जैसलमेर में बोरवेल खोदते-खोदते मशीन ही बोरवेल में समा गई, उसके बाद जो हुआ…

जैसलमेर में बोरवेल खोदते-खोदते मशीन ही बोरवेल में समा गई, उसके बाद जो हुआ…

Jaisalmer Borewell Incident | जैसलमेर के मोहनगढ़ इलाके में एक विचित्र और खतरनाक घटना ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। चक-27 बीडी क्षेत्र में, बोरवेल की खुदाई के दौरान अचानक पानी की प्रचंड धार फूट पड़ी। इस घटना ने न केवल ग्रामीणों को चौंकाया, बल्कि विशेषज्ञों और प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया। फिलहाल, इस क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करवाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सोशल मीडिया लोग इस घटना को पौराणिक दृष्टि से देख रहे हैं कुछ लोगों का कहना है कि यह विलुप्‍त हुई सरस्‍वती नदी हैं जो कलयुग में अब प्रकट होने को आतुर है।

28 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे, मोहनगढ़ के भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह के खेत में बोरवेल की खुदाई चल रही थी। 850 फीट गहराई तक पहुँचने के बाद, धरती से अचानक एक प्रचंड दबाव के साथ पानी की धारा फूट पड़ी। यह धारा जमीन से लगभग चार फीट ऊपर तक उठ रही थी। पानी की इस असामान्य धारा ने घटनास्थल को एक संकट क्षेत्र में बदल दिया।

बोरवेल मशीन और ट्रक इस गड्ढे में समा गए

पानी के तेज दबाव के कारण, जमीन में लगभग 20 फीट चौड़ा और गहरा गड्ढा बन गया। 28 दिसंबर की रात में, 22 टन वजन की बोरवेल मशीन और ट्रक इस गड्ढे में समा गए। गनीमत रही कि वहां मौजूद कर्मचारी और ग्रामीण समय रहते सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे। यह घटना किसी बड़ी आपदा का संकेत देती है, जिससे प्रशासन अब पूरी तरह से सतर्क है।

Follow whatsApp Chainnel

जहरीली गैस रिसाव का खतरा और विस्फोट की संभावना

घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों और विशेषज्ञों ने यह आशंका जताई है कि यहां से जहरीली गैस का रिसाव हो सकता है, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। जमीन धंसने और विस्फोट जैसी घटनाओं की संभावना को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक ऑयल कंपनियों के विशेषज्ञ इस स्थिति का पूरी तरह से अध्ययन नहीं कर लेते, तब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जाएगी।

पानी की धार खुद-ब-खुद हुई बंद

29 दिसंबर की रात करीब 10 बजे, जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने सूचना दी कि पानी और गैस का रिसाव अपने आप बंद हो गया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति अस्थायी हो सकती है और रिसाव किसी भी समय फिर से शुरू हो सकता है। इस कारण घटनास्थल को सामान्य लोगों के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

500 मीटर का क्षेत्र खाली करवा कर सैंपल जांच जारी

प्रशासन ने घटना के तुरंत बाद आसपास के 500 मीटर के दायरे को खाली करवा दिया। ओएनजीसी, केयर्न इंडिया और ऑयल इंडिया जैसी कंपनियों के विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे और सैंपल इकट्ठा किए। अब इन सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि रिपोर्ट के आधार पर ही अगली रणनीति बनाई जाएगी।

सुरक्षा के लिए धारा 144 लागू

जनता और पशुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जिला प्रशासन ने घटनास्थल पर धारा 144 लागू कर दी है। इस आदेश के तहत किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं है। प्रशासन का मानना है कि पानी के साथ गैस का रिसाव अगर दोबारा शुरू होता है तो यह जानमाल के लिए भारी नुकसानदायक साबित हो सकता है। फिलहाल, प्रशासन ने ओएनजीसी और अन्य ऑयल कंपनियों के विशेषज्ञों से सलाह मांगी है। उनके आने और सैंपल रिपोर्ट का विश्लेषण करने के बाद ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। इस दौरान स्थानीय लोगों को घटनास्थल से दूर रहने की सलाह दी गई है।

 विस्फोट की संभावना को नकारा नहीं जा सकता

विशेषज्ञों की राय है कि गैस का रिसाव विषाक्त हो सकता है, और विस्फोट की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। इसलिए प्रशासन ने घटनास्थल को पूरी तरह सील कर दिया है। इस घटना ने जैसलमेर और आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।

यह घटना प्राकृतिक संसाधनों के साथ सावधानीपूर्वक व्यवहार की आवश्यकता को उजागर करती है। बोरवेल खुदाई जैसी सामान्य प्रक्रिया अचानक एक बड़ी आपदा का रूप ले सकती है। जैसलमेर प्रशासन और विशेषज्ञों की टीम फिलहाल स्थिति पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही इस आपदा से निपटने की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।


यह खबर भी पढ़ें – 

BPSC Protest : छात्रों की मांगों पर महागठबंधन का सड़क और ट्रैक पर प्रदर्शन

 

Leave a Comment

Astronauts को सैलरी कितनी मिलती है MP CM Holi | होली के रंग में रंगे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव pm modi in marisas : प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस दौरे पर क्या रोहित और कोहली वनडे से रिटायर हो रहे हैं? क्या सच में Tamannaah Bhatia और Vijay Varma का ब्रेकअप हो गया? Nadaaniyan on Netflix : खुशी कपूर और इब्राहिम अली खान की केमेस्‍ट्री