़ित की स्थिति और चिंताएं

इस घटना के बाद एक चिंताजनक बात सामने आई है कि पीड़ित हुसैन अहमद मजूमदार कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरने के बाद से लापता हैं। उनके परिवार ने बताया कि हुसैन मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, और फ्लाइट में घबराहट का दौरा पड़ने के बाद वह सदमे में थे। उनकी लापता होने की खबर ने स्थानीय पुलिस और उनके परिवार की चिंता बढ़ा दी है। कोलकाता पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है और हवाई अड्डे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। इंडिगो ने भी इस मामले में सहयोग का आश्वासन दिया है।

सोशल मीडिया मिसइनफॉर्मेशन का प्रभाव

यह घटना सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं के खतरों को उजागर करती है। विशेष रूप से, कुछ समूहों ने बिना तथ्यों की जांच किए इस घटना को सांप्रदायिक रंग देकर समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की। X पर कई यूजर्स ने इस तरह के नैरेटिव को “प्रोपेगेंडा” करार देते हुए कहा कि ऐसी गलत सूचनाएं समाज को बांटने और नफरत फैलाने का काम करती हैं। एक यूजर ने लिखा, “यह शर्मनाक है कि एक साधारण झगड़े को हिंदू-मुस्लिम विवाद बनाकर पेश किया गया। तथ्यों की जांच किए बिना नफरत फैलाना बंद करें।”

इस घटना ने यह भी दिखाया कि कैसे कुछ लोग सोशल मीडिया का उपयोग अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए करते हैं। जब सच्चाई सामने आई, तो इनमें से कई हैंडलों ने न केवल इस मुद्दे पर बात करना बंद कर दिया, बल्कि कुछ ने तो अपनी मूल पोस्ट डिलीट भी कर दीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि उनका मकसद तथ्यों को सामने लाना नहीं, बल्कि एक खास नैरेटिव को बढ़ावा देना था।

इंडिगो और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई

इंडिगो ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। एयरलाइन ने अपने बयान में कहा, “हम किसी भी तरह की हिंसा या असम्मानजनक व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करते। हमारी प्राथमिकता यात्रियों और क्रू की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।” हफीजुल रहमान को DGCA के नियमों के तहत “अनियंत्रित यात्री” की श्रेणी में रखा गया है, और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। CISF ने प्रारंभिक पूछताछ के बाद हफीजुल को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया, और इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इंडिगोफ्लाइट में हुई यह मारपीट की घटना एक साधारणविवाद थी, जो व्यक्तिगतगुस्से और अधैर्य के कारण हुआ। हालांकि, सोशलमीडिया पर इसे सांप्रदायिक रंग देकर समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश की गई। सच्चाई सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि यह न तो धार्मिक विवाद था और न ही इसमें कोई सांप्रदायिक कोण था। यह घटना हमें सिखाती है कि सोशल मीडिया पर फैलने वाली सूचनाओं की सत्यता की जांच करना कितना महत्वपूर्ण है। साथ ही, पीड़ित हुसैन अहमद मजूमदार के लापता होने की खबर ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है Indigo Flight Incident Misinformation

तीन आतंकी ढेर, एक और मुठभेड़ में मारा गया

Update | जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल, देवसर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच तीसरे दिन भी मुठभेड़ जारी है। आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक और आतंकी को मार गिराया, जिससे ‘ऑपरेशन अखल’ में अब तक तीन आतंकी ढेर हो चुके हैं। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस (SOG), और CRPF ने क्षेत्र को घेर रखा है, और 1-2 अन्य आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। शुक्रवार शाम शुरू हुए इस ऑपरेशन में शनिवार को दो आतंकियों को मार गिराया गया था, जिनमें लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी हरिस नजीर शामिल था। ऑपरेशन अभी जारी है


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