रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग के नियमों में किया बड़ा बदलाव, अब केवल 60 दिन पहले कर सकेंगे बुकिंग

रेलवे ने एडवांस टिकट बुकिंग के नियमों में किया बड़ा बदलाव, अब केवल 60 दिन पहले कर सकेंगे बुकिंग

IRCTC Advance Ticket Booking | भारतीय रेलवे ने एडवांस ट्रेन टिकट बुकिंग के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। पहले जहां यात्री 120 दिन पहले अपने टिकट बुक कर सकते थे, अब यह समय सीमा घटाकर 60 दिन कर दी गई है। यह नया नियम 1 नवंबर 2024 से प्रभावी होगा। इस बदलाव का उद्देश्य यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और अधिक आसान और पारदर्शी बनाना है।

पहले से बुक किए गए टिकटों पर असर नहीं

रेल मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि नए नियमों का पहले से बुक किए गए टिकटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मतलब जिन यात्रियों ने पहले से अपने टिकट बुक कर रखे हैं, उन्हें इस बदलाव के बाद कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा, विदेशी पर्यटकों के लिए पहले से निर्धारित 365 दिनों की बुकिंग डेडलाइन में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।

बुकिंग के माध्यम

टिकट बुकिंग के लिए अभी भी यात्री IRCTC की वेबसाइट, मोबाइल एप्लिकेशन, और रेलवे के बुकिंग काउंटर्स का उपयोग कर सकते हैं। रेलवे की डिजिटल बुकिंग प्रणाली के माध्यम से हर दिन लगभग 12.38 लाख टिकट बुक होते हैं, जिससे यह देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन बुकिंग सेवाओं में से एक है।

2015 में बुकिंग अवधि को बढ़ाया गया था

1 अप्रैल 2015 तक रेलवे में एडवांस टिकट बुकिंग का समय सीमा 60 दिन ही थी। लेकिन 2015 में सरकार ने इसे बढ़ाकर 120 दिन कर दिया था। सरकार ने यह तर्क दिया था कि इस अवधि को बढ़ाने से touts या दलालों को परेशानी होगी, क्योंकि उन्हें टिकटों को कैंसिल करने पर ज्यादा चार्ज देना होगा। इसका उद्देश्य टिकटों के दुरुपयोग को रोकना था।

हालांकि, उस समय कई विशेषज्ञों ने यह भी कहा था कि रेलवे ने यह कदम revenue generation के लिए उठाया था। टिकट बुकिंग की अवधि को बढ़ाकर रेलवे को अतिरिक्त 60 दिनों के लिए ब्याज के रूप में अधिक लाभ हुआ और कैंसिलेशन की संख्या बढ़ने से रेलवे को ज्यादा कमाई होने लगी।

IRCTC की कमाई पर असर

एडवांस रिजर्वेशन पीरियड को 120 से घटाकर 60 दिन करने का एक सीधा असर IRCTC की ब्याज और कैंसिलेशन से होने वाली कमाई पर होगा। IRCTC को अब टिकट कैंसिलेशन से उतनी अधिक कमाई नहीं होगी जितनी वह पहले करता था। इसका असर IRCTC के शेयर पर भी पड़ा है, जो 2.5% गिरकर 870 रुपए पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में IRCTC का शेयर 6% तक टूट चुका है, और कंपनी का market capitalization लगभग 70 हजार करोड़ रुपए के आसपास है।

रेलवे की वेटिंग लिस्ट को खत्म करने की योजना

भारतीय रेलवे की योजना वेटिंग लिस्ट की समस्या को समाप्त करने की है, जिससे यात्रियों को हर बार कन्फर्म टिकट मिल सके। इस योजना को अगले 5-6 वर्षों में लागू किया जाएगा। इसके तहत, यात्रियों को वेटिंग लिस्ट में न फंसने के लिए बेहतर विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे।

रेलवे सुपर एप और अन्य योजनाएं

भारतीय रेलवे जल्द ही एक super app लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसमें यात्री टिकट बुकिंग से लेकर यात्रा की योजना बनाने तक की सभी सेवाएं एक ही प्लेटफार्म पर पा सकेंगे। इसके अलावा, रेलवे ट्रेनों में AI-enabled cameras लगाने की भी योजना बना रहा है, जो फूड क्वालिटी से लेकर ट्रेन ऑक्यूपेंसी तक की निगरानी करेंगे।

IRCTC का इतिहास और उद्देश्य

IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) की स्थापना 27 सितंबर 1999 को भारतीय रेलवे की एक शाखा के रूप में हुई थी। इसे ‘मिनी रत्न (श्रेणी-I)’ सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज का दर्जा प्राप्त है। इसका मुख्य उद्देश्य रेलवे स्टेशन, ट्रेनों और अन्य स्थानों पर कैटरिंग और हॉस्पिटैलिटी सेवाओं का प्रबंधन करना है। इसके अलावा, budget hotels, special tour packages, और global reservation system के माध्यम से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देना भी इसका एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है।

IRCTC का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, और यह भारतीय रेलवे की सबसे महत्वपूर्ण शाखाओं में से एक है, जो न सिर्फ कैटरिंग सेवाओं में बल्कि टूरिज्म और ऑनलाइन बुकिंग में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

भारतीय रेलवे का यह कदम यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, इससे IRCTC की कमाई पर असर पड़ेगा, लेकिन यात्री अनुभव को सुधारने के लिए यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है। अब यात्री अपनी यात्रा के केवल 60 दिन पहले ही टिकट बुक कर पाएंगे, जिससे टिकट बुकिंग की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।

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